New Chief Justice: झारखंड हाई कोर्ट के नये चीफ जस्टिस होंगे बीआर सारंगी
जस्टिस बीआर सारंगी (विद्युत रंजन षाडंगी) झारखंड हाई कोर्ट के नये चीफ जस्टिस होंगे। इस संबंध में सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। जस्टिस सारंगी ओडिशा हाई कोर्ट के जज है। पूर्व में सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने उन्हें झारखंड हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाए जाने की अनुशंसा केंद्र सरकार से की थी।
- जस्टिस एस चंद्रशेखर का राजस्थान ट्रांसफर
रांची। जस्टिस बीआर सारंगी (विद्युत रंजन षाडंगी) झारखंड हाई कोर्ट के नये चीफ जस्टिस होंगे। इस संबंध में सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। जस्टिस सारंगी ओडिशा हाई कोर्ट के जज है। पूर्व में सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने उन्हें झारखंड हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाए जाने की अनुशंसा केंद्र सरकार से की थी।
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कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर झारखंड हाई कोर्ट के नये चीफ जस्टिस नियुक्त किये जाने की जानकारी शेयर की है। उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि झारखंड हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस एस चंद्रशेखर का ट्रांसफर राजस्थान हाईकोर्ट किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में हुई कॉलेजियम की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। जिसपर राष्ट्रपति की मुहर लग चुकी है।
जस्टिस षाडंगी इसी वर्ष 20 जुलाई को रिटायर होने वाले हैं। वह वर्तमान में उड़ीसा हाई कोर्ट के सबसे सीनीयर जस्टिस हैं। झारखंड हाईकोर्ट के एक्स चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा की रिटायर होने के बाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पद 28 दिसंबर, 2023 से खाली था। जस्टिस एस चन्द्रशेखर तब से एक्टिंग चीफ जस्टिस के रूप में कार्यरत थे।जस्टिस बीआर सारंगी ने दिसंबर 1985 में उड़ीसा हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हुए अपना कानूनी करियर शुरू किया। उन्होंने दीवानी, आपराधिक, संवैधानिक, राजस्व, कर, श्रम, सेवा, खनन, शिक्षा, बिजली, बीमा, बैंकिंग, टेलीफोन, चुनाव आदि सहित कानून की विभिन्न शाखाओं में मामलों को संभाला। 2002 में उड़ीसा हाईकोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस ने जस्टिस सारंगी को वकील के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन और पेशेवर नैतिकता के उच्च मानक के लिए स्वर्ण पदक के साथ हरिचरण मुखर्जी मेमोरियल पुरस्कार से सम्मानित किया।अपने 27 साल के प्रैक्टिस के दौरान जस्टिस सारंगी कई न्यायिक निकायों के समक्ष पेश हुए। उन्हें कई मामलों में मध्यस्थ, वकील आयोग और एमिक्स क्यूरी के रूप में नियुक्त किया गया। उन्हें 20 जून, 2013 को उड़ीसा हाईकोर्ट के सरकारी जज के रूप में बेंच में पदोन्नत किया गया।जस्टिस सारंगी ने 1,52,000 से अधिक मामलों का निपटारा किया। लगभग 1,500 रिपोर्ट किये गये फैसले सुनाये हैं।
1985 में वकालत के साथ शुरू किया था करियर
जस्टिस बीआर सारंगी ने दिसंबर 1985 में ओडिशा हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हुए करियर शुरू किया था। इस दौरान आपराधिक, दीवानी, श्रम, राजस्व, शिक्षा, कर समेत कई मामलों को संभाला।
सिर्फ 17 दिन ही रहेंगे पद पर
ओडिशा हाईकोर्ट के जज जस्टिस विद्युत रंजन सारंगी झारखंड के मुख्य न्यायाधीश का पद संभालेंगे। जस्टिस विद्युत रंजन सारंगी का जन्म 20 जुलाई 1962 में ओडिशा के नायगढ़ जिले के पंतिखारी सासन गांव में हुआ। उनके पिता का नाम बंछानिधि सारंगी था जो कि ओडिशा सरकार में वित्त सलाहकार थे। जस्टिस सारंगी ने अपने करियर की शुरुआत दिसंबर 1985 में की. उन्होंने अपनी कानूनी प्रैक्टिस की शुरुआत ओडिशा हाईकोर्ट, कटक और सुप्रीम कोर्ट से शुरु की। उनकी पहचान एक इमानदार, कर्मठ, मेहनती और गहरी सोच वाले वकील के तौर पर जाना जाता है।
हांलाकि, जस्टिस बी आर सारंगी का कार्यकाल 20 जुलाई तक ही रहेगा। अपनी कर्मठता और ईमानदारी के लिए उन्हें 2002 में तत्कालिन ओडिशा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पीके बालसुब्रमण्यम ने गोल्ड मेडल से नवाजा था। वकील के तौर पर अपने 27 साल के सफल करियर के बाद उन्हें 20 जून 2013 को ओडिशा हाईकोर्ट का जज बनाया गया। 2013 से अबतक वह ओडिशा हाईकोर्ट में जज के पद पर हैं।