Jharkhand: जमशेदपुर में RAF का फ्लैग मार्च, बीजेपी लीडर अभय सिंह पुलिस कस्टडी में

झारखंड के जमशेदपुर टाउन में कदमा पुलिस स्टेशन एरिया के शास्त्रीनगर में शनिवार की रात से जारी विवाद को लेकर टेंशन बना हुआ है। सोमवार की शाम हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने धारा 144 लगा दिया है। एरिया में इंटरनेट सेवा ठप है। RAF ने फ्लैग मार्च किया है। पुलिस ने सोमवार को बीजेपी लीडर अभय सिंह को कस्टडी में ले लिया है। 

Jharkhand: जमशेदपुर में RAF का फ्लैग मार्च, बीजेपी लीडर अभय सिंह पुलिस कस्टडी में

जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर टाउन में कदमा पुलिस स्टेशन एरिया के शास्त्रीनगर में शनिवार की रात से जारी विवाद को लेकर टेंशन बना हुआ है। सोमवार की शाम हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने धारा 144 लगा दिया है। एरिया में इंटरनेट सेवा ठप है। RAF ने फ्लैग मार्च किया है। पुलिस ने सोमवार को बीजेपी लीडर अभय सिंह को कस्टडी में ले लिया है। 

यह भी पढ़े:Jharkhand: जमशेदपुर में RAF का फ्लैग मार्च, बीजेपी लीडर अभय सिंह पुलिस कस्टडी में


बीजेपी लीडर को बिष्टुपुर पुलिस स्टेशन में रखा गया है। इससे पहले भी पुलिस ने हिंसा मामले में 60 लोगों को कस्टडी में लिया है। एमएलए सरयू राय ने बिष्टुपुर पुलिस स्टेशन में अभय सिंह से मुलाकात की है। अभय सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में बिष्टुपुर पुलिस स्टेशन के बाहर हिंदू संगठन के लोग जुटे हुए हैं। जमकर नारेबाजी कर कर रहे हैं। बीजेपी लीडर अभय सिंह ने कहा कि न्यूरानी कूदर की घटना से ऐसा लगता है कि माहौल बिगाड़ने के लिए षडयंत्र रचा गया है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये।

शनिवार से ही चल रहा है विवाद

कदमा शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर दो में रविवार की शाम दो ग्रुप आपस में भिड़ गये थे। दोनों ओर से पत्थरबाजी भी हुई थी। जमकर हंगामा केबीच उपद्रवियों में किसी ने फायरिंग कर दी। उपद्रवियों ने कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। असामाजिक तत्वों ने शनिवार की शाम कदमा शास्त्रीनगर इलाके में लगे बजरंगबली के झंडे में आपत्तिजनक सामान बांध दी थी। इसके बाद हिंदूवादी संगठन एकजुट होकर विरोध किया। दो घंटे तक हंगामा के बाद मामला शांत हुआ था। मामले को लेकर ही रविवार को कदमा शास्त्रीनगर ब्लाक नंबर 2 स्थित जटाधारी हनुमान मंदिर में हिंदूवादी संगठनों की बैठक रखी गयी थी। शाम के समय सभी बैठक कर कर रहे थे इसी दौरान किसी ने उनपर पत्थरबाजी शुरू कर दी। उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और पथराव शुरू कर दिया। मंदिर कमेटी के सदस्यों के साथ लोकल लोग एकजुट हो गये। दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए और नारेबाजी करने लगे, इसके बाद माहौल बिगड़ गया और पथराव शुरू हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उपद्रवियों को खदेड़ने का प्रयास किया। पुलिस ने उपद्रवियों को रोकने का प्रयास किया तो पुलिस पर भी पथराव कर दिया गया। इसके बाद यह विवाद हिंसा का का रुप ले लिया।