बोकारो के मुरपा जंगल में मुरपा जंगल में पुलिस का बड़ा ऑपरेशन, दो SLR राइफल, 233 गोलियां बरामद

बोकारो जिले के मुरपा जंगल में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया। आत्मसमर्पण कर चुके नक्सली भोला कोड़ा की निशानदेही पर दो SLR राइफल, 233 गोलियां और कई मैगजीन बरामद हुईं। पुलिस नक्सली नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है।

बोकारो के मुरपा जंगल में मुरपा जंगल में पुलिस का बड़ा ऑपरेशन, दो SLR राइफल, 233 गोलियां बरामद
बोकारो मेों सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता।

बोकारो। झारखंड में बोकारो जिले के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के मुरपा जंगल में सोमवार को पुलिस और सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ व्यापक सर्च अभियान चलाया। इस दौरान सुरक्षा बलों ने दो एसएलआर राइफल, पांच मैगजीन और 233 जिंदा गोलियां बरामद कीं। यह बरामदगी आत्मसमर्पण कर चुके कुख्यात नक्सली भोला कोड़ा (उर्फ रोहित/विकास) की निशानदेही पर की गयी।
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अभियान का नेतृत्व बड़कागांव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पवन कुमार ने किया। इसमें सीआरपीएफ 154 बटालियन, झारखंड जगुआर, और बोकारो पुलिस की संयुक्त टीम शामिल थी। अभियान में गोमिया अंचल (तेनुघाट) के पु.नि. जितेन्द्र कुमार, सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी अभिनव आनंद, और चतरोचट्टी थाना प्रभारी दीपक कुमार राणा भी मौजूद थे।
सर्च अभियान की पृष्ठभूमि
माओवादी दस्ता के सदस्य बीरसेन उर्फ चंचल और उसकी टीम के विरहोरडेरा जंगल में सक्रिय होने की सूचना के आधार पर यह अभियान चलाया गया था। इसी क्षेत्र में पहले हुई मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए थे, जबकि प्रवेज दा, चंचल दा, विशन दा और राजू उर्फ फुलचंद मांझी जैसे कई कुख्यात नक्सली भाग निकले थे।भागते समय भोला कोड़ा और फुलचंद मांझी ने अपने दो एसएलआर हथियार मुरपा के समीप बांस की टेकरी के पास मिट्टी में गाड़ दिए थे। बाद में भोला कोड़ा ने बिहार के मुंगेर में आत्मसमर्पण किया और पूछताछ में हथियार छिपाने की जानकारी दी।
पुलिस रिमांड और नेटवर्क जांच जारी
भोला कोड़ा को हजारीबाग पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जहां उसने कई अहम खुलासे किए हैं। पुलिस उससे पूछताछ कर नक्सली नेटवर्क और हथियार आपूर्ति चैन का पता लगाने में जुटी है।भोला कोड़ा पर बिहार और झारखंड के कई जिलों में दर्ज गंभीर मामले हैं। उस पर आईपीसी की धारा 121 (देश के खिलाफ युद्ध छेड़ना), 307 (हत्या का प्रयास), 120बी (षड्यंत्र), 353 (सरकारी कार्य में बाधा) के अलावा आर्म्स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूएपीए की धाराओं में केस दर्ज हैं।
बरामद हथियारों की सूची

एसएलआर राइफल: 2

एसएलआर एलएमजी के लिए खाली मैगजीन: 1

एसएलआर के खाली मैगजीन: 5

जिंदा गोलियां: 233

मैगजीन पाउच: 2

अभियान का उद्देश्य और सफलता

सुरक्षा बलों का उद्देश्य क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों को खत्म करना और उनके ठिकानों का पता लगाना था। इस अभियान के दौरान जंगल के कई हिस्सों में सघन तलाशी ली गई। पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं, जिनकी जांच जारी है।पुलिस मुख्यालय ने कोयला प्रक्षेत्र के आईजी की देखरेख में यह ऑपरेशन चलाया, जिसमें हजारीबाग पुलिस, बोकारो पुलिस, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ 154 बटालियन की टीमें शामिल थीं।