मणिपुर:असम रायफल के काफिले पर उग्रवादियों का हमला, CO की पत्नी और बेटे की भी मौत, चार जवान शहीद

मणिपुर में उग्रवादियों ने शनिवार की सुबह घात लगाकर किये गये एक हमले में असम राइफल्स की 46वीं बटालियन के कमांडिंग आफिसर (सीओ), उनकी वाइफ व बेटे के साथ अर्धसैनिक बल के चार जवानों की मौत हो गई।

मणिपुर:असम रायफल के काफिले पर  उग्रवादियों का हमला, CO की पत्नी और बेटे की भी मौत, चार जवान शहीद

इंफाल। मणिपुर में उग्रवादियों ने शनिवार की सुबह घात लगाकर किये गये एक हमले में असम राइफल्स की 46वीं बटालियन के कमांडिंग आफिसर (सीओ), उनकी वाइफ व बेटे के साथ अर्धसैनिक बल के चार जवानों की मौत हो गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि  मैं मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं उन वीर जवानों और उनके परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि देता हूं जो आज शहीद हुए हैं। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।

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छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले थे कर्नल त्रिपाठी

उग्रवादियों ने कायराना हरकत में चुराचांदपुर जिले के सिंघत उप-मंडल में असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव , उनकी पत्नी अनुजा और पांच साल के बेटे अबीर  और राइफल्स के चार जवानों को मार डाला। हमले में कर्नल विप्लव त्रिपाठी की पत्नी और बेटा भी मारे गये हैं। हमले के पीछे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का हाथ बताया जा रहा है। सीएम एन बीरेन सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए शोक व्यक्त किया है।
न्यूज एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के अनुसार यह घटना म्यांमार की सीमा से लगे चुराचांदपुर जिले में हुई उग्रवादियों ने असम राइफल्स के काफिले पर घात लगाकर IED से हमला किया। हमले में 46 असम राइफल्स के कमांडिंग अधिकारी कर्नल विप्लव त्रिपाठी की पत्नी और बेटे की भी मौत हो गई। कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले थे।

किसी भी उग्रवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली

उग्रवादियों ने पहले 46 असम राइफल्स के कमांडिंग आफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले पर घात लगाकर हमला करने के लिए IED ब्लास्ट किया। इसके बाद मणिपुर के चुराचांदपुर में बल के वाहनों पर फायरिंग की। कमांडिंग आफिसर अपने फारवर्ड कंपनी बेस से अपने बटालियन मुख्यालय लौट रहे थे। अभी तक किसी भी उग्रवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।