बिहार: रूपेश सिंह मर्डर केस में तीन दिन में तीन कदम नहीं पहुंची पटना पुलिस, शूटर तक पहुंचने की कोशिश में SIT
पटना एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस के स्टे शन मैनेजर रूपेश सिंह की मर्डर के तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर रही है। पटना पुलिस अभी तक मर्डर के कारण व मर्डर करने वालों तक नहीं पहुंच पायी है।
- मोबाइल डंप से अहम सुराग मिलने का दावा, पूर्वांचल से जुड़ रहे तार
- प्लानिंग करके की गई मर्डर
पटना। पटना एयरपोर्ट के इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की मर्डर के तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर रही है। पटना पुलिस अभी तक मर्डर के कारण व मर्डर करने वालों तक नहीं पहुंच पायी है। हलांकि पुलिस सोर्सेज का दावा है कि मर्डर केस से जुड़े कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। एसआइटी के अलावा तीन जिलों की पुलिस इस केस की जांच में जुटी हुई है। बिहार के कई जिलों में ताबड़तोड़ रेड की जा रही है। लेकिन अभी तक नजीता सिफर है।
बताया जाता है कि रुपेश मर्डर केस का तार पूर्वांचल के गाजीपुर से जुड़ रहा है। पुलिस ने घटनास्थल व उसके आसपास के इलाके के मोबाइल फोन का डंप डाटा निकाला है। इसमें एक-एक नंबर गाजीपुर और बेगूसराय के मिले हैं। माना जा रहा है कि वे नंबर शॉर्प शूटर के हो सकते हैं।पुलिस की टीम जल्द ही गाजीपुर व बेगूसराय भी जांच के लिए जायेगी।
SIT के साथ STF की तेज-तर्रार टीम भी लगाई गई है। Police Headquarters पूरे मामले की मॉनीटरिंग कर रहा है। हलांकि पुलिस अभी भी पूछताछ और जांच में उलझी है। एसआइटी की एक टीम घटना के बाद से ही पुनाईचक से एयरपोर्ट के बीच चक्कर लगाने वाली पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज से सुराग जुटाने में लगी है। शूटर और लाइनर तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। मर्डर के पीछे की मुख्य वजह तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
एसआइटी ने गुरुवार को भी पटना के पुनाईचक इलाके से दो युवकों को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है। सूत्रों के अनुसार, दोनों के चेहरे सीसीटीवी कैमरे में दिखे युवकों से मिलते-जुलते हैं। इससे पहले बुधवार को भी एसआइटी ने बिहटा से तीन युवकों को कस्टडी में लिया था।अब तक एसआइटी रूपेश कुमार सिंह के परिजनों, ऑफिस स्टाफ समेत 82 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। पुलिस जांच में रूपेश की मर्डर में अब तक छह क्रिमिनलों के शामिल होने के संकेत मिले हैं। सूत्रों के अनुसार, दो क्रिमिनल रूपेश का एयरपोर्ट से पीछा करते हुए पुनाईचक तक आये। दो क्रिमिनल बलदेव चौक के पास थे। दो उनके अपार्टमेंट के आसपास मंडरा रहे थे। ये सभी अपराधी एक-दूसरे से मोबाइल फोन से जुड़े थे।र रूपेश के संबंध में सूचनाएं एक-दूसरे को दे रहे थे।
किसी ठोस रिजल्ट पर नहीं पहुंची पुलिस
हलांकि पुलिस अभी तक रुपेश मर्डर केस में कोई ठोस थ्योरी तक नहीं पहुंच पायी है। मर्डर के कारण, घटना की पूरी प्लानिंग को लेकर अन्य कई बिंदुओं पर अभी सटीक क्लू नहीं मिल रहा है। पुलिस कई बिंदुओं पर काम कर रही है।पुलिस हेडक्वार्टर से मर्डर केस में अब तक की गयी कार्रवाई के पल-पल की रिपोर्ट ली जा रही है। डीजीपी अपने लेवल से पुलिसिया कार्रवाई पर नजर बनाये हुए हैं।
बाहरी क्रिमिनलों के साथ लोकल शूटरों की संलिप्ता
पुलिस के अनुसार मर्डर में कुछ शूटर पटना के बाहर के हैं। जबकि, लाइनर का कनेक्शन राजधानी से ही जुड़ा है। लाइनर लगातार शूटरों के संपर्क में था। बाइक चलाने वाले शूटर को भी गलियों का पूरा नॉलेज था। आशंका है कि बाहरी क्रिमिनलों के साथ लोकल शूटर की मदद भी ली गई है।शूटरों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज वैशाली, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, छपरा, सिवान, मोतिहारी, सीतामढ़ी सहित अन्य जिलों की पुलिस के पास भी भेजे गये हैं।
पटना, गोपालगंज व छपरा में एसआइटी की जांच
एसआइटी की दो टीमें छपरा और गोपालगंज में जांच कर रही है। राजधानी पटना में भी लगातार छानबीन जारी है। एसआइटी बिहटा, दानापुर, एयरपोर्ट, शास्त्रीनगर, राजीव नगर में बुधवार की देर रात दबिश दी। इस दौरान पुलिस तीन संदिग्धों को उठाकर पूछताछ कर रही है। गुरुवार की सुबह दो अन्य को भी पुलिस शास्त्रीनगर पुलिस स्टेशन एरिया से पूछताछ के लिए ले गई।