झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष का आरोप, कांस्टेबलों से संबंधियों और बच्चों के काम कराते हैं रांची DC
झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने आरोप लगाया है कि रांची डीसी द्वारा पुलिस कांस्टेबलों से घरेलू कार्य कराये जाते हैं।हालांकि रांची DC में इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
- DC के यहां आठ बॉडीगार्ड और 10 जवानों की क्यूआरटी टीम है प्रतिनियुक्त
रांची। झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने आरोप लगाया है कि रांची डीसी द्वारा पुलिस कांस्टेबलों से घरेलू कार्य कराये जाते हैं।हालांकि रांची DC में इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
राकेश पांडेय ने एक पत्र में कहा है कि इससे लॉ एंड ऑर्डर ड्यूटी संभाल रहे पुलिसकर्मियों पर कामों का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
उन्होंने कहा है कि अफसरों के यहां आवश्यकता से अधिक पुलिस कांस्टेबलों की प्रतिनियुक्ति है। बकौल राकेश पांडेय के अनुसार रांची डीसी के यहां आठ बॉडीगार्ड और 10 जवानों की क्यूआरटी टीम प्रतिनियुक्त है। डीसी के बॉडीगार्ड के रूप में प्रतिनियुक्त जवानो से सगे- संबंधियों सहित बच्चों के कार्य निष्पादित कराये जाने की सूचना हैं। इसी प्रकार की कई प्रतिनियुक्तोयं से पुलिस लाइनरांची में जवानों की कमी बनी रहती है। इस कारण उपलब्ध जवानों को लगातार ड्यूटी करनी पड़ती है।
काम अतिरिक्त बोझ
पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि अफसरों के यहां बॉडीगार्ड सहित अतिरिक्त घरेलू कार्यों में लगे जवानों की ड्यूटी का अतिरिक्य बोझ भी लॉ एंड ऑर्डर कर रहे जवानों पर पड रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मूशाहारी समिति और पुलिस मैनुअल में डीजीपी के लिखे आदेशों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है।
आपराधिक छवि के लोगों को मिला है बॉडीगार्ड
पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश का आरोप है कि कहा कई एक आपराधिक छवि के व्यक्तियों, क्रिमिनलों और उपद्रवियों को भी बॉडीगार्ड उपलब्ध कराकर पुलिस जवानों का जीवन और उनके आर्म्स को खतरे में डाला गया है। आपराधिक छवि वाले व्यक्ति पुलिस जवानों के आर्म्स का भी उपयोग कर रहे हैं। बिना सक्षम पदाधिकारी केआदेश के, प्रलोभन और अपने प्रभाव का भय दिखाकर बॉडीगार्ड को स्टेट से के बाहर भी ले जा रहे हैं।
जवानों के वेलफेयर की बातों की अनदेखी
पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रसिडेंट ने कहा है कि लगातार लॉ एंड ऑर्डर एवं अन्य ड्यूटी में अपने कर्तव्य का निर्वहन करने वाले जवानें के वेलफेयर की बातें नहीं सुनी जा रही हैं।जब क्षतिपूर्ति, छुट्टी, पुरानी पेंशन योजना, वर्दी भत्ता सहित अनेक समस्याएं जवानो के मन को विचलित कर रही हैं। उन्होंने एसएसपी रांची से अनुरोध किया है कि लगातार सभी प्रकार के ड्यूटी दक्षतापूर्वक निष्पादित करने वाले जवानों की बातें सुनने के लिए समय दें और उनके मनोबल को बढ़ायें।