‍Bihar : लालू यादव और राबड़ी देवी ने पोते का किया नामकरण, तेजस्वी के बेटे को दिया बेहद खास नाम

बिहार में आरजेडी लीडर व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पुत्र का नाम इराज लालू यादव रखा गया है। दादा लालू प्रसाद ने पोते को यह नाम दिया है जो संस्कृत से लिया गया है। यह हनुमान जी का भी एक नाम है। इस नाम के माध्यम से लालू परिवार ने उत्तराधिकार का संदेश देने का प्रयास किया है।

‍Bihar : लालू यादव और राबड़ी देवी ने पोते का किया नामकरण, तेजस्वी के बेटे को दिया बेहद खास नाम
दादा लालू ने किया पोते का नामकरण।

पटना। आरजेडी सुप्रमो और बिहार के एक्स सीएम लालू प्रसाद यादव ने पोते का नाम तय कर दिया है। अपने सोशल मीडिया अकांउट एक्स पर लालू ने तेजस्वी के बेटे के नाम की घोषणा की। लालू यादव ने पोस्ट करते हुए लिखा कि मैने और राबड़ी देवी ने अपनी पोती कात्यायनी के भाई का नाम इराज रखा है। तेजस्वी और राजश्री ने उसका पूरा नाम ‘इराज लालू यादव’ रखा है।

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लालू ने आगे बताया कि नवरात्र के अष्टमी के दिन पोती का जन्म हुआ था इसलिए उसका नाम कात्यायनी रखा गया है और पोते का जन्म मंगलवार को हुआ है इसलिए बजरंगबली हनुमान जी के नाम पर उसका नाम इराज रखा गया है। लालू ने अपने पोस्ट में सभी से नवजात को आशीर्वाद देने का आग्रह किया है।


तेजस्वी और राजश्री के दूसरे संतान का नामकरण कर दिया गया है। मंगलवार को कोलकाता में तेजस्वी यादव के बेटे का जन्म हुआ। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई लोगों ने मिलकर बधाई दी। लालू यादव अपनी वाइफ और बड़ी बेटी मीसा भारती के साथ कोलकाता में ही है। तेजप्रताप यादव ने भी बड़े पापा बनने कर सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से खुशी जाहिर की थी।
संस्कृत का शब्द है इराज
इराज संस्कृत का शब्द है। इसके कई अर्थ हैं, जैसे कि फूल, प्रसन्नता, जलज आदि। महाबली हनुमान का एक नाम इराज भी है। इसे कामदेव का एक स्वरूप भी बताया गया है। सनातन संस्कृति में मंगलवार के इष्ट देव के रूप में हनुमान की मान्यता है। मंगलवार को नवजात पुत्र की तस्वीर साझा करते हुए तेजस्वी ने एक्स पर 'जय हनुमान' भी लिखा था।
तेजस्वी को पहले से एक बेटी है। लालू ने ही उसका भी नामकरण किया था। चैत्र नवरात्र की षष्ठी को पैदा होने के कारण उसे कात्यायनी नाम मिला। बहरहाल इराज के साथ अपना नाम जोड़ लालू ने दक्षिण-पश्चिम भारत की परंपरा के अनुकरण के बजाय यह संदेश देने का प्रयास किया है कि अपने समय में यह नवजात ही बिहार के इस सबसे बड़े राजनीतिक परिवार का उत्तराधिकारी होगा।
दक्षिण-पश्चिम भारत में व्यक्ति के नाम के साथ पिता-दादा का नाम और कुल का टाइटल जुड़ा होता है। भाषा-व्याकरण से अनभिज्ञ लोगों के सुनने-गुनने में इराज शब्द अरबी भाषा परिवार का प्रतीत होता है। उर्दू इसी परिवार की भाषा है। उर्दू बहुतायत में मुसलमानों की जुबान है। यादव समाज के साथ राजद के जनाधार का एक प्रमुख वर्ग मुसलमान ही है। जो यह कहते हैं कि राजनीति में लालू का दिमाग समय की चाल से भी तेज चलता है, उसके प्रमाण में संभवत: ऐसे ही उदाहरण हों।


 लालू यादव फिर बने दादा, तेजस्वी यादव दूसरी बार बने पिता
लालू परिवार के लिए मंगलवार वास्तव में मंगलकारी रहा। परिवार को नए सदस्य के आने की प्रतीक्षा थी, जो पूरी हुई। कोलकाता के एक अस्पताल में तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री ने प्रात:काल पुत्र को जन्म दिया। इंटरनेट मीडिया पर उसकी तस्वीर साझा करते हुए तेजस्वी ने लिखा कि ", "सुप्रभात! आखिरकार इंतजार खत्म हुआ! हमारे नन्हें बेटे के आगमन की घोषणा करते हुए बहुत आभारी, धन्य और प्रसन्न हूं। जय हनुमान!"
तेजस्वी की यह दूसरी संतान है। उन्हें पहले से एक पुत्री है। यह तस्वीर अस्पताल में ली गई है, जहां नवजात एक क्रिब में रखा हुआ है और राबड़ी देवी के साथ लालू उसे दुलार-पुचकार रहे हैं। बाद में वे नवजात को गोद में लेते हैं और एक्स पर तस्वीर के साथ अंग्रेजी में पोस्ट करते हैं : अपने परिवार में छोटे पौत्र का गर्व के साथ स्वागत है! तेजस्वी और लालू के पोस्ट पर समर्थकों ने नवजात के उज्ज्वल भविष्य की कामना की, तो कई ने "जय बजरंगबली" कहकर अपनी भावनाएं और खुशियां व्यक्त की हैं।
तेजस्वी की बड़ी बहन मीसा भारती ने एक्स पर लिखा है कि "हमारे परिवार में नवजात के आगमन पर तेजस्वी एवं राजश्री को बहुत-बहुत बधाई! ईश्वर इस नए बच्चे को ढेर सारा प्यार और खुशियां दे।" दूसरी बहन रोहिणी आचार्य ने भी अपनी प्रसन्नता को एक्स पर सार्वजनिक किया है। उन्होंने तेजस्वी और राजश्री को फिर से माता-पिता बनने और लालू-राबड़ी को फिर से दादा-दादी बनने पर बधाई दी है। कात्यायनी को भी बधाई दी है कि उसका छोटा भाई आया है। लिखा है, "जूनियर टूटू को ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद।"
उल्लेखनीय है कि मीसा के साथ लालू और राबड़ी देवी सोमवार को ही कोलकाता पहुंच गए थे। तेजस्वी उसके पहले से ही वहां उपस्थित थे। 
नवरात्र में हुई थी पुत्री
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी पहली बार 27 मार्च, 2023 को एक पुत्री के पिता बने थे। चूंकि वह चैत्र नवरात्र की षष्ठी तिथि को पैदा हुई थी, इसलिए उसका नाम कात्यायनी रखा गया। उसे यह नाम दादा लालू प्रसाद ने ही दिया था।उल्लेखनीय है कि राजश्री के साथ तेजस्वी का विवाह 09 दिसंबर, 2021 को दिल्ली में हुआ था।
 दोस्ती से विवाह तक
राजश्री को यह नाम लालू परिवार ने दिया है। उनका असली नाम रेचल गोडिन्हो है। तेजस्वी से उनकी मित्रता दिल्ली के एक विद्यालय में अध्ययन के दौरान हुई थी। उनके विवाह के दौरान यह चर्चा सार्वजनिक थी कि लालू इससे प्रसन्न नहीं हैं। तब लालू जेल में थे और विवाह समारोह में रस्म निभाने के लिए पैरोल पर बाहर आये थे।