NIA-ED ने 13 स्टेट में PFI के ठिकानों पर मारा रेड, 106 कस्टडी में 

नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने गुरुवार आधी रात से टेरर फंडिंग मामले में 13 स्टेट में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कई ठिकानों पर रेड की है। NIAव ED की रेड अब तक जारी है। टेरर फंडिंग केस में हो रही इस कार्रवाई में पीएफआइ से जुड़े 106 सदस्यों को अरेस्ट किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अरेस्ट होने वालों में संगठन प्रमुख ओमा सालम भी शामिल है।

NIA-ED ने 13 स्टेट में PFI के ठिकानों पर मारा रेड, 106 कस्टडी में 
  • NIA की कार्रवाई के बाद केरल-कर्नाटक समेत कई राज्यों में PFI कार्यकर्ताओं ने सेंट्रल एजेंसी के खिलाफ नारेबाजी 

नई दिल्ली। नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने गुरुवार आधी रात से टेरर फंडिंग मामले में 13 स्टेट में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कई ठिकानों पर रेड की है। NIAव ED की रेड अब तक जारी है। टेरर फंडिंग केस में हो रही इस कार्रवाई में पीएफआइ से जुड़े 106 सदस्यों को अरेस्ट किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अरेस्ट होने वालों में संगठन प्रमुख ओमा सालम भी शामिल है।

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NIA और ED की यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, असम, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रेदश, पुडुचेरी और राजस्थान में चल रही है। रेड में  PFI के 106 कार्यकर्ताओं को देश में आतंकी गतिविधियों का कथित रूप से समर्थन करने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। NIA, ED और राज्य पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की ज्वाइंट रेड में केरल से 22, कर्नाटक से 20, महाराष्ट्र से 20, आंध्र प्रदेश से पांच, असम से नौ, दिल्ली से तीन, मध्य प्रदेश से चार, पुडुचेरी से तीन, राजस्थान से दो, तमिलनाडु से 10 और उत्तर प्रदेश से आठ लोगों को अरेस्ट किया गया है। 

चेयरमैन ओमा सलाम, नसरुद्दीन एलमारम, पी. कोया को भी कस्टडी में
बताया जाता है कि PFI के चेयरमैन ओमा सलाम, नसरुद्दीन एलमारम, पी. कोया को भी कस्टडी में लिया गया है। कई स्टेट के चीफ को भी अरेस्ट किया किया गया है। ये रेड आतंकवाद को फंडिंग करने, ट्रेनिंग कैंप आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने में शामिल व्यक्तियों के घरों और ऑफिस में की जा रही है। अफसरों ने कहा कि आतंकी फंडिंग, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए कई स्थानों पर तलाशी ली जा रही है। PFI की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद ने NIA-ED द्वारा देशभर में की गई कार्रवाई की निंदा की है। उन्होंने कहा कि नेताओं की गिरफ्तारी और उत्पीड़न एवं संगठन के सदस्यों और समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई गलत है। उन्होंने कहा कि NIA के निराधार दावे के पीछे आतंक का माहौल बनाना है।
कई स्टेट में पीएफआई के खिलाफ कार्रवाई का विरोध शुरू हो गया है। तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शन करने वाले लोग पीएफआई के ठिकानों पर रेड और सदस्यों की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं।

पीएफआई और एसडीपीआई कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन 
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में पीएफआई और एसडीपीआई कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। स्टेट में चेन्नई, सालेम और अन्य इलाकों में छापेमारी की जा रही है। चेन्नई में पीएफआई के लगभग 100 कार्यकर्ता पार्टी ऑफिस के बाहर जमीन पर बैठ नारेबाजी की। मायलापुर में पीएफआई के एक पदाधिकारी आर. नासिर ने एजेंसी से कहा, 'यह एक सामाजिक संगठन के खिलाफ फासीवादी ताकतों का हमला है। हम केंद्रीय एजेंसियों की अलोकतांत्रिक रेड का विरोध करते हैं। हम इस तरह के कायरतापूर्ण कार्यों से नहीं झुकेंगे।'केरल से भी पीएफआई नेताओं को अरेस्ट किया गया है। इसके विरोध में राज्य में भी प्रदर्शन हुए। केरल में पीएफआई चेयरमैन ओमा सलाम को भी हिरासत में लिया गया है। विरोध में कई कार्यकर्ता राज्य की सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने इसे आरएसएस का एजेंडा कहा है। उन्होंने शुक्रवार को केरल बंद का भी एलान किया है।कर्नाटक के मंगलुरु में पीएफआई और एसडीपीआई कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है
सेंट्रल होम मिनिस्टर ने की बैठक
पीएफआइआर के ठिकानों पर चल रही रेड के बीच सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह ने बैठक की। बैठक में NSA, गृह सचिव, NIA DG सहित अन्य अफसरों ने भाग लिया। 

यह है पीएफआइ
PFI की स्थापना केरल में 2006 में हुई थी। 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद तीन मुस्लिम संगठनों- केरल का राष्ट्रीय विकास मोर्चा, कर्नाटक फोरम फार डिग्निटी और तमिलनाडु की मनिथा नीति पासारी के विलय के बाद PFI का जन्म हुआ। बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद, दक्षिण भारत में कई संगठन सामने आए थे, जिनमें से कुछ को मिलाकर PFI का गठन किया गया था। PFI खुद को अल्पसंख्यक समुदायों, दलितों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों के लोगों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध एक नव-सामाजिक आंदोलन के रूप में बताता है।
इन राज्यों में सक्रिय है PFI
PFI का दावा है कि वर्तमान में 22 राज्यों में उसकी इकाइयां हैं। पिछले कुछ वर्षों में PFI की अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। PFI को एशिया के अलावा मध्य-पूर्वी देशों से भी फंडिंग मिलती है। पहले PFI का हेडक्वार्टर कोझिकोड में था, लेकिन इसके विस्तार के बाद हेडक्वार्टर को दिल्ली में स्थानांतरित कर दिया गया। PFI के प्रदेश अध्यक्ष नसरुद्दीन एलमारोम संगठन के संस्थापक नेताओं में से एक हैं। इसके अखिल भारतीय अध्यक्ष ई अबुबकर भी केरल के रहने वाले हैं।
रेड के कारण
NIA अफसरों से मिली जानकारी के अनुसार कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और हैदराबाद में आतंकी गतिविधि बढ़ाने के लिए भारी संख्या में टेरर फंडिंग की गई है। लिंक खंगालने के बाद जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई की गई है।सोर्सेज के अनुसार NIA को सूचना मिली कि कई राज्यों में पिछले कुछ महीनों से PFI बड़े स्तर पर ट्रेनिंग कैंप लगा रही है। इसमें हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने के साथ लोगों का ब्रेनवॉश भी किया जा रहा था। जुलाई में पटना के पास फुलवारी शरीफ में मिले आतंकी मॉड्यूल को लेकर भी छापेमारी की गई है। फुलवारी शरीफ में PFI के सदस्यों के पास से इंडिया 2047 नाम का 7 पेज का डॉक्यूमेंट भी मिला था। इसमें अगले 25 साल में भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की प्लानिंग थी।
झारखंड में बैन है पीएफआइ
समाज में सांप्रदायिकता फैलाने के आरोप में PFI अभी सिर्फ झारखंड में ही बैन है। इसके खिलाफ संगठन ने कोर्ट में अपील भी की है। वहीं केंद्र सरकार भी PFI पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। इसके लिए अगस्त में ही एक टीम बनाई गई थी, जिसे 3 मोर्चे पर काम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।