- ईडी को खुलेआम धमकी दे रहे, मतलब चोर की दाढ़ी में तिनका...
रांची। झारखंड के एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाले में जेल की सजा काटने का उदाहरण देते हुए सीएम हेमंत सोरेन पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जिस तरह आप पाप का घड़ा फूटने के डर से बौखलाहट में जांच एजेंसियों को धमकी दे रहे हैं। यह बता रहा है कि इन घोटालों में आपके हाथ भी सने हैं।
बाबूलाल ने गुरुवार को एक पर एक कई ट्वीट कर हेमंत सोरेन को निशाने पर लिया है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि चारा चोरी वाले लालू प्रसाद यादव के घोटाला और हेमंत सोरेन के पत्थर, बालू, कोयला, शराब, जमीन, ट्रांसफर-पोस्टिंग लूट घोटाला में एकदम समानता है। चारा चोरी का पर्दाफाश हुआ तो लालू ने जिस तरह जिलों में ताबड़तोड़ छापामारी और मुकदमा अभियान शुरू करा कर अपनी गर्दन बचाने की कोशिश की थी। ठीक उसी तरह दो सालों से झारखंड में खनिज संपदाओं की लूट मचाने वाले हेमंत सोरेन भी पूरे राज्य में अवैध खनन पर कार्रवाई करने को कहकर अपना चेहरा छुपाने और कानून के लंबे हाथ से अपनी गर्दन बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ईडी की कार्रवाई से पूरे मामले का भंडाफोड़ होने के बाद हेमंत सोरेन को खुद के पाप का घड़ा फूटने का डर सता रहा है। मरांडी ने पुराना वाक्या याद करते हुए कहा कि जब चारा घोटाले की सीबीआई जांच की मांग उठी तो इसे रोकने के लिये लालू प्रसाद यादव ने देश के नामी महंगे वकीलों की फौज खड़ी कर दी। वे अपने आप को बचाने के लिए हाई कोर्ट-सुप्रीम कोर्ट तक गये। ठीक उसी तरह हेमंत सोरेन भी अपने घोटालों की जांच रोकने के लिये गरीबों की गाढ़ी कमाई के पैसे से महंगे वकीलों के दम पर हाई कोर्ट- सुप्रीम कोर्ट दौड़ रहे हैं।
बाबूलाल ने कहा, लालू यादव ने भी सीबीआई को डराने के लिए हर हथकंडे अपनाए। तब केंद्र और राज्य दोनों जगह लालू यादव के प्रभाव वाली सरकार थी। लेकिन हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता के आगे उनकी एक न चल सकी। चारा घोटाला की जांच रोकने के सारे प्रयास बेअसर साबित हुए। अंतत: लालू यादव जेल गए, सजा हुई। इसका परिणाम आज दुनिया के सामने है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में लालू के अंदाज में ही हेमंत सोरेन भी जांच एजेंसियों को समझा देने की धमकी और हाथ लगाने की चुनौती देकर डराने का प्रयास कर रहे हैं।
बाबूलाल ने हेमंत को नसीहत देते हुए कहा कि इतिहास से सबक लीजिए। चोर की दाढ़ी में तिनका वाली कहावत को चरितार्थ मत करिए। बौखलाहट में न खुद डरिए न दूसरों को डराइए। देश की न्यायिक व्यवस्था पर धैर्य से भरोसा रखिए। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन को जांच से घबराना नहीं चाहिए। दूध का दूध पानी का पानी हो जाए तो यह सबके लिए ठीक रहेगा। हेमंत सोरेन को हिदायत देते हुए कहा कि आप बेकसूर होंगे तो बाइज्जत मुक्त रहेंगे। इतिहास पुरुष कहलायेंगे। स्वर्णाक्षरों में आपका नाम लिखा जायेगा। लेकिन, अगर आप इस झारखंड महालूट के सहभागी होंगे तो कानून से बच कर कितने दिन तक भागिएगा।
मरांडी ने अपने ट्वीट में लिखा- हेमंत सोरेन जी जांच एजेंसियों को समझा देने की धमकी दे रहे हैं। ईडी को हाथ डालने की चुनौती देकर डराने का प्रयास कर रहे हैं।इतिहास से सबक लीजिए। चोर की दाढ़ी में तिनका वाली कहावत को चरितार्थ मत करिए। भ्रष्टाचार उजागर होने की बौखलाहट में न ही खुद डरिए न दूसरों को डराइए। बाबूलाल मरांडी ने एक अन्य ट्वीट में सीएम हेमंत सोरेन को समझाते हुए कहा कि हेमंत सोरेन जी, जांच से मत घबराइए। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाने दीजिए। अगर आप बेकसूर होंगे, तो बाइज्जत मुक्त रहेंगे। इतिहास पुरुष कहलायेंगे। स्वर्णाक्षरों में आपका नाम लिखा जायेगा। लेकिन अगर आप इस झारखंड महालूट के सहभागी होंगे तो कानून से बच कर कितने दिन भागिएगा?
उल्लेखनीय है कि आइएएस अफसर पूजा सिंघल मामले में ईडी की जांच का दायरा बढ़ जाने के बाद झारखंड में मनी लांड्रिंग के कई बड़े मामलों का खुलासा हुआ है। इस बीच काला धन के इस खुले खेल में सत्ता शीर्ष के भ्रष्टाचार में शामिल होने की बातें भी सामने आ रही हैं। जांच एजेंसी ईडी ने झारखंड हाई कोर्ट में कहा है कि अबतक की जांच में कई चौंकाने वाले दस्तावेज मिले हैं। जिनकी जांच से पता चलता है कि भ्रष्टाचार के तार सरकार चलाने वाले लीडर्स और अफसरों से जुड़े हैं। सरकार के संरक्षण में क्राइम हो रहा है।