बिहार: मधेपुरा पुलिस का एक डर्टी पिक्चर आया सामने,डीआईजी ने सुपौल एसपी के लीडरशीप में जांच टीम किया गठित

बिहार में मधेपुरा जिले के पुलिस के कई अफसरों एक डर्टी पिक्चर सामने आया है। पुलिस की दमन पर लगे दाग ने  पूरे महकमे को शर्मसार कर दिया है। कॉलगर्ल सप्लायर महिला ने कहा है कि  मधेपुरा पुलिस के कई पुलिस अफसर रात रंगीन करने के लिए बाहर से 20 साल की लड़की को मंगवाते थे। यह धंधा यहां काफी दिनों से चल रहा था।

बिहार: मधेपुरा पुलिस का एक डर्टी पिक्चर आया सामने,डीआईजी ने सुपौल एसपी के लीडरशीप में जांच टीम किया गठित
  • 20 साल की लड़की के साथ रात रंगीन करते थे पुलिस के कई अफसर
  • कॉलगर्ल सप्लायर के मुंह खोलते ही कई हुए बेपर्द
  •  महिला बोली- DSP ने लड़की को नहीं दिये पैसे तो चुरा ली मोबाइल

पटना। बिहार में मधेपुरा जिले के पुलिस के कई अफसरों एक डर्टी पिक्चर सामने आया है। पुलिस की दमन पर लगे दाग ने  पूरे महकमे को शर्मसार कर दिया है। कॉलगर्ल सप्लायर महिला ने कहा है कि  मधेपुरा पुलिस के कई पुलिस अफसर रात रंगीन करने के लिए बाहर से 20 साल की लड़की को मंगवाते थे। यह धंधा यहां काफी दिनों से चल रहा था।

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मधेपुरा डीएसपी के कॉलगर्ल बुलाने की जांच का आदेश
मधेपुरा के हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे मामले को लेकर कोसी डीआईजी शिवदीप लांडे ने सुपौल एसपी डी अमरकेश के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर दिया है। जांच टीम में सुपौल एसपी डी अमरकेश, सहरसा के हेडक्वार्टर डीएसपी एजाज हफीज मानी, इंस्पेक्टर सदर अंचल निरीक्षक प्रशांत कुमार और सहरसा महिला थानाध्यक्ष प्रेमलता भूपाश्री को शामिल किया गया है। जांच टीम को कई बिंदुओं पर जांच कर 36 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया है। 
सुपौल एसपी व डीएसपी के बयान में विरोधाभास
डीआईजी द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि इस पूरी घटना से पुलिस की छवि धूमिल हुई है। जांच दल को विभिन्न बिंदुओं पर जांच करने का निर्देश दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि मीडिया में मुख्यालय डीएसपी अमरकांत चौबे द्वारा बताया गया कि एसपी का मोबाइल फोन मेरे पास था जो चोरी हो गया। मोबाइल चोरी होने से लेकर नया खरीदने तक विहित प्रकिया अपनाई गई थी। जबकि एसपी मधेपुरा द्वारा बताया गया कि इनके आने के बाद पुराना मोबाइल फोन ही दिया गया। दोनों कथनों में विरोधाभास दिखता है। इस सबंध में मोबाइल, मोबाइल सिम की पूरी जांच की जाय। 
मीडिया में प्रसारित डीएसपी के संबंध में खबरों में गहनता से सत्यापन करने का आदेश
डीआईजी ने मीडिया में प्रसारित डीएसपी के संबंध में खबरों में गहनता से सत्यापन करने का भी आदेश दिया है। उन्होंने आदेश दिया है कि  प्रकाशित खबरों और वायरल वीडियो में देखी जा रही महिला के सबंध में विस्तार से जांच करें कि उसके द्वारा घटना के सबंध में क्या बताया जा रहा है। वह महिला क्या करती है। डीएसपी के पास उसका किस प्रकार का आना-जाना होता था। महिला द्वारा बताये जा रहे वीडियो को किसके द्वारा और कहां रिकार्ड किया गया है। वीडियो कहां से लीक हुआ है इसकी विस्तृत जांच किया जाय। घटना के सबंध में महिला का वीडियो बनाने वाले पुलिस अफसर और स्टाफ को चिन्हित करें और यह पता करें की किसके आदेश पर वीडियो बनाया गया। जांच के दौरान दोषी पाए जाने वाले के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। मामले को लेकर  डीआईजी काफी गंभीर है। उन्होंने पहले मधेपुरा एसपी के नेतृत्व में जांच टीम गठित किया था। लेकिन बाद में पुलिस हेडक्वार्टर के निर्देश पर मधेपुर एसपी की जगह सुपौल एसपी को शामिल किया गया है।

डीआइजी ऑफिस में महिला से लंबी पूछताछ

पुलिस अफसर तक लड़की पहुंचाने का काम करने वाली एक कॉलगर्ल सप्लायर महिला ने पूछताछ में कई सनसनीखेज राज खोले हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है। मधेपुरा एसपी राजेश कुमार हाल में छुट्टी पर गये थे। हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे एसपी के चार्ज में थे। एसपी ने अपना सरकारी मोबाइल डीएसपी को दे दिया था। यह मोबाइल एक कॉलगर्ल के हाथ लग गया। आरोप है कि इस मोबाइल के अलावा एक और मोबाइल भी उसके हाथ लगा है, जो डीएसपी का है। एसपी का मोबाइल सहरसा की एक महिला के पास मिली। महिला को मोबाइल के साथ दबोचा गया। डीआइजी ऑफिस में महिला से लंबी पूछताछ की गई।

