बिहार:पूर्णिया आगजनी व मर्डर केस: बायसी थानेदार लाइन हाजिर, FIR में 63 नेम्ड आरोपी
पूर्णिया एसपी दयाशंकर ने जिले के मझुआ कांड में बायसी थानाध्यक्ष अमित कुमार को हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया है। धमदाह सर्किल इंस्पेक्टर सुशील कुमार सुमन को बायसी का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है
पूर्णिया। एसपी दयाशंकर ने जिले के मझुआ कांड में बायसी थानाध्यक्ष अमित कुमार को हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया है। धमदाह सर्किल इंस्पेक्टर सुशील कुमार सुमन को बायसी का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है
बायसी ने थानाध्यक्ष ने भी कार्यभार संभाल लिया है। एसपी दयाशंकर ने मझुआ पहुंचकर गांव का जायजा लिया। लोकल पुलिस अफसरों को कई निर्देश दिए। इसके पहले उन्होंने बायसी थाना में तैनात सभी पुलिस अधिकारियों एवं एसडीपीओ मनोज राम के साथ बैठक की। उन्होने मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर सख्त निर्देश दिये। अगर कोई भी अफसर या पुलिस के जवान अपने दायित्व को निष्ठा पूर्वक नहीं निभाते या किन्ही की संलिप्तता पाई जाती है तो उनके के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। एसपी ने बताया गया था कि उन लोगों के साथ मारपीट की जा रही है। इसके बावजूद भी थानाध्यक्ष लापरवाही बरतते हुए घटनास्थल पर पुलिस की टीम को नहीं भेजा था। प्रथम दृष्टया जांच पड़ताल के दौरान यह बात सामने आई थी कि जिस रात्रि को घटना हुई थी> शाम के समय बायसी थानाध्यक्ष को पीड़ित परिवार के सदस्यों के द्वारा घटना की सूचना दी गई थी।
मामले में 63 बने नेम्ड आरोपी
बायसी अनुमंडल मुख्यालय प्रखंड क्षेत्र के खपड़ा पंचायत स्थति मझुआ गांव में दो समुदायों में विवाद में 63 लोगों को नेम्ड आरोपी बनाया है। थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि घटना में कुल 63 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। केस में 150 अज्ञात लोगों को एक्युज्ड बनाया गया है। अब तक दो लोगों की गिरफ्तारी हो सकी है। अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए रेड की जा रही है। गांव वालों ने बताया कि गुरुवार को विवाद के दौरान घर में सो रही गर्भवती महिला एवं बूढ़े व्यक्ति को भी जमकर पीटा गया। घायल गर्भवती महिला लक्ष्मी देवी ने बताया कि बाहर में आग लगने की हल्ला सुनकर पति जैसे ही घर से बाहर निकले की दो व्यक्ति घर में घुसकर मारपीट करने लगा। बेल्ट लेकर पीटता रहा। वह किसी तरह घर से अपनी जान बचा कर भागी। आरोपियों ने घर में आग लगा दी। पति अशोक राय की साइकिल दुकान को भी आग लगा कर नष्ट कर दिया गया। घायल टुनु राय ने बताया कि गांव में आग लगने की हल्ला पर बाहर गये। चार से पांच की संख्या में लोगों ने लाठी डंडा से पिटाई शुरू कर दी। इस पिटाई में पूरी तरह जख्मी हो गये।
समय पर होती करवाई तो नहीं होती घटना
