Jharkhand: रांची में अवैध बालू ढ़ुलाई व संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त पुलिस सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह पर ईडी की चार्जशीट

झारखंड की राजधानी रांची में अवैध बालू ढुलाई व संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त पुलिस सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह के खिलाफ ईडी ने चार्जशीट दाखिल की। छापेमारी में ठिकानों से बरामद हुए थे 12.50 लाख रुपये कैश।

Jharkhand: रांची में अवैध बालू ढ़ुलाई व संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त पुलिस सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह पर ईडी की चार्जशीट
ईडी की रेड में बरामद हुए थे 12.50 लाख रुपये।

 रांची। झारखंड में जमीन व बालू घोटाले मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही रही ईडी ने तुपुदाना ओपी की पूर्व प्रभारी व 2012 बैच की पुलिस सब इंस्पेक्टर   मीरा सिंह के खिलाफ रांची स्थित ईडी की स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है।  
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मार्च 2024 में ईडी ने तुपुदाना ओपी प्रभारी मीरा सिंह और उनके करीबी कांग्रेस लीडर लाल मोहित नाथ शाहदेव के ठिकानों पर रेड कर 12.50 लाख रुपये कैश बरामद किये थे। इसके बाद अप्रैल में मीरा सिंह से कई दिनों तक पूछताछ हुई थी। ईडी का दावा है कि अवैध बालू ढुलाई और जमीन घोटाले से जुड़ा पैसा इनकी नेटवर्किंग से जुड़ा है।ईडी ने अप्रैल 2024 में लगातार कई दिनों तक दारोगा मीरा सिंह को समन कर पूछताछ के लिए बुलाया था और उनका बयान लिया था।
ईडी की पूछताछ में रुपयों के स्रोत पर दारोगा मीरा सिंह ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया था। ईडी ने रेड के दौरान तुपुदाना ओपी का सरकारी मोबाइल सहित कुल आठ मोबाइल जब्त की थी। इनमें से कुछ मोबाइल से वाट्सएप चैट मिले थे, जो अवैध बालू ढुलाई सहित संदिग्ध गतिविधियों से संबंधित थे। इस छापेमारी के बाद ही रांची के एसएसपी ने उन्हें लाइन क्लोज कर दिया था। उसके बाद से ही एसआइ मीरा सिंह वेटिंग फॉर पोस्टिंग चल रही हैं।
इधर, एसआइ मीरा सिंह के विरुद्ध जांच में मिले साक्ष्यों के आधार पर ही ईडी ने यह चार्जशीट दाखिल की है। ईडी यह चार्जशीट इस वर्ष ईडी के रांची जोन में दर्ज इंफोर्समेंट केस इंफार्मेशन रिपोर्ट (ईसीआइआर) 8/2025 में किया है। इस चार्जशीट पर पीएमएलए की स्पेशल कोर्ट ने 17 सितंबर को संज्ञान लेने का निर्णय लिया है।पुराने केस के आधार पर ईडी ने किया नया ईसीआइआर
झारखंड एसीबी में 2021 में दर्ज एक केस के आधार पर ही ईडी ने इस वर्ष यह नया ईसीआइआर किया है। झारखंड एसीबी ने एसआइ मीरा सिंह को 25 फरवरी 2021 को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए अरेस्ट किया था। उनपर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा था। तब दारोगा मीरा सिंह खूंटी का महिला थाना प्रभारी थीं। उनपर दुष्कर्म के एक मामले में आरोपित को बचाने के एवज में 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। पीड़ित के आग्रह पर यह मामला 15 हजार रुपये देने पर तय हुआ था। इसके बाद पीड़ित की कंपलेन पर झारखंड एसीबी ने दारोगा मीरा सिंह को 25 फरवरी 2021 को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते अरेस्ट किया था। वह कई महीनों तक जेल में रहीं थीं।
देल से बेल पर बाहर पर आने के बाद दारोगा मीरा सिंह का खुंटी जिले से रांची जिला बल में ट्रांसफर हो गया था। जुलाई 2022 में उन्हें तुपुदाना ओपी का प्रभारी बनाया गया था। रिश्वत लेने के मामले में दारोगा मीरा सिंह के विरुद्ध एसीबी कोर्ट में मामला अब तक विचाराधीन है। अब ईडी की एंट्री के बाद दारोगा मीरा सिंह की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। रिश्वत कांड में गिरफ्तारी व एसीबी की कार्रवाई मामले में पीएमएल अधिनियम के तहत जांच के क्रम में ईडी ने जमीन, बालू सहित कई मामलों में दारोगा मीरा सिंह के विरुद्ध साक्ष्य जुटाया है। मामले में ईडी की जांच अभी जारी है।
ईडी के कब्जे में पुलिस का सरकारी मोबाइल  
तुपुदाना ओपी का सरकारी मोबाइल अब तक ईडी के कब्जे में है। ईडी ने इस मोबाइल को 21 मार्च 2024 की रेड के दौरान जब्त की थी। इसके बाद से ही कई बार पुलिस की ओर से कोर्ट के माध्यम से मोबाइल को मुक्त कराने की कोशिश की गयी, लेकिन ईडी ने उसे अपने साक्ष्य के रूप में जब्त होने की बात कहकर कोर्ट की अनुमति से अब तक अपने पास जब्त रखा है।