रांची SSP सुरेंद्र कुमार झा सहित झारखंड के 12 पुलिस अफसरों व पुलिसकर्मियों को मिलेगा पुलिस वीरता पदक
रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा सहित 12 पुलिस अफसर व पुलिसकर्मियों को पुलिस वीरता पदक दिया जायेगा। एक हवलदार को राष्ट्रपति पुलिस पदक मिलेगा। उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए चार पुलिस अफसरों को गृह मंत्री पदक व छह पुलिस अफसर व पुलिसकर्मियों को असाधारण आसूचना (खुफिया सूचना) पदक दिया जायेगा।
- चार को उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए गृह मंत्री पदक
- झारखंड जगुआर के एक हवलदार को प्रसिडेंट पुलिस पुलिस मेडल
- छह को मिलेगा असाधारण असूचना पदक
रांची। रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा सहित 12 पुलिस अफसर व पुलिसकर्मियों को पुलिस वीरता पदक दिया जायेगा। एक हवलदार को राष्ट्रपति पुलिस पदक मिलेगा। उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए चार पुलिस अफसरों को गृह मंत्री पदक व छह पुलिस अफसर व पुलिसकर्मियों को असाधारण आसूचना (खुफिया सूचना) पदक दिया जायेगा।
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गवर्नर रमेश बैस राजाधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में 26 जनवरी के मौके पर राज्यपाल राज्य के 23 पुलिस अफसर व पुलिसकर्मियों को विभिन्न श्रेणियों में मेडल देंगे। सेंट्रल से पुलिस वीरता पदक की घोषणा दो साल पहले ही हो गई थी। अब गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्यपाल रमेश बैस के हाथों पदक का वितरण होगा। राज्य ब्यूरो।
मिला पुलिस वीरता पदक
सुरेंद्र कुमार झा (एसएसपी), दीपक कुमार (एएसपी), विभाष तिर्की (सहायक समादेष्टा), हेमंत कुमार चौधरी (पुलिस कांस्टेबल), अजीत कुमार (पुलिस कांस्टेबल), संजीव कुमार सिंह (पुलिस कांस्टेबल), शंभू कुमार सिंह (एसडीपीओ), विमलेश कुमार त्रिपाठी (डीएसपी), जुरेंद्र सोय (हवलदार), शशि रंजन कुमार पांडेय (पुलिस कांस्टेबल), राजेश कुमार साहू (पुलिस कांस्टेबल) व तासादुक अंसारी (पुलिस कांस्टेबल)।
राष्ट्रपति पुलिस मेडल
हवलदार बैद्यनाथ ठाकुर (झारखंड जगुआर)।
बेहतर अनुसंधान के लिए गृह मंत्री मेडल
मणिभूषण प्रसाद (वर्ष 2018 में तत्कालीन इंस्पेक्टर सीआइडी), परमेश्वर प्रसाद (वर्ष 2019 में तत्कालीन डीएसपी हेडक्वार्टर लोहरदगा), नीरज कुमार (वर्ष 2020 में तत्कालीन डीएसपी मुख्यालय वन, रांची) व पुष्पराज कुमार (वर्ष 2020 में तत्कालीन सब इंस्पेक्टर खूंटी)।
स्पेशल ब्रांच पुलिस अफसर व पुलिसकर्मियों को असाधारण आसूचना पदक
सब इंस्पेक्टर हुलास पूर्ति (वर्ष 2018), डीएसपी मनीष टोप्पो (वर्ष 2019), एएसआइ जॉन प्रकाश सुरीन (वर्ष 2019), पुलिस कांस्टेबल पंकज कुमार राय (वर्ष 2019), पुलिस कांस्टेबल सुजय कुमार डे (वर्ष 2019) व पुलिस कांस्टेबल लावरेंस गुडिय़ा (वर्ष 2019)।
