बिहार: पप्पू देव की पुलिस कस्टडी में मौत कैसे? कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने विधानसभा में उठाये सवाल

बिहार के डान पप्पू देव की दो माह पहले हुई मौत का मामला एक बार फिस से गरमाने लगा है। "डान पप्पु देव की पुलिस कस्टडी में मौत कैसे हुई?" इस सवाल को अब बिहार विधानसभा में उठाया गया है। कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने इस पर सरकार से जवाब मांगा है। 

बिहार: पप्पू देव की पुलिस कस्टडी में मौत कैसे? कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने विधानसभा में उठाये सवाल

पटना। बिहार के डान पप्पू देव की दो माह पहले हुई मौत का मामला एक बार फिस से गरमाने लगा है। "डान पप्पु देव की पुलिस कस्टडी में मौत कैसे हुई?" इस सवाल को अब बिहार विधानसभा में उठाया गया है। कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने इस पर सरकार से जवाब मांगा है। 

झारखंड: 73 हजार पुलिस कांस्टेबल 14 अप्रैल से सामूहिक अवकाश पर जायेंगे, मांगों पर विचार के लिए अल्टीमेटम

होम डिपार्टमेंट से पूछे से तीन सवाल 
"क्या यह बात सही है कि दिनांक 18 दिसंबर 2021 को सहरसा जिला मुख्यालय से संजय देव उर्फ पप्पू देव को पुलिस हिरासत में लिया गया तथा पुलिस की बर्बर पिटाई से हिरासत में उनकी स्थिति खराब हो गई तथा अस्पताल जाने पर मौत हो गई? "
"क्या यह बात सही है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पप्पू देव के शरीर पर बीस से अधिक घातक चोट के निशान पाए गए हैं?" 

"यदि उपर्युक्त खंडों के उत्तर स्वीकारात्मक हैं तो क्या सरकार पप्पू देव की पुलिस हिरासत में हुई मौत की उच्च स्तरीय जांच कराने का विचार रखती है, नहीं तो क्यों? "

एमएलए ने खुद ट्वीट कर दी जानकारी 

कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने इस मामले की जानकारी खुद ट्वीट कर दी। उन्होने कहा है- "पप्पू देव की पुलिस कस्टडी में हुई मर्डर की जांच कराए जाने की मांग मैंने सदन में प्रश्न के माध्यम से की है। सरकार का उत्तर आने पर उत्तर से भी आप सबों को अवगत कराऊंगा।"  

सहरसा में 18 दिसंबर को हुई थी पप्पू की मौत 

बिहार के डान पप्पू देव की 18 दिसंबर को मौत हो गई थी। पुलिस कस्टडी में मौत के बाद काफी बवाल हुआ था। पप्पू के समर्थक रोड पर उतर आए थे। समर्थकों का कहना है कि पुलिस की पिटाई से उनकी मौत हुई थी, जबकि पुलिस ने अनुसार इलाज के दौरान हॉस्पिटल में उनकी मौत हुई है। इस मामले में हाई लेवल जांच की मांग की जा रही है। सहरसा एसपी लिपि सिंह पर गंभीर आरोप लगाये जा रहे हैं। एसपी पर एक जाति विशेष को निशाना बनाये जाने का आरोप लग रहा है। 

पप्पू की 90 के दशक में बोलती थी तूती 

बिहार के 'अंडरवर्ल्ड' में एक दशक तक पप्पू देव की तूती बोलती थी। यह 90 का दशक था। पप्पू देव का नेटवर्क बिहार के कई जिलों में फैला था। इसके अलावा सीमा पार की वारदातों में भी पप्पू देव का नाम शामिल रहा था। साल 2009 में वह नेपाल की जेल में भी बंद रहा था।