लव अफेयर में सरहद पार पहुंची गयी PoK की बहनें, इंडियन आर्मी ने तोहफों संग वापस भेजा
गुलाम कश्मीर में अब्बासपुर की रहने वाली दोनों बहने रविवार को पूछ जिला से लगती Line of controlको पार कर इंडियन एरिया में पहुंच गयी थी। इंडियन एरिया में इंट्री करते ही आर्मी ने दोनों पकड़ लिया। बाद में दोनों को पुंछ पुलिस को सौंप दिया गया।
- पुंछ के चाकन-द-बाग से पाकिस्तानी आर्मी को सौंपी गयी दोनों बहनें
- मां और भाई द्वारा लोकल युवक से कराना चाहते थे जबरन शादी
- पाक आर्मी के जवान से है लव अफेयर, मिलने के लिए घर से भागी
जम्मू। सरहद पार कर इंडियन एरिया के पूंछ जिला में रविवार को PoK से आईं दो बहनों की कहानी फिल्मों की तरह है। जैसे फिल्म में दिखाया जाता है कि पाकिस्तान की एक्ट्रेस व एक्टर अपने प्यार को पाने के लिए सरहद पार कर जाते हैं। इंडियन आर्मी ने सोमवार को इन दोनों बहनों को सम्मान के साथ तोहफे देकर पाकिस्तान को लौटा दिया। दोनों पुंछ के चकन-द-बाग से पाकिस्तानी फौज को सौंपा गया।
गुलाम कश्मीर में अब्बासपुर की रहने वाली दोनों बहने रविवार को पूछ जिला से लगती Line of controlको पार कर इंडियन एरिया में पहुंच गयी थी। इंडियन एरिया में इंट्री करते ही आर्मी ने दोनों पकड़ लिया। बाद में दोनों को पुंछ पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस पूछताछ में बड़ी बहन लाइबा जुबैर ने बताया कि वह गलती से इंडिया की सीमा में इंट्री कर गई हैं। लाइबा ने बताया कि वह एक पाकिस्तान जवान से प्यार करती है और वह इन दिनों इसी एरिया में सरहद पर ड्यूटी पर तैनात है। बातों-बातों में उससे मिलने का करार हुआ। उसी बेकरारी में वह अपनी छोटी बहन सना जुबैर को साथ लेकर पाकिस्तानी सरहद के उस इलाके तक पहुंच आई, जहां उसका महबूब ड्यूटी पर तैनात है।
जवान को खोजते-खोजते अंधेरा हो गया और इस कारण उसे सरहद का पता नहीं चला। वे दोनों इंडियन एरिया में पहुंच गयी। लाइबा का कहना है कि वह गरीब फैमिली से संबंध रखती है। पिछले 10 सालों से गुलाम कमीर के अब्बासपुर में रह रही हैं। हालांकि उनके दादा अब्दुल हक मूल रूप से श्रीनगर के रहने वाले थे। वर्ष 1990 में दादा का देहांत हो गया। पिता मोहम्मद जुबैर पेशे से कसाई थे, जिनकी इस साल जुलाई में हर्ट से मौत हो गई। उनके पिता ने दो शादियां की थी और दोनों पत्नियों से छह-छह बच्चे थे।
मां व भाई जबरन करवाना चाहते थे शादी
लाइबा ने पुलिस को बताया कि उसकी मां और भाई द्वारा उसकी जबरन लोकल लड़के बाबर से उसकी शादी करना चाहते थे। बाबर ने हाल ही में पाकिस्तान की मुजाहिद फोर्स में भर्ती के लिए ट्रेनिंग हासिल की है। बाबर के परिजनों ने उसकी मां व भाई को यह लालच लिया था कि इस शादी के बाद वह हमजा को भी मुजाहिद फोर्स में भर्ती करवा देंगे। लाइबा तारिक से प्यार करती हैं और उसी से शादी करना चाहती थी। तारिक पेशावर का रहने वाला है और इस समय पाकिस्तान की अग्रिम चौकी कहुटा में तैनात है। वह इन दिनों छुट्टी पर है और उसी ने लाइबा से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। सफर शुरू करने से पहले लाइबा ने तारिक का स्थानी होटल में इंतजार किया परंतु जब वह नहीं पहुंचा तो वह उसकी खोज में निकल गयी।
माता-पिता के साथ 2018 में भी आ चुकी हैं इंडिया
लाइबा का कहना था कि वह वर्ष 2018 में वह अपने माता-पिता के साथ रोड के माध्यम से वैध वीजे पर भारत आ चुकी हैं। उन्होंने अपना घर पांच दिसंबर को शाम साढ़े छह बजे छोड़ा था। उसके साथ उनकी छह सहेलियां भी थी। उनके परिजन भी उनकी जबरन शादी करवाना चाहते थे। हम सभी तत्तापानी इलाके में जा रहे थे, जहां उनकी दोस्त सादिक पहले ही किराये के कमरे में रह रही थी। उसने तय किया था कि तारिक से मिलने के बाद वह अपनी सहेलियों के साथ तत्तापानी के लिए निकल जायेंगी। पूरी रात चलकर वे थक चुकी थी। 11.30 बजे वह जंगल में विश्राम करने के लिए रूकी परंतु उनकी सहेलियां आगे बढ़ गई। सुबह 4.00 बजे वह रेंजर नाले से गुजरते हुए कब सरहद के इस पार आ गई पता ही नहीं चला।
इंडियन आर्मी ने पाकिस्तानी सेना से किया संपर्क
लाइबा की सच्चाई जानने के बाद इंडियन आर्मी ने पाकिस्तानी सैनिकों से संपर्क कर दोनों बहनों के बारे में जानकारी दी। पाकिस्तानी आर्मी के अफसरों ने सोमवार की सुबह ने दोनों बहनों को एलओसी पर स्थित चकन-द-बाग से उन्हें वापस लिया। इंडियन आर्मी ने दोनों बहनों को पूरे सम्मान व तोहफों के साथ पाकिस्तानी आर्मी को सौंप दिया।