झारखंड: क्राइम के बारे में सच्चाई सामने आने के लिए पुलिस को समय देना जरूरी:डीजीपी
डीजीपी एमवी राव ने कहा है कि झारखंड पुलिस लॉ एंड ऑर्डर बनाये रखने के लिए संकल्पित है। क्राइम की आड़ में कुछ लोग लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ रहे हैं। कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जायेगा।
- क्राइम की आड़ में लॉ एंड ऑर्डर को प्रभावित करने गंभीर मामला
कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटेंगे - क्राइम करने वालों के हाथ-पैर नहीं तोड़ेंगे तो क्या उन्हें माला पहनायेंगे
रांची। डीजीपी एमवी राव ने कहा है कि डीजीपी ने कहा है कि क्राइम होने पर लोगों में भय और आक्रोश होना स्वाभाविक है। लेकिन क्राइम का सामना अच्छे आचरण और व्यवस्था को मदद पहुंचा कर किया जाता है। क्राइम की आड़ में लॉ एंड ऑर्डर को प्रभावित करने काम नहीं किया जाता है। डीजीपी शुक्रवार को ओरमांझी युवती हत्याकांड और किशोरगंज उपद्रव मामले में पुलिस हेडक्वार्टर में मीडिया से बातचीत में यह बाते कही।
डीजीपी एमवी राव ने कहा कि झारखंड पुलिस लॉ एंड ऑर्डर बनाये रखने के लिए संकल्पित है। क्राइम की आड़ में कुछ लोग लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ रहे हैं। कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जायेगा।उन्होंने कहा कि सीएम का काफिला रोकने के मामले में 76 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इनमें 36 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। शेष अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस जुटी हुई है। घटना में शामिल लोग जल्द कोर्ट में सरेंडर कर दें। वरना पुलिस की कार्रवाई से वे बच नहीं पायेंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी ताकत पुलिस को काम करने से नहीं रोक सकती हैं। ऐसी ताकतें चेत जायें। डीजीपी ने कहा कि अगर किसी को लगता है कि निर्दोष की गिरफ्तारी हुई है।हम उनको सबूत देने को तैयार है कि गिरफ्तारी क्यों हुई है।हम वो सबूत कोर्ट भी पेश करेंगे।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग ये कहते हैं कि सर ये तो बच्चे हैं. आप उनको पकड़िये जिन्होंने इन बच्चों का उपयोग किया। दंगा भड़काने के लिए उन्हें गुमराह किया। मैं उन अभिभावकों से एक ही बात कहता हूं, उनका बच्चा बताये कि कौन उनका उपयोग कर रहा है। किसने उन्हें उकसाया। दंगा भड़काने के लिए उसका नाम बताये। हम जांच-पड़ताल करेंगे अगर बेगुनाह होने का सबूत मिला तो उन्हें छोड़ देंगे।
डीजीपी ने कहा कि कुछ कटू शब्दों का प्रयोग करने पर कुछ लोगों ने आंसू बहाये, तो कुछ लोगों को ये खराब लगा लेकिन उपद्रवियों के हाथ-पैर तोड़ने वाले बयान पर कायम हूं क्योंकि उपद्रवियों को माला नहीं पहनाया जाता है।हम फूल माला पहनाकर, हाथ जोड़कर काम करने के लिए नहीं आये हैं। कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटेंगे। डीजीपी ने कहा कि ओरमांझी कांड के बाद पुलिस का मनोबल तोड़ने के लिए बहुत कुछ बोला गया। पुलिस कार्रवाई रोकने की भी कोशिश की गयी।
क्रिमिनल और उग्रवादी के पैसा इन्वेस्टर करने वालों पर होगी कार्रवाई
