उत्तर प्रदेश : मनीष गुप्ता मर्डर केस का छठा आरोपी सब इंस्पेक्टर विजय यादव अरेस्ट, सभी एक्युज्ड को रिमांड पर लेगी SIT
कानपुर SIT ने गोरखपुर होटल में हुई प्रोपर्टी डीलर मनीष गुप्ता मर्डर केस में फरार चल रहे लास्ट व छठे आरोपी एसआइ विजय यादव को भी अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने शनिवार को नाटकीय अंदाज में आरोपी को अरेस्ट कर लिया।
लखनऊ। कानपुर SIT ने गोरखपुर होटल में हुई प्रोपर्टी डीलर मनीष गुप्ता मर्डर केस में फरार चल रहे लास्ट व छठे आरोपी एसआइ विजय यादव को भी अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने शनिवार को नाटकीय अंदाज में आरोपी को अरेस्ट कर लिया।
धनबाद: दुर्गा पूजा की छुट्टी में घूमने गये थे कोलकाता, घर से 18 लाख की संपत्ति चोरी
अब SIT सभी छह आरोपियों को रिमांड पर लेगी। इसके लिए SIT ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। रिमांड के दौरान SIT सभी को एक साथ सामने बैठाकर यह जानने की कोशिश करेगी कि वारदात में किसकी क्या भूमिका रही। इसके साथ ही आरोपियों और चश्मदीदों के बयानों का भी मिलान कराया जायेगा। सभी बातें पूरी तरह स्पष्ट होने के बाद ही इस मामले की चार्जशीट की सेक्शन पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा।
पुलिस के साथ होटल स्टाफ की भी संलिप्तता
मनीष मर्डर केस में उनकी वाइफ मीनाक्षी गुप्ता की कंपलेन पर छह पुलिस वालों के खिलाफ मर्डर की एफआइआर दर्ज किया है। लेकिन अब तक की जांच में SIT को मर्डर की नियत से पुलिस वालों के होटल में चेकिंग करने के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। हालांकि SIT ने गैर इरादतन मर्डर के एक नहीं बल्कि प्रर्याप्त सबूत जुटा लिए हैं। अब की जांच में यह भी सामने आया है कि इस मर्डर केस में सिर्फ पुलिस वाले ही नहीं बल्कि होटल कर्मचारी भी शामिल रहे हैं। घटना के बाद जानबुझकर इसके सबूत भी मिटाये गये।
SIT ने इस मामले में सबूत मिटाने की आईपीसी की सेक्शन 201 और सभी के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने की सेक्शन 34 एफआइआर में जोड़ दिया है। अब SIT छह आरोपियों के बयान के बाद इस मामले में शामिल कुछ अन्य लोगों को भी आरोपी बनाने की तैयारी कर रही है। SIT का दावा है कि नियमानुसार 90 दिन के भीतर ही इस मामले की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी जायेगी। अब की जांच में पर्याप्त सबूत, बयान और गवाह जुटा लिए गये हैं। सिर्फ अब तक सामने आई बातों का मिलान कर इस मामले में अंतिम निर्णय लेना ही शेष बचा है।
होटल मालिक और स्टाफ भी बन सकते हैं एक्युज्ड
SIT मनीष गुप्ता के दोस्त हरबीर सिंह और प्रदीप सिंह के अलावा होटल स्टाफ आर्दश पांडेय को अब तक आइ विटनेस मान रही है। लेकिन जांच में मिले तथ्तों के आधार पर होटल स्टाफ की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। ऐसे में इस बात की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि SIT होटल स्टाफ को मिलीभगत के आरोप में और होटल मालिक को तथ्यों को छिपाने के आरोप में एक्युज्ड बना सकती है।मनीष मर्डर केस के आरोपी इंस्पेक्टर जेएन सिंह, एसआइ अक्षय मिश्रा, राहुल दुबे, विजय यादव, कांस्टेबल प्रशांत कुमार और हेड कांस्टेबल कमलेश यादव अरेस्ट हैं।