साहिबगंज। झारखंड के साहिबगंज जिले के जिरवाबाड़ी ओपी एरिया के चानन निवासी कुख्यात क्रिमिनल कृष्णा मंडल मर्डर के नेम्ड आरोपित महेंद्र साह को रविवार की सुबह कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला। सूचना मिलने पर चानन गांव पहुंची पुलिस ने महेंद्र साह को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।
महेंद्र साह की मौत की घटना के बाद चानन गांव में भारी टेंशन है। कृष्णा मंडल के परिवार के सभी पुरुष सदस्य गांव छोड़कर फरार हो गये हैं। गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। जिरवाबाड़ी ओपी, नगर व मुफस्सिल थाने की पुलिस वहां कैंप कर रही है। महेंद्र साह की बॉडी पोस्टमार्टम के बाद उसे स्वजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने इस संबंध में पूछताछ के लिएकुछ लोगों को उठाया है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए रेड की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की शाम गांव में ही कृष्णा मंडल की गोली मारकर मर्डर कर दी गई थी। इस मामले में उसके पिता मंगरू मंडल के बयान पर जिरवाबाड़ी ओपी में एफआइआर दर्ज की गई थी। इस मामले में राजमहल पुलिस स्टेशन एरिया के डेरगामा निवासी सुबेश मंडल, बड़ा जिरवाबाड़ी महेंद्र साह व उनके तीन बेटों सुभाष साह, विपिन साह व जग्गा साह, दीपक साह, अतुल मंडल तथा मदनशाही निवासी दिलजुदा अंसारी व पप्पू अंसारी को आरोपित बनाया गया था। कृष्णा मंडल गैंग के सदस्यों ने रविवार की सुबह महेंद्र साह की बुरी तरह पिटाई कर दी। मरनासन्न अवस्था में उसे छोड़कर फरार हो गये। महेंद्र की रीढ़ की हड्डी कई जगह टूट गयी थी। जब उसे हॉस्पिटल में लाया गया तो वह अंतिम सांस ले रहा था।
चानन गांव में एक दशक से चल रहा खूनी खेल
चानन गांव में विगत एक दशक से खूनी खेल चल रहा है। 2018 से अब तक आठ लोगों की मर्डर की जा चुकी है। सात जून 2018 को कुख्यात मुन्ना मंडल की हत्या की गयी थी। 12 दिसंबर 2018 को राजीव मंडल, आठ मार्च 2019 को कृष्णा मंडल की दादी हलारी देवी, एक जून 2019 की देर शाम कुख्यात मुन्ना मंडल की मां, 11 नवंबर की शाम विश्वनाथ मंडल की मर्डर हुई थी।
कृष्णा मंडल के खिलाफ दर्ज थे मर्डर और लूट के कई मामले
कृष्णा मंडल पर मर्डर व लूट के कई मामले दर्ज थे। वह कुख्यात मुन्ना मंडल गिरोह का सदस्य था। मुन्ना मंडल की मर्डर के बाद में कृष्णा व उसके साथियों ने कर दी थी। इसके बाद उसने अपना गैंग बना लिया। मुन्ना मंडल की मां की मर्डर तीन साल पूर्व अपराधियों ने चानन में ही बम मारकर कर दी थी। इससे पूर्व चानन निवासी विश्वनाथ मंडल की भी मर्डर कर दी गई थी। दोनों मुन्ना मंडल मर्डर केस के गवाह थे। इन दोनों मामलों में कृष्णा मंडल को आरोपित बनाया गया था। 2019 में पुलिस ने उसे पकड़ा था। 26 मई 2019 को वह रांची में पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। वह राजमहल उपकारा में बंद था। पाइल्स की बीमारी के इलाज के लिए पुलिस उसे रिम्स ले गई थी। इसी दौरान वह भाग निकला था। इसके बाद तत्कालीन एसडीपीओ राजा मित्रा के नेतृत्व में पुलिस ने जनवरी 2020 के पहले सप्ताह में फरीदाबाद से उसे गिरफ्तार किया था। बाद में वह जमानत पर छूट गया था। कृष्णा पर मदनशाही के कुख्यात मित्तन मियां की मर्डर का भी आरोप था।