बिहार: छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक 13 की मौत, थानेदार-चौकीदार सस्पेंड, शराब माफिया समेत 12 अरेस्ट

बिहार के सारण जिले में दूसरे दिन शुक्रवार को भी शराब कांड में छह लोगों की मौत गयी। मकेर पुलिस स्टेशन के फुलवरिया नोनिया टोली व भाथा सोनहो में गुरुवार को सात व शुक्रवार को छह लोगों के बाद अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। पंद्रह लोगों  के आंखों की रोशनी चली गयी है। इसमें मृतक भी शामिल हैं। 

बिहार: छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक 13 की मौत, थानेदार-चौकीदार सस्पेंड, शराब माफिया समेत 12 अरेस्ट
  • दूसरे दिन शुक्रवार को छह लोगों की मौत
  • रोड जाम, हंगामा,पुलिस पर आरोप

छपरा। बिहार के सारण जिले में दूसरे दिन शुक्रवार को भी शराब कांड में छह लोगों की मौत गयी। मकेर पुलिस स्टेशन के फुलवरिया नोनिया टोली व भाथा सोनहो में गुरुवार को सात व शुक्रवार को छह लोगों के बाद अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। पंद्रह लोगों  के आंखों की रोशनी चली गयी है। इसमें मृतक भी शामिल हैं। 

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कुछ लोगों का पीएमसीएच में इलाज चल रहा है। मौतों की संख्या लगातार बढ़ते रहने की वजह से घटनास्थल से लेकर जिला मुख्यालय तक के अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है। डीएम व एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस बुला कर शराब से 11 लोगों के मरने की पुष्टि की है। मामले की जांच करने मद्य निषेध विभाग के आईजी अमृतराज भी छपरा पहुंचे। उन्होंने सर्किट हाउस में रिव्यू मीटिग भी की। 
शुक्रवार को मरने वालों में विश्वनाथ महतो , चन्देश्वर महतो , कामेश्वर महतो व लखन महतो शामिल हैं जो फुलवरिया भाथा नोनिया टोली के रहने वाले हैं। दो अन्य मरने वालों में सोनहो के नन्दकिशोर प्रसाद व परसा के जितेन्द्र साह शामिल हैं। नंदकिशोर प्रसाद के परिजन उसकी मौत हार्ट अटैक से होने की बात कह रहे हैं।जबकि भेल्दी सोनहो के जितेन्द्र साह की मौत के पीछे  तबीयत खराब होने की चर्चा है लेकिन ग्रामीण दोनों की मौतों की वजह शराब पीना ही बता रहे हैं।

शराब से मरने की घटना के बाद इसमें संलिप्त कारोबारियों की अरेस्टिंग ka nskj लोगों ने सोनहो में रोड जाम कर दिया। आगजनी की। इससे आवागमन ठप रहा। एसपी ने इस मामले में मकेर के थानाध्यक्ष नीरज मिश्रा और फुलवरिया हल्का के चौकीदार मुना मांझी को सस्पेंडकर दिया। मेडिकल टीम को घटनास्थल पर लगाया गया है। पांच प्रखंडों  के घरों में जीविका दीदी व आंगनबाड़ी सेविका को सर्वेक्षण के काम में लगाया गया है।

शराब कारोबारी व मुखिया पति समेत बारह अरेस्ट

सारण पुलिस ने लगातार छापेमारी अभियान चला कर एक कारोबारी व मुखिया पति समेत बारह लोगों को अरेस्ट किया है। पुलिस लगभग पंद्रह लोगों को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है। उत्पाद विभाग व पुलिस की टीम लगातार छापेमारी अभियान में जुटी हुई है। इधर पीएमसीएच में इलाजरत कई लोग जीवन व मौत से लड़ रहे हैं। घटना के बाद पुलिस के कई सीनीयर अफसरों फुलवरिया नोनिया टोली का दौरा कियाहै। 
तीन दिनों के अंदर 15 लोगों की मौत
सारण जिले के पानापुर में भोरहा पंचायत के जीपुरा में तीन अगस्त को दो लोगों की मौत हो गयी थी। 24 घंटे के अंदर अगले ही दिन मकेर में सात लोगों की मौत हो गयी।  एक-एक कर शुक्रवार ो छह लोगों ने अपनी जान गंवा दी। 
मौते के शिकार लोग
(1) चंदन कुमार महतो पिता- पारस महतो (सोनहो भाथा)
(2) ओमनाथ महतो पिता- भरोस महतो
(3) कमल महतो पिता- काशी महतो
(4) धनीलाल महतो पिता-बिगन महतो
(5) राजनाथ महतो- पिता- पोषण महतो
(6) चन्देश्वर महतो पिता-रामायण महतो
(7) सकलदीप महतो पिता- भरोस महतो
(8) विश्वनाथ महतो पिता- अजोर महतो
(9) चन्देश्वर महतो पिता- बिलास महतो
(10) कामेश्वर महतो पिता- जयगोविन्द महतो
(11) लखन महतो पिता- जयगोविन्द महतो
(12)  जितेन्द्र साह पिता- सत्यनारायण साह (संदिग्ध)
(13) नंदकिशोर साह पिता-जगन्नाथ साह (संदिग्ध)

आई जी, मद्यनिषेध अमृत राज ने कहा है कि शराब प्रकरण में कोई भी थानेदार या चौकीदार दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सारण डीआईजी पी कन्नन को छपरा,सीवान और गोपालगंज जिले में शराब कारोबारियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। छापेमारी अभियान में एसपी से लेकर चौकीदार तक को शामिल करने का टास्क सौंपा गया है।
रोड जाम, पुलिस से झड़प, डीएसपी पर उठाया डंडा
जहरीली शराब पीने से 13 लोगों की मौत व कई लोगों की आंखों की रोशनी चले जाने के खिलाफ आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार सुबह छपरा-मुजफ्फरपुर एनएच और शीतलपुर-मशरक एसएच को जाम कर दिया हे। मौके पहुंची पुलिस से भी लोग भिड़ गये। लोगों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही की वजह से लोगों की जान जा रही है। जाम स्थल पर कई थानों की पुलिस कैंप कर रही है। 
छपरा-मुजफ्फरपुर और शीतलपुर-मशरक रोड जाम 

लोगों ने सोनहाे चौक पर दोनों सड़कों को जाम कर दिया। बांस-बल्ला लगाकर आवागमन बाधित कर दिया। इसके बाद टायर जलाकर विरोध करने लगे। लोकल पुलिस स्टेशन पुलिस पहुंची लेकिन लोगों के तेवर देख पुलिस को पीछे हटना पड़ा। इसके बाद एसडीपीओ इंद्रजीत बैठा भी पहुंचे। मृतक की रिश्तेदार एक महिला ने उनपर डंडा उठा लिया। संयोग से एक व्यक्ति बीच में आ गया। 

थानेदार की शराब धंधेबाजों से मिलीभगत 

लोगों का कहना है कि पुलिस लापरवाही बरतती है।लोकल पुलिस अफसर पर शराब धंधेबाजों से मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं। साथ ही इलाज में लापरवाही और पुलिस पर परेशान करने का भी आरोप लगाया।