बिहार: नवादा में सनसनीखेज वारदात, कर्ज से परेशान फैमिली के सभी मेंबर्स ने खाया जहर, पांच की मौत
बिहार के नवादा जिले में यहां कर्ज से परेशान फल विक्रेता के पूरे परिवार ने जहर खा लिया। इससे पांच की मौत हो गई। एक युवती की हालत गंभीर बनी हुई है।
पटना। बिहार के नवादा जिले में यहां कर्ज से परेशान फल विक्रेता के पूरे परिवार ने जहर खा लिया। इससे पांच की मौत हो गई। एक युवती की हालत गंभीर बनी हुई है।
बताया जा रहा है कि यह परिवार कर्ज से दबा हुआ था। कर्ज वापस करने का काफी दबाव था। इस कारण परिवार में काफी तनाव की स्थिति थी। इन सबसे तंग आकर आदर्श सोसाइटी के पास जाकर परिवार के छह सदस्यों ने जहर खा लिया। इनमें पांच की मौत हो गई। मरने वालों में गृहस्वा्मी केदार लाल गुप्ता, उनकी पत्नी, मृतकों में केदार लाल गुप्ता, उनकी पत्नी, बेटी गुड़िया कुमारी (20 साल) व शबनम कुमारी (19 साल) तथा बेटा प्रिंस कुमार (17 साल) शामिल हैं। मृतक केदार लाल गुप्ताा की 18 वर्षीय बेटी साक्षी कुमारी की हालत गंभीर बनी हुई है। कहा जा रहा है कि सभी ने सल्फाुस की चार-चार गोलियां खाई थीं।
नवादा में किराये के मकान में रहते थे सभी परिजन
बताया जाता है कि केदारनाथ गुप्ता का परिवार मूलतः रजौली अम्बा का रहने वाला है। केदारनाथ नवादा न्यू एरिया गढ़ मोहल्ले में किराये के मकान में रहते थे। यहीं रहकर फल बेचने का व्यापार करते थे। उन्होंने किसी से कर्ज लिया था। उसी कर्ज को चुकाने को लेकर लगातार बनते दबाव की वजह से परिवार काफी परेशान था। कर्ज चुकाने का कोई रास्ताक नहीं दिखा तो परिवार के सारे सदस्योंा ने जहर खा लिया परिवार के सभी सदस्यों ने किराये के मकान से दूर आदर्श सोसायटी के समीप मजार के पास जाकर जहर खाया है। जहर खाने के तुरंत बाद मौके पर ही दो की मौत हो गई, जबकि तीन ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा।
एक युवती पटना रेफ़र
मृतकों में केदार लाल गुप्ता, उनकी पत्नी, बेटी गुड़िया कुमारी (20 साल) व शबनम कुमारी (19 साल) तथा बेटा प्रिंस कुमार (17 साल) शामिल हैं। मृतक केदार लाल गुप्तास की 18 वर्षीय बेटी साक्षी कुमारी की हालत गंभीर बनी हुई है। साक्षी ने पुलिस को दिए बयान में घटना के पीछे कर्ज के दबाव की पुष्टि की है।साक्षी को गंभीर हालत में पटना रेफर किया गया है।
मरते दम तक अपने पिता से लिपटा रहा प्रिंस
अंतिम सांस तक 17 वर्षीय प्रिंस अपने पिता केदार लाल गुप्त को पकड़कर लिपटा रहा। कर्ज़ के बारे में बताकर उसी अवस्था में लिपटकर प्राण त्याग दिया। यह दृश्य देखकर हर कोई मार्मिक हो जा रहा है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इन सभी को एक-दूसरे से कितना प्यार था और कितने मजबूरी में और कितने प्रताड़ना के बाद उन लोगों ने इतना कड़ा फ़ैसला लिया होगा।