झारखंड:लालू को चारा घोटाला में सजा सुनाने वाले जज शिवापाल सिंह ने 64 की उम्र में लिये सात फेरे, एडवोकेट संग रचाया विवाह

झारखंड के गोड्डा में 64 वर्ष के जज शिवपाल सिंह ने 50 वर्ष की अपनी प्रेमिका एडवोकेट सह बीजेपी लीडर नूतन तिवारी के साथ शादी कर लिया है। जज की शादी की खूब चर्चा हो रही है। दोनों अपने परिवार की मर्जी से शादी के बंधंन में बंधे हैं। समाज ने भी इनके रिश्ते को सहर्ष स्वीकार कर लिया है। 

झारखंड:लालू को चारा घोटाला में सजा सुनाने वाले जज शिवापाल सिंह ने 64 की उम्र में लिये सात फेरे, एडवोकेट संग रचाया विवाह
गोड्डा। झारखंड के गोड्डा में 64 वर्ष के जज शिवपाल सिंह ने 50 वर्ष की अपनी प्रेमिका एडवोकेट सह बीजेपी लीडर नूतन तिवारी के साथ शादी कर लिया है। जज की शादी की खूब चर्चा हो रही है। दोनों अपने परिवार की मर्जी से शादी के बंधंन में बंधे हैं। समाज ने भी इनके रिश्ते को सहर्ष स्वीकार कर लिया है। 

जज ने चारा घोटाला में लालू  को सुनाई थी सजा 

शिवपाल सिंह गोड्डा पिछले तीन वर्ष से इस गोड्डा में प्रथम जज के पोस्ट पर हैं। मिजाज से कड़क और अपने वसूल के पक्के जजों में उनकी गिनती होती है। वह अपने जीवन में कई अहम फैसले सुना चुके है। चारा घोटाला के केस में जज शिवपाल सिंह ने ही आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को सजा सुनायी थी। इसी की सजा लालू काट रहे है।
जज व एडवोकेट की ऐसे हुई थी मुलाकात
शिवपाल सिंह व नूतन तिवारी एक-दूजे के हो गये। जज साहब ने नूतन की मांग भरी। नूतन भी गोड्डा जिला कोर्ट में एडवोकेट हैं। दोनों की जान-पहचान यही से हुई। एक ही पेशे में होने के कारण नजदिकियां बढ़ी। कुछ दिन बाद नजदिकियां दोस्ती में बदली। दोस्ती प्यार में। अब यह प्यार बंध गया जन्मों-जन्मों के बंधन में। एडवोकेट सर्वजीत झा ने बताया कि जब जिला जज से इसकी सच्चाई जाननी चाही तो उन्होंने विवाह की पुष्टि की। सर्वजीत झा ने यह भी कहा कि जिला जज अभी रांची आवास में है।
जज की वाइफ का दो दशक पहले हो गया था निधन
जज शिवापल सिंह की पत्नी की मृत्यु दो दशक पूर्व ही हो गई थी। उनके दो बेटे है। बेटों से आपसी सालह लेने के बाद बात शादी तक पहुंची। बेटों के रजामंदी के बाद ही जज साहब ने नूतन की मांग में सिंदुर भरा। एडवोकेट नूतन के हसबैंड की भी कुछ साल पहले निधन हो गया था। उन्हें भी इस उम्र में सहारे की जरूरत थी। इस कारण प्यार के बाद शादी के निर्णय तक पहुंचने में परेशानी नहीं हुई। नूतन का एक बेटा भी है। 
एडवोकेट के साथ बीजेपी लीडर भी हैं नूतन
नूतन पेशे से एडवोकेट के साथ-साथ बीजेपी संगठन से भी जुड़ी हुई है। हसबैंड की मौत के बाद नूतन तिवारी गोड्डा में ही वकालत की प्रैक्टिस करने केआ गई थी। यहीं बीजेपी के जुड़कर सामाजिक सेवा का कार्य भी देखती है। जिला स्तरीय कार्यक्रम में भी अपना सहयोग देती है। नूतन का नाम तेज-तर्रार एडवोकेट में आता है। सामजिक कार्यो में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती है। महिलाओं व युवतियों को उनके हक व अधिकार से समय-समय पर अवगत कराते रहती है। उन्हें समाज में बेहतर करने के लिए प्रेरित भी करती है।