बिहार: बीजेपी MLA ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने ट्रांसफर-पोस्टिंग में लेने-देन का आरोप लगाया, सीएम से जांच की मांग
बीजेपी एमएलए ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू ने जून में प्राय: सभी विभागों में हुए ट्रांसफर-पोस्टिंग पर सवाल उठाते हुए कुछ मंत्रियों पर अवैध तरीके से लेन-देन करने का आरोप लगाया है।
पटना।बीजेपी एमएलए ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू ने जून में प्राय: सभी विभागों में हुए ट्रांसफर-पोस्टिंग पर सवाल उठाते हुए कुछ मंत्रियों पर अवैध तरीके से लेन-देन करने का आरोप लगाया है।
ज्ञानू ने कहा कि अगर सरकार उन मंत्रियों के आवास पर छापेमारी करे तो सच सामने आ जायेगा। विशेषकर दूसरे दल से आकर सरकार में मिनिस्टर बने लोगों ने ट्रांसफर-पोस्टिंग में जमकर ‘खेल किया है। बिना किसी का नाम का खुलासा किये बगैर ज्ञानू ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के एक मिनिस्टर जो दूसरे दल से आए हैं उन्होंने ट्रांसफऱ-पोस्टिंग में जमकर कमाई की है। आरोप लगाया कि एक-एक अफसर से लाखों रुपए लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग की गई है।
बीजेपी के मिनिस्टरों ने खूब लिए पैसे, JDU के मंत्रियों ने नीतीश के डर से नहीं ली घूस
ज्ञानू ने अपनी ही पार्टी से आने वाले मंत्रियों पर घूसखोरी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि नीतीश कुमार के डर से जदयू से आने वाले मंत्रियों ने घूस कम खाई है।ज्ञानू ने कहा है कि जदयू के ज्यादातर मंत्रियों ने नीतीश कुमार के डर से पैसा नहीं लिया है, लेकिन भाजपा के मंत्रियों ने तबादलों के लिए जमकर पैसा लिया है। ज्ञानू की मानें तो उन्हें इसकी पक्की खबर उन अफसरों से ही मिली है, जिनका पैसे लेकर ट्रांसफर किया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के 80 परसेंटमंत्रियों ने घूस लिया है और अफसरों को बुला-बुला कर उनसे पैसों की मांग की है।
जेडीयू में दूसरे दल से आने वाले मिनिस्टर ने भी खूब लिये पैसे
ज्ञानू ने अपने बयान में हालांकि JDU आनेवाले ज्यादातर मंत्रियों को क्लीन चिट दी है, लेकिन उन्होंने जेडीयू के भी कुछ मंत्रियों पर भी आरोप लगाये हैं। ज्ञानू ने बिना किसी का नाम लिए कहा है कि एक मंत्री जो निर्माण विभाग से जुड़े हैं, उन्होंने भी जमकर ट्रांसफर के लिए पैसे लिए हैं। पैसे लेनेवाले मंत्री को उन्होंने हाइ प्रोफाइल और जेडीयू में दूसरे दल से आनेवाला बताया है।
पहले भी पार्टी के खिलाफ बोलते रहे हैं ज्ञानू
बीजेपी एमएलए ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू पहले भी पार्टी के खिलाफ बोलते रहे हैं। सरकार गठन के दौरान जब पार्टी ने उन्हें मिनिस्टर नहीं बनाया था, तब भी प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ जबदस्त नाराजगी जताई थी। ज्ञानू ने पार्टी लीडरशीप पर मिनिस्टर बनाये जाने में जातीय समीकरणों का ख्याल नहीं रखने का आरोप लगाया था। उन्हेंने आज भी अपने बयान में बीजेपी केन्द्रीय नेतृत्व से घूस खाने वाले मंत्रियों को हटाने की मांग की है। ज्ञानू 2015 में जेडीयू और नीतीश कुमार से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए थे। कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू को सम्मान नहीं मिलने के कारण जेडीयू से अलग होना पड़ा था।अब जब बीजेपी में भी उन्हें तवज्जो नहीं दिया जा रहा है, ऐसे में वे लगातार बगावती सुर में बोल रहे हैं। खास बात यह है कि अब वह फिर से नीतीश कुमार के प्रति नरम दिख रहे हैं।