National Doctors Day 2021: पीएम नरेंद्र मोदी ने डाक्टरों को बताया 'ईश्वर' का दूसरा रूप,योग को आगे बढाने में IMA से मांगा सहयोग
पीएम नरेंद्र मोदी ने नेशनल डॉक्टर्स डे पर डॉक्टरों को शुभकामनाएं देते हुए कोरोना महामारी से जूझने में सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है। पीएम ने कहा कि महामारी की संकट के बीच डाक्टरों के उल्लेखनीय सहयोग की सराहना करते हुए उनकी तुलना ईश्वर से की। उन्होंने 'योग' को आगे बढ़ाने का भी उल्लेख किया।
- 50 हजार करोड़ रुपये की 'क्रेडिट गारंटी स्कीम' से पूरी होंगी कमियां
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने नेशनल डॉक्टर्स डे पर डॉक्टरों को शुभकामनाएं देते हुए कोरोना महामारी से जूझने में सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है। पीएम ने कहा कि महामारी की संकट के बीच डाक्टरों के उल्लेखनीय सहयोग की सराहना करते हुए उनकी तुलना ईश्वर से की। उन्होंने 'योग' को आगे बढ़ाने का भी उल्लेख किया।
पीएम बुधवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते रहे थे।उन्होंने कहा कि डॉ बी. सी. रॉय की स्मृति में मनाया जाने वाला ये दिन हमारे डाक्टर हमारी मेडिकल फ्रेटर्निटी के उच्चतम आदर्शों का प्रतीक है। खासतौर पर पिछले 1.5 साल में उन्होंने जिस तरह देशवासियों की सेवा की है वह एक मिसाल है। पीएम ने कहा कि मैं 130 करोड़ देशवासियों की तरफ से सभी चिकित्सकों को धन्यवाद देता हूं, आभार प्रकट करता हूं। डाक्टर ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है। कई बार ऐसा लगने लगता है कि क्या हम किसी हमारे अपने को खो देंगे, लेकिन वे ऐसे मौकों पर किसी देवदूत की तरह जीवन की दिशा बदल देते हैं।'
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने पर जोर
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे डॉक्टरों की ओर से कोविड प्रोटोकॉल तैयार किया जा रहा है और उसे लागू कराया जा रहा है। हमने देखा है कि कैसे मेडिकल इन्फ्रास्ट्रकचर को इग्नोर किया गया था। हालांकि तमाम परेशानियों के बावजूद भारत की स्थिति कई विकसित देशों के मुकाबले भी स्थिर और बेहतर रही।पीएम ने कहा कि मैं आप सभी लोगों से अपील करता हूं कि पूरी जागरूकता के साथ कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। आज कल चिकित्सा जगत से जुड़े लोग योग को प्रमोट करने के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई आधुनिक मेडिकल साइंस संस्थान इस बात पर स्टडी कर रहे हैं कि आखिर कोरोना संक्रमित होने के बाद कैसे योग लोगों को उबरने में मदद कर सकता है।
पीएम मोदी ने डॉक्टरों की जमकर सराहना करते हुए कहा, 'हमारे डॉक्टरों के ज्ञान और अनुभव के चलते हमें कोरोना वायरस से लड़ने में मदद मिल रही है। हेल्थ सेक्टर के बजट को भी सरकार की ओर से दोगुना कर दिया गया है।पीएम ने कहा कि इतने दशकों में जिस तरह का मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर देश में तैयार हुआ था, उसकी सीमाएं आप भलीभांति जानते हैं। पहले के समय में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को किस तरह नजरअंदाज किया गया था, उससे भी आप परिचित हैं। इस साल हेल्थ सेक्टर के लिए बजट का आवंटन दोगुने से भी ज्यादा यानि दो लाख करोड़ रुपये से भी अधिक किया गया। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की एक क्रेडिट गारंटी स्कीम लेकर आये हैं, जो स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को पूरा करेगी।
योग को आगे बढाने में IMA से मांगा सहयोग
पीएम मोदी ने योग को आगे बढ़ाने के लिए IMA से वैज्ञानिक तरीके से सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि आज देश में तेजी से नए AIIMS खोले जा रहे हैं। नए मेडिकल कॉलेज बनायें जा रहे हैं, आधुनिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया जा रहा है। 2014 तक देश में केवल 6 AIIMS थे, वहीं इन 7 वर्षों में 15 नए AIIMS की शुरुआत हुई और देश में मेडिकल कॉलेज की संख्या भी लगभग डेढ़ गुना बढ़ी है। पीएमने डाक्टरों से कहा, 'जितनी बड़ी संख्या में आप मरीजों की सेवा और देखभाल कर रहे हैं, उसके हिसाब से आप पहले से ही दुनिया में सबसे आगे हैं। ये समय अपने काम का और आपकी वैज्ञानिक अध्ययन का दुनिया संज्ञान ले इसे सुनिश्चित कराने का समय है ताकि आने वाली पीढ़ी को उसका लाभ भी मिले।
योग पर करें स्टडी
पीएम ने डॉक्टरों ने कहा कि योग के फायदों के लेकर रिसर्च करें। जब डॉक्टर योग पर स्टडी करते हैं तो पूरी दुनिया इस बात को गंभीरता से लेती है। क्या आईएमए की ओर से ऐसे अध्ययन को मिशन मोड पर आगे बढ़ाया जा सकता है? क्या योग पर आपकी स्टडी इंटरनेशनल जर्नल्स में प्रकाशित हो सकती है।
पीएम ने कहा कि आज जब देश कोरोना से जंग लड़ रहा है तो डॉक्टर्स ने दिन रात मेहनत करके लाखो लोगों का जीवन बचाया है। ये पुण्य कार्य करते हुए देश के कई डॉक्टर्स ने अपना जीवन न्योछावर कर दिया। मैं जीवन आहूत करने वाले सभी डॉक्टर्स को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि डॉ बी. सी. रॉय की स्मृति में मनाया जाने वाला ये दिन हमारे डॉक्टर्स के, हमारी मेडिकल फ्रेटर्निटी के उच्चतम आदर्शों का प्रतीक है। खासतौर पर पिछले 1.5 साल में हमारे डॉक्टर्स ने जिस तरह देशवासियों की सेवा की है वह एक मिसाल है। हमारी सरकार ने डॉक्टर्स के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए पिछले वर्ष ही कानून में कई कड़े प्रावधान किए। इसके साथ ही हम अपने कोविड वारियर्स के लिए फ्री इंश्योरेंश कवर स्कीम भी लेकर आये हैं।