नई दिल्ली:अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के छह एमएलए बीजेपी में शामिल, दोस्ती में पड़ेगी दरार? 

अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के छह एमएलए बीजेपी में शामिल हो गये हैं। जदयू महासचिव केसी त्यागी कहते है कि यह गठबंधन धर्म की भावना के खिलाफ है। इसके पहले नागालैंड में भी जेडीयू के सिंगल को वहां के सीएम ने तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल करा लिया था।

नई दिल्ली:अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के छह एमएलए बीजेपी में शामिल, दोस्ती में पड़ेगी दरार? 
  • बोली JDU- यह गठबंधन धर्म के खिलाफ

नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के छह एमएलए बीजेपी में शामिल हो गये हैं। जदयू महासचिव केसी त्यागी कहते है कि यह गठबंधन धर्म की भावना के खिलाफ है। इसके पहले नागालैंड में भी जेडीयू के सिंगल को वहां के सीएम ने तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल करा लिया था।

अरुणाचल  मामले का बिहार में असर नहीं

जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू को तोड़े बिना भी बीजेपी की सरकार सहजता से चल रही थी। जेडीयू वहां रचनात्मक विपक्ष के रूप में था। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी के कदम को गैर दोस्ताना बताते हुए आपत्ति दर्ज की है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया इस घटनाक्रम का बिहार में जेडीयू और बीजेपी के रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यहां की स्थिति अलग है।वर्ष 2019 के अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जेडीयू 15 सीट पर चुनाव लड़ी थी। इनमें सात सीट जीतकर सभी को चौका दिया था। जदयू प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल था।क्योंकि कांग्रेस और एनसीपी को सिर्फ चार-चार सीट हासिल हुई थीं।
बताया जाता है कि बिहार में दोनों पार्टियों के रिश्तों पर इसका कोई असर नही होगा, क्योंकि बिहार की स्थिति अलग है। पर दूसरे स्टेट में बीजेपी को छोटे दलों के साथ गठबंधन पर इसका असर पड़ सकता है। क्योंकि अभी तक बीजेपी विपक्षी पार्टियों के एमएलए को तोड़कर अपने साथ मिला रही थी। यह पहला मौका है जब भाजपा ने सहयोगी दल के एमएलए शामिल किये है।
बिहार में बीजेपी व जेडीयू गठबंधन की गवर्नमेंट

बिहार में बीजेपी और जेडीयू गठबंधन की एनडीए गवर्नमेंट है। साथ में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और विकासशील इनसान पार्टी भी गठबंधन में हैं। ऐसे में बीजेपी के इस रवैये की बिहार में काफी चर्चा हो रही है। बीजेपी ने अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के छह एमएलए को उस वक्त तोड़ा है, जब पटना में दो दिन बाद राष्ट्रीय कार्यसमिति और राष्ट्रीय परिषद की बैठक होनी है। अरुणाचल के एमएलए को पटना में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने आना था। बीजेपी ने यह काम पंचायत व नगर निकाय चुनाव के परिणाम आने के एक दिन पहले किया।

बीजेपी में शामिल होनेवाले जेडीयू एमएलए में तलेम ताबोह, हायेंगा मांगफी, जिके ताको, दोरजी वांग्डी खरमा, डोंगरू सिंयोंग्जू तथा कांगांग टाकू शामिल हैं। जेडीयू एमएएल ने तलेम ताबोह को अपना नेता चुन लिया।अरुणाचल प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष को पत्र लिखा कि वे पार्टी में शामिल होना चाहते हैं। इसके पहले इसी वर्ष 26 नवंबर को सिंयोग्जू खरमा और टाकू को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था।
60 मेंबर की विधानसभा में जेडीयू को केवल एक सीट
 जेडीयू ने अरुणाचल प्रदेश में 2019 के विधानसभा चुनाव में 15 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें सात पर उसे जीत हासिल हुई थी। बीजेपी को 41 सीटें आयीं थीं। बीजेपी के बाद जेडीयू ही अरुणाचल में सबसे बड़ी पार्टी थी। अब 60 सदस्यों की विधानसभा में बीजेपी के अब 48 सदस्य हो गये हैं। जबकि, जेडीयू एक पर सिमट गया है।