बिहार: वैशाली के थानाध्यक्ष संजय कुमार के तीन ठिकानों पर EOU का रेड, कोरोड़ों रुपये इलिगल कमाई का पता चला

EOU टीम ने शराब माफिया से सांठ-गांठ के आरोप में रविवार को वैशाली के थानाध्यक्ष संजय कुमार के तीन ठिकानों पर रेड की। डीएसपी के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों ने पटना के रूपसपुर पुलिस स्टेशन एरिया के  अभिमन्यु नगर के कश्यप ग्रीन सिटी स्थित फ्लैट और औरंगाबाद के रफीगंज थाना अंतर्गत पैतृक आवास की तलाशी ली। इसके अलावा वैशाली थाना स्थित कार्यालय और आवास की भी तलाशी ली गई। 

बिहार: वैशाली के थानाध्यक्ष संजय कुमार के तीन ठिकानों पर EOU का रेड, कोरोड़ों रुपये इलिगल कमाई का पता चला
  • पटना, औरंगाबाद और वैशाली में छापामारी

पटना। EOU टीम ने शराब माफिया से सांठ-गांठ के आरोप में रविवार को वैशाली के थानाध्यक्ष संजय कुमार के तीन ठिकानों पर रेड की। डीएसपी के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों ने पटना के रूपसपुर पुलिस स्टेशन एरिया के  अभिमन्यु नगर के कश्यप ग्रीन सिटी स्थित फ्लैट और औरंगाबाद के रफीगंज थाना अंतर्गत पैतृक आवास की तलाशी ली। इसके अलावा वैशाली थाना स्थित कार्यालय और आवास की भी तलाशी ली गई। 

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EOU की रेड में थानाध्यक्ष संजय कुमार के पास आय से 81 प्रतिशत अधिक संपत्ति मिली है। थानाध्यक्ष के साथ उनकी पत्नी के बैंक बैंक अकाउंट में भी बड़ी राशि के लेन-देन के साक्ष्य मिले हैं। ईओयू के अनुसार, संजय कुमार का आचरण और कार्य काफी भ्रष्ट और संदिग्ध रहा है। वह विलासितापूर्ण जीवनयापन करते हैं। थानाध्यक्ष ने अपनी वाइफ के नाम से 36 लाख 34 हजार रुपये में रूपसपुर स्थित कश्यप ग्रीन सिटी में फ्लैट नंबर 701 की खरीद की। इसके स्टांप शुल्क के रूप में दो लाख 33 हजार 500 रुपये तथा रजिस्ट्री शुल्क के रूप में 70 हजार 800 रुपये खर्च किये गये। 

स्कार्पियो व किया कार के ऑनर

थानाध्यक्ष के पटना स्थित आवास से तलाशी के दौरान दो लाख 10 हजार नगद, 10 लाख 93 हजार मूल्य के ज्वेलरी और एक किया कंपनी की कार के कागजात मिले हैं। फ्लैट की साज-सज्जा पर भी काफी राशि खर्च की गई है। संजय कुमार के पास 13 लाख कीमत की स्कार्पियो गाड़ी भी है। वाइफ-हसबैंड के नाम से एसबीआइ और एचडीएफसी बैंक में तीन अकाउंट है।EOU का दावा है कि पुलिस की नौकरी के अलावा इनकी आमदनी का कोई दूसरा जरिया नहीं है। नौकरी से पहले इनके पास सिर्फ औरंगाबाद के रफीगंज में पैतृक घर था। मगर, अब इनकी चल-अचल संपत्ति काफी बढ़ गई है। सैलीरी के रूप में इन्होंने अब तक 84 लाख 1 हजार रुपए की कमाई की। जबकि, 68 लाख 9 हजार 300 की इनके पास चल-अचल संपत्ति अब तक बरामद हुई है। अब तक इनकी संपत्ति 81.05 प्रतिशत अधिक मिली है।ट से 10.93 लाख की ज्वेलरी, 2.10 लाख कैश, KIA कंपनी की एक लग्जरी गाड़ी बरामद हुई है। साथ ही अलग-अलग जगहों पर लाखों रुपए इंवेस्ट किए जाने के सबूत मिले हैं। जिस फ्लैट पर छापेमारी हुई, उसे पुलिस की नौकरी में आने के बाद ही संजय कुमार ने 36.34 लाख रुपए में खरीदा था। इस फ्लैट के खरीदने पर 2 लाख 33 हजार 500 का स्टाम्प शुल्क और इसकी रजिस्ट्री पर 77 हजार 800 रुपया खर्च किया था। यह फ्लैट राजधानी में रूपसपुर थाना के तहत अभिलेख नगर में बने ग्रीन सिटी के ब्लॉक-C का 701 नंबर है।बैंक अकाउंट में काफी मात्रा में कैश राशि जमा कराई गई है। पैसे का इलेक्ट्रानिक मोड से ट्रांसफर भी हुआ है। जांच टीम को बैंक के साथ अन्य वित्तीय संस्थानों में भी अपने और पत्नी के नाम से काफी राशि के निवेश किये जाने की जानकारी मिली है। 

2009 बैच के सब इंस्पेक्टर हैं संजय कुमार

संजय कुमार 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर हैं। वह सारण और सिवान जिला बल में पोस्टेंड रह चुके हैं । फिलहाल वैशाली थाने के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। थानेदार के खिलाफ पुलिस हेडक्वार्टर के मद्य निषेध प्रभाग से भी शिकायत मिली थी। इसके बाद FIR दर्ज कर कार्रवाई की गई।