मनी लाउंड्रिंग केस: पूजा सिंघल, अभिषेक झा समेत सात के खिलाफ ईडी कोर्ट ने लिया संज्ञान, चार के खिलाफ समन जारी
मनरेगा राशि की 18 करोड़ रुपये के घोटाले की राशि की मनी लाउंड्रिंग करने के मामले में जेल में बंद सस्पेंड आईएएस अफसर पूजा सिंघल समेत सात चार्जशीटेड आरोपियों की परेशानी बढ़ गई हैं। ईडी की स्पेशल कोर्ट ने ईडी की ओर से दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान ले लिया है।
रांची। मनरेगा राशि की 18 करोड़ रुपये के घोटाले की राशि की मनी लाउंड्रिंग करने के मामले में जेल में बंद सस्पेंड आईएएस अफसर पूजा सिंघल समेत सात चार्जशीटेड आरोपियों की परेशानी बढ़ गई हैं। ईडी की स्पेशल कोर्ट ने ईडी की ओर से दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान ले लिया है।
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पूजा सिंघल, उनके हसबैंड अभिषेक झा, सीए सुमन सिंह, खूंटी जिला परिषद के तत्कालीन कनीय अभियंता राम विनोद प्रसाद सिन्हा(बर्खास्त), तत्कालीन सहायक अभियंता राजेंद्र जैन, तत्कालीन कार्यपालक अभियंता जय किशोर चौधरी, खूंटी विशेष स्पेशल डिवीजन के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता शशि प्रकाश के खिलाफ कोर्ट ने संज्ञान लिया है।
आरोपियों के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग की धारा 3 व 4 के तहत संज्ञान लिया गया है। इनमें से तीन आरोपी पूजा सिंघल, राम विनोद प्रसाद सिन्हा एवं सुमन कुमार जेल में हैं। जबकि जेल से बाहर अभिषेक झा समेत चार के खिलाफ समन जारी किया गया है। आरोपियों को स्वयं या अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में उपस्थिति दर्ज करानी है। इसके लिए अदालत ने तीन अगस्त की तारीख निर्धारित की है।उल्लेखनीय है ईडी ने उक्त मामले में जांच पूरी करते हुए पांच जुलाई को पूजा सिंघल समेत सात आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। ईडी ने छह मई को आईएएस अफसर पूजा सिंघल के आवास सहि त 25 ठिकानों पर रेड मारा था। रेड के दौरान सीएम सुमन कुमार के आवास और ऑफिस से 19.31 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई थी।
पांच हजार पेज की चार्जशीट
मनरेगा घोटाला मामले में ED ने कोर्ट में लगभग 5000 पेज की चार्जशीट दाखिल की है। इसमें पूजा सिंघल के कारनामों की विस्तृत जानकारी दी गई है। सिंघल के पूरे नेक्सस की जानकारी के साथ-साथ इस केस से जुड़ी कई अहम जानकारियां भी दी गयी है। ईडी के अफसर दो बड़े बक्सों में चार्जशीट लेकर कोर्ट पहुंचे थे।
झारखंड के खूंटी जिले में तत्कालीन डीसी पूजा सिंघल के कार्यकाल में 18.06 करोड़ का मनरेगा घोटाला हुआ था। आरोप है कि पूजा सिंघल समेत सभी आरोपितों ने मनी लांड्रिं ग के जरिए ब्लैक मनी को व्हाइट किया है। इस मामले की जांच ईडी कर रहा है। ईडी ने पांच जुला ई को पूजा सिंघल सहित सात आरोपितों पर चार्जशीट दाखि ल किया था। इनमें खूंटी की तत्काली न डीसी पूजा सिंघल, हसबैंड अभिषेक झा, सीए सुमन कुमार, तत्कालीन कनीय अभियंता राम विनोद प्रसाद सिन्हा, तत्कालीन सहायक अभियंता राजेंद्र कुमार जैन, कार्यपालक अभियंता जयकिशोर चौधरी व खूंटी विशेष प्रमंडल के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता शशि प्रकाश का नाम शामिल था पूजा सिंघल और सीए सुमन कुमार जेल में बंद हैं।
ब्लैक मनी का पांच परसेंट जाता था पूजा सिंघल के पास
ईडी की चार्जशीट में उल्लेख किया गया है कि पूजा सिंघल और सभी इंजीनियरों ने मिलकर घोटाले को अंजाम दिया है। करोड़ों रुपये कैश घूस लिया है। इस ब्लैक मनी को मनी लॉड्रिंग के जरिए सफेद किया गया है। राम विनोद प्रसाद सिन्हा ने यह स्वीकार किया है कि पांच परसेंट कमिशन पूजा सिंघल को भेजता था। पूजा सिंघल और उसके हसबैंड अभिषेक झा के बैंक अकाउंट में गलत तरीके से 1.43 करोड़ रुपये जमा कराये गये थे। पूजा सिंघल घूस की रकम एडवांस लिया करती थी। इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा रुपये वसूलकर पूजा सिंघल को दिया करता था।
पूजा के सीए सुमन के पास से मिले थे 19.31 करोड़ कैश
ईडी की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि कि वर्ष 2005-2006 से 2012-13 के बीच आइएएस पूजा सिंघल ने 13 इंसोरेंस पॉलिसी खरीदी थी। उसने 80.81 लाख रुपये प्रीमीयम जमा किये थे। बाद में पूजा सिंघल ने इंसोरेंस पाॉलिसी तोड़कर 84.64 लाख रुपये निकाल लिया था। इसके बाद उसने सीए सुमन कुमा र के बैंक अकाउंट्स में 16.57 लाख रुपये भेज दिया था। ईडी ने जब सुमन कुमार के घर रेडकी थी तो 19.31 करोड़ केश मिले थे। उसने पूछता छ में बताया था कि रुपये पूजा सिघल के हैं। मनी लांड्रिंग के आरोप में पूजा सिंघल को ईडी ने 11 मई को अरेस्ट किया था। ईडी की कोर्ट में पेशी के बाद रिमांड पर लिया गया था। 14 दिनों की पूछताछ के बाद 25 मई को पूजा कोज्यूडिशियल कस्टडी में बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार भेज दिया गया था।