बिहार: क्रिमिनल अमित सिंह की देवघर में हुई मर्डर केस में बड़ा खुलासा, पटना का पुलिस कांस्टेबल निकला जासूस
पटना के बिहटा में सिनेमा हॉल मालिक मर्डर केस में सजायाप्ता कुख्यात क्रिमिनल अमित सिंह उर्फ निशांत की देवघर कोर्ट कैंपस में गोली मारकर मर्डर मामले में अहम खुलासा हुआ है। अमित की मर्डर बिहार की राजधानी पटना पुलिस के एक कांस्टेबल ने जासूस की भूमिका निभाई थी।
लाइनर बन बताया था विरोधी गुट को
बिहार पुलिस के ASI समेत चार कांस्टेबल पुलिस कस्टडी में
मौत से पहले गर्लफ्रेंड से मिला था पटना का कुख्यात निशांत
पटना। पटना के बिहटा में सिनेमा हॉल मालिक मर्डर केस में सजायाप्ता कुख्यात क्रिमिनल अमित सिंह उर्फ निशांत की देवघर कोर्ट कैंपस में गोली मारकर मर्डर मामले में अहम खुलासा हुआ है। अमित की मर्डर बिहार की राजधानी पटना पुलिस के एक कांस्टेबल ने जासूस की भूमिका निभाई थी।
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पुलिस सोर्सेज का कहना है पटना पुलिस के कांस्टेबल ने ही लाइनर बनकर अमित के विरोधी गुट को बताया था देवघर कोर्ट में उसकी पेशी कितने बजे होगी। पेशी के बाद वह एडवोकेट के चेंबर में बैठेगा। इसी कारण उस कांस्टेबल ने अपने साथ आये एएसआइ राम अवतार राम और तीन अन्य जवानों को नाश्ता कराने लेकर गया था।झारखंड पुलिस पटना के एएसआइ समेत चारों पुलिस कांस्टेबल को कस्टडी में ले ली है। देवघर टाउन पुलिस स्टेशन में चारों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस कांस्टेबल ने घटना के बाद देवघर पुलिस को झूठी कहानी सुनाई थी। अब इस मामले में पटना के पांचों पुलिसकर्मियों को अरेस्ट किया जा सकता है। पुलिस अमित की गर्लफ्रेंड और छह गुर्गों से भीपूछताछ की है।
पटना कार से देवघर पहुंचा था अमित
पटना पुलिस ने देवघर पुलिस को बताया था कि वे 17 जून की रात ट्रेन से अमित को लेकर जसीडीह स्टेशन पहुंचे। पूरी रात रेलवे स्टेशन पर ही बिताई। सुबह पेशी के लिए सीधे देवघर जिला कोर्ट में लेकर आये थे। हालांकि पुलिसवालों का झूठ पकड़ा गया। जांच में पता चला कि पुलिस पटना से अमित को कार से देवघर लेकर आयी थी। देवघर पुलिस ने तीन कार भी जब्त की है। अब इस मर्डर मामले में पटना पुलिस के जवानों पर आइपीसी की सेक्शन 182 और 211 के तहत देवघर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की जा सकती है।
अमित ने देवघर में रेंजर के घर में गर्लफ्रेंड के साथ बिताई थी रात
देवघर पुलिस को जांच में जानकारी मिली है कि 17 जून की देर शाम पुलिसकर्मियों के साथ अमित सिंह कार से वहां के रिहायशी इलाका साहेब पोखर स्थित एक बंगले में गया था, जहां उसकी गर्लफ्रेंड छह गुर्गों के साथ पहुंची। यह बंगला झारखंड में तैनात एक रेंजर का है, जो पटना के बिहटा के रहनेवाले हैं। उनके ही घर में अमित ने गर्लफ्रेंड के साथ रात बिताई। शराब पार्टी भी की। अगली सुबह कडनैप के मामले में कोर्ट में पेश होने गया।
उपासना एक्सप्रेस गोलीकांड का संदिग्ध रहा था कांस्टेबल
अमित सिंह मर्डर केस में लाइनर माना जा रहे पटना पुलिस के कांस्टेबल की भूमिका पहले से भी संदिग्ध रही है। वर्ष 2021 की फरवरी में बेउर जेल से सियालदह भेजे जा रहे कैदी कुणाल शर्मा पर उपासना एक्सप्रेस में गोली चली थी, जिसमें वह बच गया। गोली गार्ड को लग गई थी। संदिग्ध पुलिस कांस्टेबल का नाम इस गोलीकांड में आया था। कहा गया था कि कांस्टेबल ने बेउर जेल की प्रवेश शाखा से सूचना लेकर कुणाल के विरोधि यों को दी थी। उसके विरोधी मोकामा स्टेशन पर ट्रेन में चढ़े और लखीसराय के बीच वारदात को अंजाम दिया। उल्लेखनीय है कि तौन कैदी किस ट्रेन या गाड़ी से कहां जाने वाला है, इसकी जानकारी जेल की प्रवेश शाखा से ही मिलती है।अमित सिंह मर्डर केस में भी बेउर जेल की प्रवेश शाखा के स्टाफ की भूमिका भी संदेहास्पद है।