बिहार के गवर्नर फागू चौहान को PMO ने किया तलब, शिक्षा मंत्री से भी होगी मुलाकात, दिल्ली बुलाने पर अटकलों का बाजार गर्म
बिहार के गवर्नर फागू चौहान को प्राइम मिनिस्टर ऑफिस (PMO) ने बुधवार को दिल्ली बुलाया आया है। गवर्नर किस उद्देश्य से दिल्ली बुलाए गए हैं, इसकी अधिकृत जानकारी नहीं है। गवर्नर को के अचानक देश की राजधानी दिल्ली जाने तलब किये जाने की सूचना पर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
- छुट्टी पर भेजे गये भ्रष्टाचार के आरोपी वीसी, प्रो वीसी को मिला चार्ज
पटना। बिहार के गवर्नर फागू चौहान को प्राइम मिनिस्टर ऑफिस (PMO) ने बुधवार को दिल्ली बुलाया आया है। गवर्नर किस उद्देश्य से दिल्ली बुलाए गए हैं, इसकी अधिकृत जानकारी नहीं है। गवर्नर को के अचानक देश की राजधानी दिल्ली जाने तलब किये जाने की सूचना पर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
बिहार: बीजेपी एमएलए हरिभूषण ठाकुर बचौल ने की शराबबंदी कानून वापस लेने की मांग, कहा- जिद न करें सीएम
गवर्नर को को दिल्ली में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मिलने को कहा गया है. अचानक दिल्ली तलब किये जाने और केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मिलने को लेकर बिहार के राजनीतिक गलियारे में तरह तरह के कयास लगाये जा रहे हैं।उल्लेखनीय है कि गवर्नरके ऊपर कई गंभीर आरोप उच्च पद पर बैठे लोगों ने लगाया है। उनके नाम पर वसूली की बात सामने आयी है बल्कि उनपर भ्रष्टाचारी को संरक्षण देने का भी आरोप लगा है। गवर्नर ने मंगलवार को ही कई आरोपों से घिरे मिथिला यूनिवर्सिटी के वीसी को को सर्वश्रेष्ट कुलपति के तौर पर सम्मानित किया है।
राजभवन का करीबी बताकर एक व्यक्ति पर वसूली का आरोप
इधर मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी यूनिवर्सिटी के वीसी ने गवर्नर व सीएम को पत्र लिखकर कहा है कि राजभवन का करीबी बताकर एक व्यक्ति उनसे वसूली कर रहा है। मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. कुद्दुस ने गवर्नर व वीसीको पत्र लिखकर यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है। उन्होंने यूनिवर्सिटी में फर्जी भुगतान करने के कई मामलों को उजाकर किया है।उन्होंने पत्र में साफ शब्दों में कहा है कि उनपर फर्जी बिल पास करने का दबाव बनानेवाला खुद को राजभवन का करीबी बता रहा है। प्रो. कुद्दुस ने अपने पत्र में उत्तर पुस्तिका खरीद के टेंडर में कार्यकारी-प्रभारी वीसी प्रो. सुरेंद्र प्रताप की भूमिका की जांच की भी मांग की है, जिसे आज राज्यपाल ने सर्वश्रेष्ट कुलपति के रूप में सम्मानित किया है।
राज्य सरकार और राजभवन में दूरी बनी
गवर्नर फागू चौहान को दिल्ली बुलाये जाने पर यह चर्चा होने लगी है कि मगध यूनिवर्सिटी केते वीसी राजेंद्र प्रसाद पर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों के बावजूद उन्हें पद से नहीं हटाया जाना भी एक कारण हो सकता है। वहीं हाल में मौलाना महजरुल हक अरबी-फारसी यूनिवर्सिटी में टेंडर में घालमेल के बावजूद तत्कालीन प्रभारी कुलपति के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने के बजाय उन्हें अवार्ड देना भी कारण हो सकता है। इन कारणों के चलते राज्य सरकार और राजभवन में दूरी बनी है।
छुट्टी पर भेजे गये भ्रष्टाचार के आरोपी वीसी, प्रो वीसी को मिला चार्ज
गवर्नर एंव चासंलर फागू चौहान ने मगध यूनिवर्सिटी के वीसीप्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद को 24 नवंबर से 23 दिसंबर तक मेडिकल अवकाश पर जाने की छुट्टी मंजूर की है। गवर्नर ने मगध यूनिवर्सिटी के प्रो वीसी प्रोफेसर विभूति नारायण सिंह को इस विधि विश्वविद्यालय का प्रभारी कुलपति नियुक्त किया है। इसकी नोटिफिकेशन राजभवन की ओर से मंगलवार को रात 9:00 बजे जारी की गई। गवर्नर के आदेश में कहा गया है कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू माना जायगा। मगध यूनिवर्सिटी के प्रभारी वीसी दैनिक कार्य को देखेंगे।
उल्लेखनीय है कि मगध यूनिवर्सिटी के वीसीडा राजेंद्र प्रसाद पर 30 करोड़ रुपये के गबन के अलावा भी दूसरे कई आरोप लगे हैं। मामले में विजिलेंस ने कुलपति के बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश तक के ठिकानों पर रेड की थी। इसके बाद कई तरह के मामलों का पर्दाफाश हुआ था।