मधेपुरा के कई पुलिस अफसरों की पोल खोली

महिला ने मधेपुरा के कई पुलिस अफसरों की पोल खोल दी। महिला ने कहा कि कई अफसर उससे लड़की मंगवाते थे। अफसरों की इच्‍छा रहती थी कि लड़की की उम्र लगभग 20 वर्ष हो। इसके बदले में उसे रुपये दिए जाते थे। लेकिन पुलिसिया धौंस के कारण रुपये काफी कम मिलते थे। कभी-कभी तो रुपये बाद में देंगे कहकर लड़की को वापस भेज देते थे। महिला ने कहा कि एक घंटे लड़की के साथ बिताने के लिए मात्र तीन सौ रुपये दिए जाते थे। इससे ज्‍यादा समय अगर लड़की के साथ रहने की इच्‍छा हो तो पांच सौ देने होते थे। कुछ अफसर तो एक साथ दो-दो लड़की को बुलाते थे।

DSP ने पैसे नहीं दिये तो चोरी कर ली मोबाइल

महिला के पास एसपी का मोबाइल कहां से आया, यह पूछे जाने पर उसने कहा कि वह डीएसपी के डेरा पर एक लड़की को लेकर गई थी। रिफ्यूजी कॉलोनी सुभाष चौक के पास से कॉल गर्ल को लेकर वहां पहुंची। सदर अस्पताल मधेपुरा उनका अवास है। पुलिस अफसर ने एक घंटे के लिए 300 रुपये देने का वादा किया। यह भी कहा कि इससे ज्‍यादा समय लगा तो 500 देंगे। महिला ने लड़की को पुलिस अफसर के पास भेज दिया। लेकिन लड़की को वापस लौटने पर पुलिस अधिकारी ने एक भी रुपये नहीं दिए। इसके बाद मौका पाकर लड़की ने दो मोबाइल पुलिस अफसर के कमरे से चोरी कर ली। महिला ने कहा कि वह लगातार यहां के पुलिस अफसरों को लड़की उपलब्‍ध करवा रही है। जब महिला के पास मोबाइल बरामद हुए तो कोसी प्रक्षेत्र के डीआइजी शिव‍दीप लांडे काफी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

इधर, डीएसपी हेडक्वार्टर अमरकांत चौबे इस घटना के बाद से अवकाश पर हैं। उन्‍होंने कहा कि उनका मोबाइल कहीं गिर गया था। मोबाइल कहां गिरा यह पता नहीं चला। किसी जरुरी काम से उन्‍हें आवकाश पर जाना पड़ा है। डीआइजी शिव‍दीप लांडे ने मधेपुरा के एसपी राजेश कुमार  से इस संबंध बातचीत की है। उन्‍होंने एसपी को इस घटना पूरी जांच अपनी निगरानी में कराने को कहा है। लकॉलगर्ल सप्लायर एक महिला से डीआईजी ऑफिस में पूछताछ हुई। इसी का वीडियो वायरल रहा है। इस वीडियो में महिला ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं, जो पुलिस अफसर की कार्यशैली एवं चरित्र पर सीधा सीधा सवाल है।

डीआइजी की पूछताछ में खुला राज

पूछताछ के करने पर महिला ने बताया कि उसने मधेपुरा सदर अस्पताल के सामने एक डीएसपी के आवास पर एक कॉलगर्ल भेजी थी। इसके बाद महिला ने कहा कि उसे रुपया नहीं मिला, जिसने यह उसे आवास से मोबाइल फोन चोरी कर ली। महिला ने यह भी कहा कि लड़की ने उससे रुपये मांगे थे, लेकिन उसे नहीं दिया। महिला ने कहा कि जब वह खुद रुपये मांगने पहुंची तो कहा कि बाद में लेना। ऐसा पहले भी तीन-चार बार कहा था। इस कारण उसे कोई उपाय नहीं सूझा और मोबाइल चुरा लिया।जिस मोबाइल की चोरी हुई है वह मधेपुरा के एसपी का है। मधेपुरा एसपी छुट्टी पर गए थे, डीएसपी को एसपी का चार्ज मिला था। एसपी ने अपना सरकारी मोबाइल डीएसपी को दे दिया था। चर्चा है कि डीएसपी ने एक लड़की को अपने आवास पर बुलाया गया था। मनमुताबिक रेट नहीं मिलने पर महिला उनके तकिये के नीचे रखा मोबाइल लेकर चली गयी। कहा तो यह भी है कि महिला ने दो मोबाइल चुराया है। एक एसपी का सरकारी मोबाइल, जो डीएसपी के पास था और दूसरा खुद डीएसपी का। डीआईजी ने एसपी को कॉल किया तो फोन स्विच ऑफ मिला। इसके बाद जांच हुई तो मोबाइल का लोकेशन सहरसा से मिला। वी‍डियो वायरल होने के बाद डीएसपी भी छुट्टी पर चले गये हैं।