झारखंड: रांची में तिरंगा झंडा ठीक करने के दौरान करंट की चपेट में आने से तीन भाई-बहनों की मौत

झारखंड की राजधानी रांची के कांके पुलिस स्टेशन एरिया के अरसंडे में विवार की देर शाम एक ही फैमिली के तीन भाई-बहनों की नंगे तार की चपेट में आने से मौत हो गई। विनीत कुमार झा अपने घर के छत पर लगे तिरंगा झंडा को ठीक करने गया था। आंधी-पानी में तिरंगा झंडा गिर गया था। जैसे ही विनीत झंडा ठीक करने लगा हवा की झोंका में लोहे का पाइप छत से दो फीट की दूरी से गुजर रहे बिजली के तार से सट गया। चंद सेकेंड में ही विनीत की मौत हो गई। झंडे का पाइप सटने से पूरे घर में बिजली करंट आ गयी। इससे आंगन में खड़ी दो चचेरी बहनों पूजा कुमारी और आरती भी करंट के चपेट में आ गई।

झारखंड: रांची में तिरंगा झंडा ठीक करने के दौरान करंट की चपेट में आने से तीन भाई-बहनों की मौत

रांची। झारखंड की राजधानी रांची के कांके पुलिस स्टेशन एरिया के अरसंडे में विवार की देर शाम एक ही फैमिली के तीन भाई-बहनों की नंगे तार की चपेट में आने से मौत हो गई। विनीत कुमार झा अपने घर के छत पर लगे तिरंगा झंडा को ठीक करने गया था। आंधी-पानी में तिरंगा झंडा गिर गया था। जैसे ही विनीत झंडा ठीक करने लगा हवा की झोंका में लोहे का पाइप छत से दो फीट की दूरी से गुजर रहे बिजली के तार से सट गया। चंद सेकेंड में ही विनीत की मौत हो गई। झंडे का पाइप सटने से पूरे घर में बिजली करंट आ गयी। इससे आंगन में खड़ी दो चचेरी बहनों पूजा कुमारी और आरती भी करंट के चपेट में आ गई। 

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जिस समय घटना घटी घर में सिर्फ महिलाएं ही थी। संयोग से अन्य सदस्य पलंग व चौकी पर थे। इस कारण बिजली की चपेट में आने से बच गये। घटना के बाद लोकल लोगों की सूचना पर बिजली सप्लाई बंद किया गया। आसपास के लोगों ने आंगन में बेसुध पड़ी दोनों बहनों को समीप के प्राइवेट हॉस्पिटल ले गये  ले गए जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया । वहीं, देर रात तक युवक की बॉडी छत पर ही पड़ा रहा। घटना शाम में घटी जबकि रात 12 बजे तक बिजली विभाग के स्टाफ मौके पर नहीं पहुंचे थे। डर से किसी की हिम्मत छत पर जाने की नहीं हो रही थी।
घटना की सूचना पर कांके बीडीओ शिलबंत कुमार भट्ट, कांके थाना के प्रभारी बृज कुमार मौके पर पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। कांके थाना प्रभारी खुद बिजली विभाग के स्टाफ को फोन कर बिजली तार से सटे झंडे का पाइप हटाने को कहा। थानेदार के कड़ाई से कहने के बाद बिजली विभाग के स्टाफ आने का आश्वासन दिया। मौक बीडीओ और थानेदार घटना स्थल पर मौजूद थे।
बिहार के समस्तीपुर के हैं तीनों मृतक परिजन
बताया जाता  है कि पूजा और विनीत पिता शिव कुमार झा सगे भाई बहन थे। तीन भाई बहनों में विनीत सबसे छोटा था। पूजा विनीत से बड़ी और सबसे बड़ा राहुल है। जबकि आरती कुमारी विजय झा की इकलौती संतान थी। शिव कुमार झा बिहार के समस्तीपुर में गांव में रहकर खेतीबाड़ी करते हैं जबकि विजय दोनों भाईयों के फैमिली के साथ रांची में रहते हैं। विजय झा गो पालन कर परिवार चलाते हैं। दोनों का ज्वाइंट फैमिली है।

कई बार तार बदलने को कहा, नहीं सुना बिजली विभाग
मृत के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। रोते बिलखते विजय झा बार बार यही कह रहे थे बच्चे बड़े हुए तो लगा अब दिन बदलेगा। दिन क्या बदलेगा पूरा परिवार उजड़ गया। एक मात्र बेटी थी वो भी छोड़कर चली गई। अब किसके सहारे जीऊं। विजय झा कह रहे थे दो साल पहले घर से सटा कर बिजली का 11 हजार वाेल्ट का तार ले गया। कई बार बिजली विभाग के अफसरों से कहा कि तार नहीं हटाना है तो कम से कम घर के समीप तार में प्लास्टिक कवर लगा दें लेकिन नहीं सुनी। हमारी क्या गलती है।

एसबीआइ में सेलेक्शन से खुश थी पूजा
मृतका पूजा का कुछ दिन पहले ही एसबीआइ में क्लर्क पद पर सलेक्शन हुआ था। गुजरात जाकर नौकरी ज्वाईंन करनी थी। घर में एक मेंबर को सरकारी नौकरी लगने से पूरा परिवार खुश था। लगा अब कुछ आर्थिक स्थिति बदलेगी। वहीं, पूजा के बड़े भाई राहुल प्राइवेट नौकरी करते हैं। छोटा भाई विनीत भी किसी दुकान में नौकरी करता था। जबकि आरती की शादी की तैयारी चल रही थी। विजय की दो लड़की थी। बड़ी बेटी की मौत तीन-चार पहले ही हो गई थी। छोटी बेटी को देखकर ही विजय का जीवन कट रहा था।
घर से दो फीट की दूरी पर गुजरा है तार
बिजली विभाग की लापरवाही है कि पतली गली से 11 हजार वोल्ट का नंगी तार लगा दिया। विजय कुमार झा के घर से मात्र दो फीट की दूरी पर मौत रूपी बिजली की तार गुजर रही है। कई अन्य घरों की दूरी भी बिजली तार से काफी कम है। लोकल लोगों का कहना है कि बिजली विभाग के अफसरों पर कार्रवाई होनी चाहिए। अविलंब तार हटायी जाये।
घर पर चार दिन पहले घर पर टांगा था तिरंगा
विनित ने हर घर तिरंगा अभियान से प्रेरित होकर चार दिन पहले अपने घर के छत पर लोहे के पाइप के सहारे तिरंगा लगाया था। तीन दिन से लगातार आंधी पानी से तिरंगे का पाइप गिर गया। रविवार को शाम में उसी पाइप को ठीक करने गया था।