सुरेंद्र कुमार झा के लीडरशीप में बिना फायरिंग किये गिरिडीह में पकड़े थे 15 नक्सली
2010 बैच के आइपीएस सुरेंद्र कुमार झा मार्च 2018 में गिरिडीह के एसपी थे। श्री झा के लीडरशीप में लगातार दो दिनों तक चले रेड ऑपरेशन 25 लाख रुपये के इनामी सुनील मुर्मू, पांच-पांच लाख रुपये के इनामी चार्लीस एवं सोहन भुइयां समेत कुल 15 हार्डकोर नक्सली अरेस्ट किये थे। इनमें पांच महिला नक्सली शामिल थीं। पकड़े गये नक्सलियों में चार नाबालिग थे। दो लाख 48 हजार रुपये कैश, बिहार के मुंगेर से लूटी गई एके 47, 639 गोली समेत भारी मात्रा में आर्म्स बरामद किए गये थे। तत्कालीन एसपी गिरिडीह सह वर्तमान एसएसपी रांची सुरेंद्र कुमार झा की सटीक रणनीति के कारण बिना गोली चलाए इतने बड़े माओवादी दस्ते को पकड़ा जा सका था। ऑपरेशन में एसपी के साथ एएसपी दीपक कुमार, तत्कालीन डीएसपी विभाष तिर्की के अलावा तीन पुलिस कांस्टेबल हेमंत कुमार चौधरी, अजीत कुमार व संजीव कुमार सिंह शामिल थे। इस पूरी टीम को पुलिस वीरता पदक मिलेगा।
टीएसपीसी के तीन एरिया कमांडर को ढेर करनेवाली टीम को वीरता पदक
पलामू जिले के छतरपुर पुलिस स्टेशन एरिया दुंदूर हेसाग हिल पर 28 मई 2018 को मुठभेड़ में उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के तीन एरिया कमांडर को ढेर करने वाली झारखंड पुलिस की टीम को गणतंत्र दिवस पर पुलिस वीरता पदक मिलेगा। डीएसपी लेवल के दो अफसर, एक हवलदार व तीन पुलिस कांस्टेबल की टीम द्वारा डेढ़ घंटे के एनकाउंटर एक जख्मी सहित तीन उग्रवादी पकड़े भी गये थे। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन के दौरान मौके से एक एके-47, तीन थ्री नॉट थ्री पुलिस रायफल व दो इंसास रायफल सहित कई आर्म्स व अन्य सामान बरामद किये थे। छतरपुर के एसडीपीओ शंभु कुमार सिंह के नेतृत्व में ही पूरी टीम जंगल में उग्रवादियों से मुकाबला की थी। इस टीम में सीआरपीएफ की 134 बटालियन के अफसर व जवान भी शामिल थे।
सीआरपीएफ टीम को वर्ष 2020 में ही मिल गया था वीरता पदक
सीआरपीएफ की टीम को वर्ष 2020 में ही गणतंत्र दिवस समारोह में वीरता पदक मिल गया था। एमकाउंटर में पकड़े गये उग्रवादियों की पहचान पाटन निवासी अमरजीत, चतरा निवासी पवन शर्मा व गढ़वा निवासी चंदन के रूप में हुई थी। जबकि, घायल उग्रवादी लल्लू सिंह के अलावा एक उग्रवादी विकास पासवान व एक अन्य नाबालिग की गिरफ्तारी हुई थी। टीम में एसडीपीओ छतरपुर शंभू कुमार सिंह, तत्कालीन ट्रेनी डीएसपी विमलेश कुमार त्रिपाठी, एसडीपीओ के बॉडीगार्ड हवलदार जूरेंद्र सोय व पुलिस कांस्टेबल तसादूक अंसारी, ट्रेनी डीएसपी के दो बॉडीगार्ड पुलिस कांस्टेबल शशिरंजन कुमार पांडेय व पुलिस कांस्टेबल राजेश कुमार साहू शामिल थे।