बिहार: नवादा SP डॉ गौरव मंगला के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश, एडीजी ने सात दिनों में मांगी रिपोर्ट

पुलिस स्टेशन के हवालात में पुलिस अफसरों को बंद किये जाने के मामले में नवादा SP डॉ गौरव मंगला की परेशानी बढ़ने वाली हैं। कमजोर वर्ग के एडीजी अनिल किशोर यादव ने मामले में कार्रवाई का आदेश दिया गया है। उन्होंने मगध रेंज के आइजी को अविलंब इस मामले में एक FIR दर्ज करने का निर्देश दिया है। 

बिहार: नवादा SP डॉ गौरव मंगला के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश, एडीजी ने सात दिनों में मांगी रिपोर्ट
  • पुलिस स्टेशन के हवालात में पुलिस अफसरों को बंद किये जाने के मामले में होगी कार्रवाई

पटना। पुलिस स्टेशन के हवालात में पुलिस अफसरों को बंद किये जाने के मामले में नवादा SP डॉ गौरव मंगला की परेशानी बढ़ने वाली हैं। कमजोर वर्ग के एडीजी अनिल किशोर यादव ने मामले में कार्रवाई का आदेश दिया गया है। उन्होंने मगध रेंज के आइजी को अविलंब इस मामले में एक FIR दर्ज करने का निर्देश दिया है। 

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एडीजी ने उक्त मामले में क्या कार्रवाई की गई है, इस बारे में भी सात दिनों के अंदर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है।एडीजी ने इसे संबंध में आदेश जारी किया गया है। इस मामले में बिहार पुलिस एसोसिएशन का एक डेलिगेशन ने एडीजी से मुलाकात कर नवादा एसपी के खिलाफ शिकायत की थी। पुलिस अफसरों को पुलिस स्टेशन के हवालात में बंद किये जाने का सबूत पेश किया था। एडीजी ने अपने आदेश में लिखा है कि एसोसिएशन की तरफ से पेश किये गये अभिलेख अगर जाली नहीं हैं तो इस मामले में आइपीसी की धारा 341/342 और 3(2)(va)SC-ST एक्ट (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत अविलंब कार्रवाई की जाए। पुलिस एसोसिएशन के महामंत्री कपिलेश्वर पासवान की ओर से किये गये शिकायत को कमजोर वर्ग के एडीजी ने गंभीरता से लिया है।
यह है मामला
एसपी डॉ. गौरव मंगला आठ सितंबर को केस का रिव्यू करने नावा टाउन पुलिस स्टेशन पहुंचे थे। रिव्यू के दौरान उन्हें कई तरह की खामियां मिली। इससे एसपी ने वहां पोस्टेड पांच पुलिस अफसरों को हवालात में बंद करवा दिया। इसमें SI शत्रुघ्न पासवान, रामपरेखा सिंह, ASI संतोष पासवान, संजय सिंह और रामेश्वर उरांव शामिल थे। इनमें दो एएसआइ एससी व एक एसटी हैं।बिहार पुलिस एसोसिएशन के माध्यम से नौ सितंबर को यह मामला सामने आया। शाम होते-होते थाना में लगे CCTV का फुटेज भी सामने आया गया था। हालांकि, उस दौरान SP से जब इस बारे में पूछा गया तो वो अपने उपर लगे आरोपों को खारिज किया था। बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने इस मामले में सरकारी नियमों का हवाला देते हुए निष्पक्ष जांच कराने  की मांग की थी। उन्होंने एसपी को ही नवादा से हटाने की मांग की थी।