बिहार: पटना में एजुकेशन मिनिस्टर आवास का घेराव करने जा रहे STET अभ्यर्थियों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, कई घायल
STET रिजल्ट में धांधली को लेकर मंगलवार को एजुकेशन मिनिस्टर विजय कुमार चौधरी के आवास का घेराव करने जा रहे एसटीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। दौरा-दौरा कर पीटा। लाठीचार्ज में कई कैंडिडेट्स जख्मी हो गये हैं।
पटना। STET रिजल्ट में धांधली को लेकर मंगलवार को एजुकेशन मिनिस्टर विजय कुमार चौधरी के आवास का घेराव करने जा रहे एसटीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। दौरा-दौरा कर पीटा। लाठीचार्ज में कई कैंडिडेट्स जख्मी हो गये हैं।
पुलिस ने पहले हंगामा कर रहे छात्रों को पहले तो पुलिस ने समझाया।नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।प्रदर्शन कर रहे कैंडिडेट्स तुरंत नियुक्ति चाहते हैं। गवर्नमेंट नियोजन प्रणाली के तहत उन्हें नियुक्त करना चाहती है। इसी मुद्दे पर कैंडिडेट्स आक्रोशित हैं। पुलिस का कहना है कि हंगामा करने वालों को चिह्नित करके कार्रवाई की जायेगी। तीन दिन पहले भी नाराज कैंडिडेट्स ने बिहार बोर्ड ऑफिस के गेट का ताला तोड़ दिया था। एग्जाम में मेरिट लिस्ट गड़बड़ी को लेकर वे लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
बिहार की राजधानी पटना में अपनी मांगों को लेकर शिक्षा मंत्री आवास का घेराव करने जा रहे एसटीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। कैंडिडेट्स अपनी मांगों को लेकर मिनिस्टर विजय चौधरी के आवास का घेराव करने जा रहे थे। सचिवालय पुलिस स्टेशन की पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को ईको पार्क के पास रोकने की कोशिश की। कैंडिडेट्स पुलिस से भिड़ गये। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस लाठीचार्ज होते ही कैंडिडेट्स इधर-उधर भागने लगे। लेकिन पुलिस ने दूर तक पीछा कर पुलिस ने भाग रहे कैंडिडेट्स को पीटा। हंगामा व लाठीचार्ज होने के कारण ईको पार्क सचिवालय मार्ग पर काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही। वहीं कई कैंडिडेट्स जख्मी भी हो गये। लाठीचार्ज के बाद कैंडिडेट्स धरने पर बैठ गये।
क्या है मामला
हाल में ही जारी टीचर नियुक्ति को लेकर जारी मेरिट लिस्ट को लेकर था, जिसमें बड़ी संख्या में एसटीईटी पास कैंडिडेट्स ऐसे हैं, जिन्हें लिस्ट में अयोग्य घोषित किया था। जबकि पूर्व में सरकार ने घोषणा की थी कि एसटीईटी पास सभी कैंडिडेट्स को टीचर की नियुक्ति में मौका दिया जायेगा। लिस्ट में अपने नाम से वंचित होनेवाले अभ्यर्थी इसे सरकार की वादा खिलाफी मान रहे थे। इन अभ्यर्थियों की मांग थी कि सरकार अपनी पूर्व की घोषणा के अनुसार सभी की नियुक्ति करे। हालांकि सरकार ने विवाद को बढ़ने के बाद दो दिन पहले ही यह घोषणा की थी कि सभी कैंडिडेट्स की नियुक्ति की जायेगी। गवर्नमेंट की ओर से कहा गया कि पहले मेरिट लिस्ट वाले लोगों की नियुक्ति कराई जायेगी, उसके बाद बचे हुए कैंडिडेट्स की नियुक्ति होगी। जबकि प्रदर्शन कर रहे कैंडिडेट्स को सरकार की बातों पर भरोसा नहीं है।