Uttar Pradesh : मेरठ की IIMT यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ने पढ़ी नमाज, Video Viral, खालिद व तीन सिक्युरिटी गार्ड सस्पेंड
मेरठ में आइआइएमटी यूनिवर्सिटी के मैदान पर नमाज पढ़ने व उसकी तीन वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने के मामले पर कार्रवाई की गयी है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट पर नमाज प्रकरण के मुख्य आरोपित व अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो प्रसारित करने वाले खालिद प्रधान को सस्पेंड कर दिया गया है। सुरक्षा में तैनात तीन गार्ड को भी सस्पेंड कर दिया गया है।

- प्रशासन ने जांच के आदेश दिये
- यूनिवर्सिटी की बनायी कमेटी का जांच के बाद निर्णय
- हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन कर दी नामजद तहरीर
- सांप्रदायिक सौहार्द बिगाडने और आपसी वैमनस्य बढ़ाने का प्रयास
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में आइआइएमटी यूनिवर्सिटी के मैदान पर नमाज पढ़ने व उसकी तीन वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने के मामले पर कार्रवाई की गयी है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट पर नमाज प्रकरण के मुख्य आरोपित व अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो प्रसारित करने वाले खालिद प्रधान को सस्पेंड कर दिया गया है। सुरक्षा में तैनात तीन गार्ड को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
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जारी बयान में यूनिवर्सिटी ने माना है कि नमाज पढ़ने व उसकी वीडियो बनाने का यह मामला सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने व आपसी वैमनस्य बढ़ाने का है प्रयास है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने गंगानगर पुलिस स्टेशन पर प्रदर्शन किया। मुख्य आरोपित खालिद प्रधान के खिलाफ नेम्ड तहरीर दी है। इसमें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने व सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।
क्या बोले आइआइएमटी विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी?
आइआइएमटी यूनिवर्सिटी के मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा ने जारी बयान में बताया कि यूनिवर्सिटी कैंपस में नमाज पढ़े जाने का वीडियो सामने आते ही एक जांच कमेटी का गठन किया गया। गठित कमेटी ने तथ्यों की जांच की। इसमें सामने आया कि कैंपस में नमाज पढ़ने की यूनिवर्सिटी प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गयी थी। यह स्टूडेंट्स द्वारा किया गया स्पान्टेनिअस (बिना पूर्व नियोजन या इरादे) से किया कार्य है। यूनिवर्सिटी प्रशासन के संज्ञान में लाये बिना यूनिवर्सिटी कैंपस में नमाज पढ़ना और उसकी वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का उद्देश्य विश्वविद्यालय में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाडने व आपसी वैमनस्य को बढ़ावा देना का प्रयास है।
उन्होंने बताया कि इस प्रकरण के मुख्य आरोपित छात्र खालिद प्रधान (खालिद मेवाती) को जांच समिति ने पक्ष रखने को बुलाया था। वह जांच समिति के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मुख्य आरोपित खालिद प्रधान को यूनिवर्सिटी से सस्पेंड कर दिया है। इस प्रकरण में लापरवाही पर तीन सिक्युरिटी गार्ड को भी सस्पेंड किया गया है। आइआइएमटी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस प्रशासन से आरोपित छात्र के विरूद्ध उपयुक्त वैधानिक कानूनी करवाई करने को भी कहा है।
पुलिस स्टेशन में हंगामा
उधर, लालकुर्ती के बेगमबाग निवासी कार्तिक हिंदू के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गुरुवार दोपहर गंगानगर पुलिस स्टेशन पहुंच हंगामा कर प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि आइआइएमटी यूनिवर्सिटी के मैदान में 50-60 मुस्लिम युवकों के नमाज पढ़ना एक साजिश है।नमाज पढ़ने के बाद वीडियो बनाकर माहौल बिगाड़ने को इसे इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया गया है। इससे लोग आहत हैं और उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कर नमाज पढ़ने वाले व उसे इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इंस्पेक्टर गंगानगर अनूप सिंह ने बताया जांच की जा रही है। इसके बाद रिपोर्ट दर्ज की जायेगी।