उत्तराखंड: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली पहुंचे, तेज हुईं हटने की अटकलें अनिल बलूनी, अजय भट्ट कुर्सी के रेस में आगे
उत्तराखंड सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार दोपहर दिल्ली पहुंच गये हैं। रावत की आज सेंट्रल होम मिनस्टर अमित शाह और बीजेपी प्रसिडेंट जेपी नड्डा से उनकी आज मुलाकात होगी।
नई दिल्ली। उत्तराखंड सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार दोपहर दिल्ली पहुंच गये हैं। रावत की आज सेंट्रल होम मिनस्टर अमित शाह और बीजेपी प्रसिडेंट जेपी नड्डा से उनकी आज मुलाकात होगी। वहीं, आज शाम को पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक भी है बैठक में इस बात पर फैसला होगा कि उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन किया जाए या फिर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को आगामी चुनाव तक बरकरार रखा जाए।
अजय भट्ट, अनिल बलूनी और सतपाल महाराज का नाम आगे
उत्तराखंड में सीएम कुर्सी को लेकर हलचल तेज हो गई है।ऑब्जर्वर्स की रिपोर्ट के बाद त्रिवेंद दिल्ली तलब किये गये हैं। उन्होंने आलाकमान के सामने रावत ने पक्ष रखा है। इस बीच सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि रावत हट सकते हैं। उनकी जगह इस रेस में कई नाम चल रहे हैं। खास तौर पर अजय भट्ट, अनिल बलूनी और सतपाल महाराज का नाम आगे बताया जा रहा है। पहले भी चार साल के दौरान कई बार सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के हटने की चर्चा हुई। लेकिन उनकी कुर्सी बरकरार रही। सीएम के रेस में आगे तीन नाम
उल्लेखनीय हैकि अगले साल 2022 में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव भी हैं। अगर पार्टी हाई कमान नेतृत्व परिवर्तन करने का मन बनाता है तो सूत्र बताते हैं कि एमपी अनिल बलूनी और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज रेस में सबसे आगे हैं।
त्रिवेंद्र के साथ कई एमएलए ने भी दिल्ली की दौड़ लगाई है। बता दें कि महिला दिवस के अवसर पर सीएम त्रिवेंद्र का आज ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में कार्यक्रम भी था। उत्तराखंड में शनिवार से भाजपा में मचे राजनीतिक भूचाल के बाद नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें काफी तेंज हो गई हैं। शनिवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में बजट सत्र के दौरान ही सीएम त्रिवेंद्र देहरादून पहुंच गये थे। सीएम सहित बीजेपी के कई सीनीयर लीडर व एमएलए ने शनिवार शाम को कोर कमेटी की बैठक में हिस्सा लिया था।
लीडरशीप बदलने की भाजपा में पहले से परंपरा
बीजेपी में सीएम बदलने की परंपरा उत्तराखंड के गठन से बाद से ही होती रही है। पहले नित्यानंद स्वामी को हटाकर उनके स्थान पर भगत सिंह कोश्यारी को सीएम बना दिया गया था। फिर मेजर जनरल (रिटायर्ड) भुवन चंद्र खंडूड़ी के को हटाकर डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को सीएम बनाया गया था। इसके बाद फिर अगला चुनाव खंडूड़ी के नाम पर लड़ा गया। इसी तरह त्रिवेंद्र सिंह रावत को सीएम बने चार साल पूरे हो रहे हैं।
अगर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आने वाले साल में सीएम पद पर बने रह गये तो उत्तराखंड के इतिहास में स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी के बाद दूसरे सीएम होंगे जो पांच साल तक इस प्रदेश का नेतृत्व पूरा करेंगे।
ND तिवारी ही बतौर सीएम पूरा किया अपना कार्यकाल
उत्तरराखंड के सीएम और कार्यकाल
नित्यानन्द स्वामी--9 नवंबर 2000 से 29 अक्टूबर 2001 तक
भगत सिंह कोश्यारी--30 अक्टूबर 2001 से एक मार्च 2002 तक
नारायण दत्त तिवारी--2002 से 2007 तक
भुवन चन्द्र खंडूड़ी--8 मार्च 2007 से 27 जून, 2009
रमेश पोखरियाल निशंक--27 जून 2009 से 11 सितंबर 2011
भुवन चन्द्र खंडूड़ी--11 सितंबर 2011 से 2012 तक (एक कार्यकाल में दूसरी बार)
विजय बहुगुणा--2012 से 2014
हरीश रावत--फरवरी 2014 से 2017 तक
त्रिवेंद्र सिंह रावत--18 मार्च 2017 को मुख्य0मंत्री पद की शपथ ग्रहण की (वर्तमान में उत्तचराखंड के सीएम)