बिहार: शराब के नशे में दिल्ली से पटना तक दो भाइयों को पीटता रहा बस ड्राइवर

दिल्ली से सुपौल जा रहे मधेपुरा के रहने वाले दो भाईयों चंदन कुमार और कुंदन कुमार को शराब के नशे में बस ड्राइवर पीटता रहा। दोनों छात्रों को बस ड्राइवर पटना के मीठापुर बस स्टैंड पर कृष्णा रथ बस के ऑफिस में लाकर बंधक बना लिया गया। जक्कनपुर के थानेदार मुकेश वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच दोनों भाईयों को मुक्त कराया है। पुलिस ने मारपीट करने वाले बस ड्राइवर को अरेस्ट कर लिया है।

बिहार: शराब के नशे में दिल्ली से पटना तक दो भाइयों को पीटता रहा बस ड्राइवर
  • प्यास लगने पर ड्राइवर से बस रोकने का करते रहे आग्रह लेकिन नहीं सुनी

पटना।दिल्ली से सुपौल जा रहे मधेपुरा के रहने वाले दो भाईयों चंदन कुमार और कुंदन कुमार को शराब के नशे में बस ड्राइवर पीटता रहा। दोनों छात्रों को बस ड्राइवर पटना के मीठापुर बस स्टैंड पर कृष्णा रथ बस के ऑफिस में लाकर बंधक बना लिया गया। जक्कनपुर के थानेदार मुकेश वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच दोनों भाईयों को मुक्त कराया है। पुलिस ने मारपीट करने वाले बस ड्राइवर को अरेस्ट कर लिया है।
मधेपुरा जिले के सिंघेश्वर प्रखंड रहने वाले दोनों भाई दिल्ली के मुखर्जी नगर में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। दोनों भाई चंदन और कुंदन बीते शनिवार को दिल्ली से सुपौल के लिए कृष्णा रथ बस में सवार हुए थे। ड्राइवरने उन्हें रविवार दोपहर तीन बजे सुपौल पहुंचाने को कहा था। लेकिन बस का रूट अचानक चेंज हो गया। बस पटना की ओर आने लगी। कुंदन को प्यास लग गई और उसने ड्राइवर से बस रोकने को कहा। ड्राइवप बस रोकने से इनकार कर दिया। कई घंटों तक चल चलने के बाद भी ड्राइवरक ने बस नहीं रोका। चंदन ने ड्राइवर से दोबारा बस रोकने का अनुरोध किया तो ड्राइवर उससे उलझ गया। 
ड्राइवर ने ढ़ाबे पर बस रोककर शराब पी

आरोप है कि थोड़ी देर बाद बस ढाबे एक ढ़ाबे पर रूकी जहां ड्राइवर ने शराब पी। शराब के नशे में धुत होने के बाद ड्राइवर ने चंदन और कुंदन की जमकर पिटाई की। ड्राइवर बस के पटना पहुंचने के बाद दोनों बाईयों को बुरे अंजाम भुगतने की धमकी दे रहा था। भय से चंदन और कुंदन पटना बस स्टैंड पर पहुंचने से पहले ही बस से उतरने की कोशिश करने लगे। लेकिन ड्राइवर दोनों को मीठापुर बस स्टैंड ले आया। इसके बाद दोनों को कृष्णा रथ के ऑफिस में बंधक बनाकर रखा। आरोप है कि कृष्णा रथ के ऑनर व ड्राइवर दोनों छात्रों से 15 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। हालांकि मामले की जक्कनपुर के थानाध्यक्ष तक पहुंच गई। पुलिस जब बंधक बनाये गये छात्रों को छुड़ाने गई थी, उस समय कृष्णा रथ के कुछ स्टाफ को रोकने की कोशिश की। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए बंधक बने छात्रों को वहां से छुड़ा लिया।
पुलिस का बॉडीगार्ड करता है दबंगई 
आरोप है कि कृष्णा रथ के ऑनर को सरकारी बॉडीगार्ड मिला है।सरकारी बॉडीगार्ड अक्सर पैसेंजर्स के साथ गुंडागर्दी किया करता है।पिछले वर्ष 2020 में भी कृष्णा रथ बस पर लॉकडाउन के कानून को तोड़ने को लेकर दो एफआईआर दर्ज की गई थी। काफी दिनों तक इस बस सर्विस की बसें जक्कनपुर पुलिस पर जब्त थीं। पैसेंजर्स अक्सर कृष्णा रथ बस की कंपलेन लेकर जक्कनपुर पुलिस स्टेशन पहुंचते हैं। कृष्णा रथ बस सर्विस के कर्मियों पर पैसे लेकर सीट नहीं देने सहित अन्य आरोप लगाते रहते हैं।