BJP ने कहा-हेमंत सरकार की लापरवाही से बिजली संकट, सरयू राय ने आंकड़ों के साथ सेंट्रल को ठहराया जिम्मेवार
झारखंड में जारी बिजली संकट के लिए बीजेपी लीडर एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी व रघुवर दास ने हेमंत सोरेन गवर्नमेंच की निष्क्रियता को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं निर्दलीय एमएलए सरयू राय ने इंडिया एनर्जी एक्सचेंज के तहत उपलब्ध बिजली का आंकड़ा पेश कर बिजली संकट के लिए सेंट्गल गवर्नमेंट को जिम्मेवार ठहराया है। उन्होंने आंकड़ों के साथ जो जानकारी दी, उससे बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास के बयानों की हवा निकाल दी।
रांची। झारखंड में जारी बिजली संकट के लिए बीजेपी लीडर एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी व रघुवर दास ने हेमंत सोरेन गवर्नमेंच की निष्क्रियता को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं निर्दलीय एमएलए सरयू राय ने इंडिया एनर्जी एक्सचेंज के तहत उपलब्ध बिजली का आंकड़ा पेश कर बिजली संकट के लिए सेंट्गल गवर्नमेंट को जिम्मेवार ठहराया है। उन्होंने आंकड़ों के साथ जो जानकारी दी, उससे बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास के बयानों की हवा निकाल दी।
बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन को लिखर कहा है कि मुख्यमंत्री जी,आशा है आप राज्य में बिजली की लचर व्यवस्था से अवगत होंगे।इस प्रचंड गर्मी में एक ओर जनता बेहाल है वहीं आपके अधिकारी स्वार्थ सिद्धि में जुटे हैं।अब निद्रा से जागिये और थोड़ी गंभीरता दिखाइए, राज्यवासियों को राहत पहुंचाने की दिशा में ठोस निर्णय लीजिये।
रघुवर ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि झारखंड में प्रचंड गर्मी के बीच बिजली संकट गहराता चला जा रहा है। गांव और शहर में लगातार पावर कट से जनता परेशान है। हमारे समय में भी बिजली का संकट पैदा होता था, लेकिन पहले से की गयी तैयारी और योजना के कारण इतने अधिक लोड शेडिंग की आवश्यकता नहीं पड़ती थी। वर्तमान में झारखंड में 2300 से 2600 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है। इसमें डीवीसी के अंतर्गत छह जिलों में 600 मेगावाट बिजली की जरूरत शामिल है। इसकी तुलना में झारखंड को लगभग 1200 मेगावाट बिजली मिल रही है। इसमें टीवीएनएल से 320 मेगावाट, आधुनिक से 180 मेगावाट, इंलैंड पावर से 60 मेगावाट तथा सेंट्रल पूल से 650 मेगा वाट बिजली मिल रही है, जो आवश्यकता से 600-700 मेगावाट कम है। स्पष्ट कहा कि बिजली संकट के लिए आपकी सरकार की निष्क्रियता जिम्मेदार है।
बिजली और पानी के लिए जनता में त्राहिमाम
रघुवर ने कहा कि राज्य के 24 जिलों में शहरों में औसतन 6-8 घंटे और गांवों में 4-5 घंटे बिजली मिल रही है। आपकी सरकार की निष्क्रियता के कारण आज झारखंड की जनता बिजली और पानी के लिए त्राहिमाम कर रही है। आग्रह है कि अभी भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की रणनीति बनाएं और जनता को इस बिजली संकट से निजात दिलाएं।
सरयू राय ने बीजेपी नेताओं के बयानों की निकाल दी हवा
सरयू राय ने इंडिया एनर्जी एक्सचेंज के तहत उपलब्ध बिजली का आंकड़ा पेश किया है। एमएलए राय ने आंकड़े के साथ किये ट्वीट में बिजली संकट के लिये मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। सरयू राय ने एक ट्वीट में कहा- आज देश में बिजली की मांग और बिक्री के लिये उपलब्धता की स्थिति का घंटावार विवरण उपलब्ध है। देश भर से इंडिया एनर्जी एक्सचेंज में 35,557 से 45,555 मेगावाट बिजली की मांग हुई। लेकिन मिली सिर्फ 190 से 300 मेगावाट। अधिकतम 12 रुपये प्रति मेगावाट की दर से झारखंड ने मांगी 1000 मेगावाट बिजली, मिली सिर्फ 100 मेगावाट। इससे पहले एक अन्य ट्वीट में सरयू राय ने कहा थाकि हेमंत सोरेन कहते हैं कि जितनी भी महंगी बिजली मिलेगी, खरीदेंगे। राज्य सरकार ने बकाया का भी भुगतान कर दिया है, तब झारखंड के गांवों घरों में बिजली कटौती क्यों ? सरयू राय ने पीएम नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए लिखा- जनता की मदद करें, पैसा लेकर बिजली दिलायें।