महाराष्ट्र: कोरोना वैक्सीन कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग, पांच मजदूरों की मौत
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे के मंजरी कैंपस में एक बिल्डिंग में गुरुवार को भीषणआग लग गयी है। आग लगने से पांच मजदूरों की मौत हो गयी है। महाराष्ट्र गवर्नमेंट ने घटना की जांच के आदेश दियेहैं। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने सीरम घटना में मारे गये लोगों के लिए दुख प्रकट किया है।
- पीएम मोदी ने जताया दुख
- स्टेट गवर्नमेंट ने आग लगने के मामले में दिये जांच के आदेश
पुणे। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे के मंजरी कैंपस में एक बिल्डिंग में गुरुवार को भीषणआग लग गयी है। आग लगने से पांच मजदूरों की मौत हो गयी है। महाराष्ट्र गवर्नमेंट ने घटना की जांच के आदेश दियेहैं। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने सीरम घटना में मारे गये लोगों के लिए दुख प्रकट किया है।
सीरम इंस्टीट्यूट में आग लगने से मरने वालों में दो व्यक्ति रमाशंकर व बिपिन सरोज उत्तर प्रदेश के, सुशील कुमार पांडे बिहार के व महेंद्र इंगले तथा प्रतीक पाष्टे पुणे के ही रहने वाले थे। ये पांचों निर्माणाधीन इमारत में श्रमिक के रूप में काम कर रहे थे। कोरोना वायरस टीका निर्माण इकाई से दूर लगी है। इस का्रण 'कोविशील्ड' टीकों के निर्माण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। आग लगने के दौरान बिल्डिंग में फसें चार लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
अपराह्न करीब पौने तीन बजे सीरम इंस्टीच्युट कैंपस में स्थित एसईजेड 3 बिल्डिंग के चौथे और पांचवें तल पर आग लग गई। सूचना मिलते ही फायर बिग्रेड व एनडीआरएफ की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। आगबुझाने वाले पानी के 15 टैंकरों को काम में लगाया गया। शाम करीब साढ़े चार बजे आग पर काबू पा लिया गया। फर्नीचर, तार, कैबिन जलकर राख हो गये हैं। जहां आग लगी, उन फ्लोर पर कोई महत्वपूर्ण मशीनरी अथवा उपकरण नहीं रखे थे।'कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम के लिए 'कोविशील्ड टीके का निर्माण सीरम संस्थान के मंजरी केन्द्र में ही किया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि जिस भवन में आग लगी वह सीरम केन्द्र की निर्माणाधीन साइट का हिस्सा है। वह कोविशील्ड निर्माण इकाई से एक किमी दूर है, इसलिए आग लगने से कोविशील्ड के निर्माण पर कोई असर नहीं पड़ा है।
डिप्टी सीएम अजीत पवार देर शाम सीरम इंस्टीट्यूट का दौरा करने के बाद कहा कि आग पूरी तरह बुझने के बाद शुक्रवार को सुबह प्रभावित क्षेत्र की फिर से पूरी जांच की जायेगी। तब मरने वालों की संख्या का सही पता लग सकेगा। उन्होंने कहा कि 99 परसेंटउम्मीद यही है कि मरने वालों की संख्या पांच ही है। पवार के अनुसार, पूरी जांच के बाद ही आग लगने के सही कारण का भी पता चल सकेगा। सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग की जांच के लिए पुणे पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली है।
1966 में हुी थी सीरम इंस्टीच्युट की स्थापना
सीरम इंस्टीट्यूट ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी व फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर कोवीशील्ड वैक्सीन का प्रोडक्शन कर रही है। सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा प्रोडक्ट वैक्सीन का भारत में उपयोग भी शुरू हो चुका है। कई अन्य देशों को भी इसकी वैक्सीन भेजी जा रही है। कोरोना के लिए वैक्सीन उत्पादन के अलावा यह संस्थान बीसीजी, पोलियोमाइलिटीस, पोलियोवैक तथा बच्चो के लिए अन्य टीकों का निर्माण करती है। यहां प्रतिवर्ष 1.3 अरब टीके व प्रतिरक्षात्मक दवाएं तैयार की जाती हैं। साइरस पूनावाला वर्ष 1966 में सीरम इंस्टीच्युट की स्थापना की थी। अब उनके पुत्र अदार पूनावाला इस कंपनी के सीईओ हैं। यह कंपनी खुराक संख्या के अनुसार वर्ल्ड की सबसे बड़ी वैक्सीन उत्पादक कंपनी बन चुकी है।