डीजीपी ने कहा कि क्रिमिनल और उग्रवादी पर पैसा इन्वेस्ट करने वालों पर भी कार्रवाई होगी। झारखंड पुलिस की कार्रवाई से राज्य में माफियागिरी बंद हुई है। व्यवसायियों को लेवी या फिरौती के लिए धमकाने वालों पर नकेल कसने के लिए कठोर कार्रवाई का आदेश दिया गया है।उन्होंने कहा कि व्यवसायी शांति से अपना काम करते रहें। ऐसे माफियाओं को जिन सफेदपोशों का संरक्षण है, उनकी पहचान हो गयी है। हम ऐसे सफेदपोशों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने जा रहे हैं।
रेप के सभी मामले में दर्ज हुए एफआइआर
डीजीपी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान स्टेट में जितने भी रेपकी घटनाएं हुई हैं, सभी में एफआइआर दर्ज हुए हैं। डीजीपी ने कहा कि जहां महिला का बॉडी मिलता है, वहां रेप हुआ है. ये तत्काल मान लेना सही नहीं है। पुलिस हर एंगल से जांच करती है। सिर्फ एक एंगल से जांच नहीं होती। पुलिस अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभा रही है। उन्होंने कहा कि युवती की मर्डर जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद कई तरह की बयानबाजी की गई।इस मामले में दूसरी एजेंसी से जांच कराने की मांग की गई लेकिन झारखंड पुलिस जांच के लिए काफी समर्थ है।पुलिस अपनी जिम्मेदारी बेहतर तरीके से निभा रही है।
सुपारी किलर के समान हैं सोशल मीडिया पर जहर फैलाने वाले
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में जहर फैलाने वाले और सुपारी किलर में फर्क नहीं होता है. दोनों रुपये लेकर समाज को दूषित करते हैं।सोशल मीडिया पर जहर फैलाने वाले सुपारी किलर के समान ही होते हैं। डीजीपी ने कहा कि अगर लोग क्राइम के बाद तोड़फोड़ करेंगे, लॉ एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न करेंगे, तो पुलिस का मनोबल टूटेगा। पुलिस कांड सुलझाने पर ध्यान देगी या दंगा से निपटने में लगेगी। डीजीपी ने कहा कि क्राइम आड़ में आतंक फैलाने, लॉ एंड ऑर्डर पर खतरा बनने वालों के साथ ना जाए. इससे क्राइम बढ़ता है। समाज को नुकसान पहुंचता है।
जस्टिस फॉर रांची निर्भया’ लिखने वालों को नोटिस
एमवी राव ने कहा कि हर मामला रेप का नहीं होता है। सोशल मीडिया पर ओरमांझी की घटना को लेकर कुछ लोग ‘जस्टिस फॉर रांची निर्भया’लिखकर अभियान चला रहे थे। जस्टिस फॉर रांची निर्भया लिखने वाले बुद्धजीवियों को रांची पुलिस ने नोटिस भेजा है।नोटिस में पूछा गया है कि आप इतना कॉन्फिडेंस के साथ उन्हें निर्भया बता रहे हैं, तो कोई ना कोई सबूत तो होगा ही आपके पास। आप पुलिस को बतायें कि आपने कैसे उन्हें ‘निर्भया’ बताया।
पुलिस स्टेशन लेवल पर जनसम्पर्क अभियान चलाने का निर्देश
डीजीपी ने कहा कि सभी पुलिस स्टेशनों को निर्देश दिया गया है कि वे जनता से नुक्कड़ आदि के माध्यम से जुड़ें। हर एक पुलिसकर्मी कम से कम 50 लोगों से जुड़े और उनसे संवाद करें। उनके संपर्क में रहें।
ओरमांझी मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने वाले पुलिस अफसर होंगे सम्मानित
डीजीपी ने कहा कि ओरमांझी युवती मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने वाले पुलिस अफसरों को सम्मानित किया जायेगा। आईजी मानवाधिकार अखिलेश झा, एसएसपी रांची सुरेंद्र कुमार झा, रुरल एसपी रांची नौशाद आलम, डीएसपी हेडक्वार्टर (1) नीरज कुमार, डीएसपी सिल्ली चंद्रशेखर आजाद, डीएसपी खलारी मनोज कुमार डीएसपी साइबर यशोधरा कुमारी, ओरमांझी ओसी इंस्पेक्टर असित कुमार मोदी सम्मानित होंगे।