- पुलिस हेडक्वार्टर को अपना इस्तीफा भेज
पटना। बिहार की तेज तर्रार IPS अफसरों में शुमार काम्या मिश्रा ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। काम्या ने पुलिस हेडक्वार्टर को अपना इस्तीफा भेज दिया है। काम्या मिश्रा अभी दरभंगा की रुरल एसपी को पोस्ट पर हैं।
बताया जाता है कि पुलिस हेडक्वार्टर को भेजे गये अपने इस्तीफे में काम्या मिश्रा ने इस्तीफे की वजह को निजी बताया है। हालांकि, अभी पुलिस हेडक्वार्टर ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। दरभंगा रुरल एसपी काम्या मिश्रा ने नौकरी से इस्तीफे का पत्र सोमवार को पुलिस हेडक्वार्टर भेज दिया। इसकी पुष्टि खुद काम्या मिश्रा ने की है। उन्होंने पत्र में निजी व पारिवारिक वजहों का हवाला दिया है। फिलहाल मुख्यालय से सहमति आने का इंतजार किया जा रहा है। एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि इस्तीफा के संबंध में पत्र मिला है। इसे हेडक्वार्टर को भेजा जा रहा है।
काम्या मिश्रा ने बताया कि माता-पिता की अकेली बेटी हूं। वहां बड़ा कारोबार है। संभल नहीं रहा है। परिवार भी नहीं संभल रहा है। इतनी अच्छी नौकरी कोई यूं ही नहीं छोड़ता।काम्या मिश्रा ने महज 22 साल की उम्र में वर्ष 2019 में IPS अफसर बनने का गौरव हासिल है। काम्या मिश्रा ने पांच वर्ष के छोटे कार्यकाल में बेहतरीन पुलिसिंग कर अपना नाम रोशन किया। बिहार में उन्हें लेडी सिंघम के नाम से भी जाना जाता है। काम्या ओडिशा की रहने वाली हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए की पढ़ाई पूरी कर आईपीएस अफसर बनीं। पिछले कई महीने से इस्तीफा देने की बात कर रही थीं। वह बार-बार बोलती थीं कि नौकरी में मन नहीं लग रहा है। 22 साल की उम्र में पास की UPSC की एग्जाम
22 वर्ष की उम्र में ही काम्या मिश्रा ने वर्ष 2019 में पहले प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर हिमाचल प्रदेश आईपीएस कैडर प्राप्त किया था।हालांकि 2021 में बिहार कैडर में ट्रांसफर करा लिया था। काम्या मिश्रा के हसबैंड अवधेश दीक्षित 2021 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं। फिलहाल मुजफ्फरपुर में सिटी एसपी के पद पर तैनात हैं। काम्या 22 साल की उम्र में आईपीएस बन गई थी। अब 28 की उम्र में उन्होने त्यागपत्र दे दिया है। काम्या बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल थीं. उन्हें 12वीं बोर्ड परीक्षा में भी 98 प्रतिशत अंक मिले थे।आईपीएम काम्या ने एक साल पहले भी इस्तीफे की पेशकश की थी।
काम्या मिश्रा दरभंगा की पहली रूरल एसपी बनीं
दरभाग जिले में रूरल एसपी का पद सृजित होने के बाद काम्या मिश्रा सात मार्च 2024 को दरभंगा की पहली रूरल एसपी बनीं थीं। रूरल एसपी से पहले पटना सचिवालय एएसपी के पद पर तैनात थीं। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में काम्या ने 172वीं रैंक हासिल की थी। उन्हें आईपीएस कैडर के लिए चयनित किया गया। 2019 बैच की आईपीएस अधिकारी काम्या मिश्रा महज 28 साल की हैं। 22 साल की उम्र में उन्होने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएसपी की एग्जाम क्लियर कर ली थी। ओडिशा की मूल निवासी काम्या ने अखिल भारतीय रैंक 172 हासिल की थी। पुलिस सेवा की शुरूआत में उन्हें हिमाचल कैडर आवंटित किया गया था। फिर बाद में बिहार कैडर मेंट्रांसफर कर दिया गया।
काम्या ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है। ग्रेजुएशन में ही उन्होने तय कर लिया था कि उन्हें आईपीएस अफसर बनना है। इसलिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी स्नातक के दौरान ही शुरू कर दी थी। काम्या मिश्रा नेअपराध जांच विभाग में सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी), एएसपी (सदर) और एएसपी (सचिवालय) के रूप में भी काम किया है। वो शुरुआत में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में तैनात थीं। काम्या के हसबैंड अवदेश दीक्षित भी आईपीएस अफसर हैं, जो वर्तमान में सिटी एसपी (मुजफ्फरपुर) के रूप में तैनात हैं। दोनों ही 2019 बैच के आईपीएस अफसर हैं। अवधेश दीक्षित आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र हैं।
VIP चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी मर्डर केस को कम समय में सुलझाया
पहले ही प्रयास में UPSC की एग्जाम पास करनेवाली काम्या मिश्रा अपने काम की वजह से चर्चा में रहती हैं। VIP चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की कुछ दिनों पहले हुई मर्डर केस की जांच के लिए बनाई गई SIT को भी काम्या मिश्रा ही लीड कर रही थीं। काम्या मिश्रा ने जीतन सहनी हत्याकांड का कम समय में उद्भेदन किया था। इस हाई प्रोफाइल मामले के लिए डीआईजी बाबूराम की ओर से गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) का जिम्मा काम्या मिश्रा को दिया गया था। मामले में पांच आरोपित गिरफ्तार हुए हैं।