बायसी अनुमंडल मुख्यालय थानाक्षेत्र के खपड़ा पंचायत की मझुआ गांव में 24 अप्रैल को भी एक महादलित परिवार के दो घर को दूसरे समुदाय द्वारा जला दिया गया था। थाने में मामला दर्ज भी हुआ लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। लोकल लोगों का कहना है कि अगर आरोपियों की गिरफ्तारी हुई होती तो दूसरी घटना नहीं होती। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस के द्वारा जानबूझकर मामले को टाल दिया गया था। घटना में गुरुवार की जहां एक रिटायर्ड चौकीदार की पीट-पीटकर मर्डर कर दी गई। वहीं दूसरे चौकीदार को भी अधमरा कर दिया। बाइक को भी आग के हवाले सौंप दिया। पहले पुरुष, महिला व बच्चों को घर में घुस कर पीटा। उसके बाद एक दर्जन से अधिक घरों को आग लगा दी। पीड़ित फुदाई राय, जीतन राय एवं ज्योतिष राय ने कहा कि मवेशी सहित घर में रखा सारा सामान जल गया। मसोमात गीता की किराना की दुकान को भी जला दी गई। सौदागर राय ने कहा, 50 हजार रुपये नकद लूटकर घर में आग लगा दी। तनाव को देखते हुए गांव में दो चौकीदार को तैनात कर दिया गया है जबकि ग्रामीणों ने पुलिस कैंप की मांग की है।
घटना का कारण
ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार को दो समुदाय के बीच शाम छह बजे पीडब्लूडी की जमीन पर 20 वर्ष से रह रहे दो पक्षों सुखदेव राय व फकीरा राय में आंगन में टटिया लगाने को लेकर विवाद हुआ। घटना से आक्रोशित एक दर्जन से अधिक लोगों ने सेवानिवृत्त चौकीदार नेवा लाल राय एवं सुखदेव राय को पीट कर घायल कर दिया। दोनों समुदाय के लोगों द्वारा जमीन को लेकर दावे किए जा रहे हैं। पुलिस पहुंच कर दोनों घायल व्यक्ति को बायसी पीएचसी में लाकर इलाज करा घर भेज दिया था। एसडीपीओ मनोज राम ने बताया कि छह वर्ष से दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा है। आरोपियों का कहना है कि महादलित परिवार ने खुद ही अपने घरों में आग लगा ली है। विवाद का मुख्य कारण विवादित स्थल के पीछे दूसरे समुदाय की जमीन है।
एसडीपीओ मनोज राम ने बताया कि करीब छह वर्ष से जमीनी विवाद के कारण घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल को मामला दर्ज किया गया लेकिन आरोपियों की ओर से कहा गया था कि महादलित परिवार खुद ही अपने घर में आग लगा ली है। इसके कारण असमंजस की स्थिति हो जाने के कारण गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। वही इस विवाद का मुख्य कारण विवादित स्थल के पीछे दूसरे समुदाय का जमीन है। जबकि बीच में रैयती जमीन है एवं सड़क किनारे पीडब्ल्यू की जमीन है।
बताया जाता है कि मजरा गांव में सबसे पहले 2015 में महादलित परिवार के घर को जलाकर विवाद शुरू किया गया था। लगातार दो बार विवाद होने के बाद घटनास्थल पर लगातार करीब तीन वर्ष तक पुलिस कैंप करती रही। जब तक पुलिस कैंप रहा कोई भी अप्रिय घटना नहीं घटी। पुलिस कैंप हटने की बाद से ही विवाद शुरू होने लगा। लेकिन 24 अप्रैल को एक ही परिवार के दो घरों में आग लगाई गई थी। इस बार बीती रात 19 मई को रात के 11:00 बजे एक बार फिर दर्जनों लोगों के घरों को आग के हवाले कर दिया गया।
क्या है मामला
बायसी अनुमंडल मुख्यालय की खपड़ा पंचायत के मझुआ गांव में बुधवार की देर रात दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष में एक सेवानिवृत चौकीदार की मौत हो गयी। एक दर्जन घरों में आग लगा दी गई। मृतक नेवालाल राय सेवानिवृत चौकीदार था। जबकि गांव में तैनात चौकीदार दिनेश राय हमले में गंभीर रूप से घायल हो गये। शाम में दोनों पक्षों के बीच आंगन में टटिया लगाने को लेकर विवाद हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि बीती रात 10 से 11 बजे सैकड़ों की संख्या में असामाजिक तत्वों ने लाठी व तलवार से लैस होकर मझुआ गांव के महादलित टोला में हमला कर दिया।