असम: एक केस में बेल मिलते ही दूसरे मामले में अरेस्ट किये गये गुजरात के एमएलए जिग्नेश मेवानी
गुजरात के एमएलए जिग्नेश मेवानी को सोमवार को कोर्ट सेबेल मिल गई, लेकिन उन्हें कुछ मिनटों के अंदर ही एक अन्य मामले में अरेस्ट कर लिया गया। मेवानी के एमएलए अंगशुमान बोरा ने कहा कि गुजरात के बडगाम से विधायक मेवानी को कोकराझार जिले की कोर्ट से बेल मिल गई थी। लेकिन कुछ देर बाद ही बारपेटा जिले की पुलिस ने उन्हें एक अन्य मामले में अरेस्ट कर लिया गया।
- PM के खिलाफ किया था आपत्तिजनक ट्वीट
गुवाहाटी। गुजरात के एमएलए जिग्नेश मेवानी को सोमवार को कोर्ट सेबेल मिल गई, लेकिन उन्हें कुछ मिनटों के अंदर ही एक अन्य मामले में अरेस्ट कर लिया गया। मेवानी के एमएलए अंगशुमान बोरा ने कहा कि गुजरात के बडगाम से विधायक मेवानी को कोकराझार जिले की कोर्ट से बेल मिल गई थी। लेकिन कुछ देर बाद ही बारपेटा जिले की पुलिस ने उन्हें एक अन्य मामले में अरेस्ट कर लिया गया।
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गुजरात कांग्रेस विधायक जिग्नेश @jigneshmevani80 भाई को देखें और वाइरल करें।
— Sandeep Singh (@ActivistSandeep) April 25, 2022
झुकेगा नहीं यह मोदी के आगे।@ReallySwara @
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पीएम के खिलाफ किया था आपत्तिजनक ट्वीट
असम पुलिस ने जिग्नेश को गुजरात से बुधवार को गिरफ्तार किया था। उन पर पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट करने का आरोप है। एक लोकल बीजेपी नेता ने उनका खिलाफ शिकायत की थी। पुलिस की एफआईआर में कहा गया है कि मेवाणी ने ट्वीट में लिखा, 'पीएम मोदी- गोडसे को भगवान मानते हैं।' कांग्रेस समर्थित निर्दलीय एमएलए मेवाणी के खिलाफ कोकराझार पुलिस स्टेशन में में FIR दर्ज किया गया था। गुजरात के पालनपुर से पुलिस उन्हें अरेस्ट कर लेकर आई थी। मेवानी पर आपराधिक साजिश के आरोप में सेक्शन 120 बी, सेक्शन 259ए, वैमनस्यता फैलाने के आरोप में धारा 153A, शांति भंग करने के लिए किसी का अपमान करने आरोप में सेक्शन 504 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा ट्वीट पोस्ट के लिए उन पर ये आरोप लगे थे, इसलिए आईटी एक्ट के तहत भी केस दर्ज किया गया था।
मेवाणी की गिरफ्तारी का कांग्रेस ने किया विरोध, झुकेगा नहीं..
बीच जिग्नेश मेवाणी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वे पुष्पा का स्टाइल दिखा रहे हैं। इस दौरान वे पुलिस कस्टडी में हैं और पुलिस वैन में पीछे बैठे हुए हैं। पुष्पा स्टाइल में अपना हाथ अपनी दाढ़ी पर लगा रहे हैं।यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो उस समय का है जब असम के कोकराझार कोर्ट से सोमवार को उन्हें बेल मिली लेकिन उन्हें बाद में एक अन्य मामले को लेकर अरेस्ट कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि बेल मिलने के बाद मेवाणी ने अफशरों पर हमला किया, जिसमें उन्हें गिरफ्तार किया गया है। यह वीडियो तभी का बताया जा रहा है।
सत्य को कैद नहीं कर सकते: राहुल
राहुल गांधी ने जिग्नेश मेवाणी की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि सत्य को कौ कैद नहीं किया जा सकता है। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा और विधायक दिगंता बर्मन और एस के राशिद ने पार्टी कार्यालय से कोकराझार पुलिस थाने तक एक मौन मार्च किया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिग्नेश की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी पर हमला किया था। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, आप असहमति और विरोध को कुचल तो सकते हैं, लेकिन सत्य को कभी कैद नहीं कर सकते।
जिग्नेश ने गिरफ्तारी को साजिश बताया
मेवाणी ने अपनी गिरफ्तारी को बीजेपी और आरएसएस की साजिश बताया था। उन्होंने कहा कि यह मेरी छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है। ये पूरी प्लानिंग है, जैसा रोहित वेमुला के साथ किया, चंद्रशेखर आजाद के साथ किया। अब उनका निशाना निशाना मुझ पर है। जिग्नेश मेवाणी पर आपराधिक साजिश, पूजा स्थल से संबंधित अपराध, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और शांति भंग करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है।
जिग्नेश मेवाणी
जिग्नेश मेवाणी गुजरात के वडगाम से निर्दलीय एमएलल हैं। वह पेशे से एक वकील और पूर्व पत्रकार हैं। जिग्नेश दलित आंदोलन के दौरान चर्चा में आए थे। पिछले साल ही जिग्नेश ने कांग्रेस को समर्थन दिया था। उन्होंने साफ किया था, सितंबर 2021 में कहा था कि वह अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद कांग्रेस जॉइन करेंगे।