बोकारो: संदिग्ध यूरेनियम की NIA करायेगी जांच, हाइकोर्ट के आदेश पर तीन वैज्ञानिकों का दल पहुंचा
एनआइए संदिग्ध यूरेनियम की जांच करायेगी। हाइकोर्ट के आदेश पर एनआइए एसपी की निगरानी में तीन साइंटिस्ट की टीम मंगलवार को यूरेनियम का सैंपल अफसरों की मौजूदगी में इकट्ठा कर अपने साथ ले गयी।साइंटिस्ट की टीम कैंप दो स्थित बोकारो कोर्ट पहुंच दो जून को बरामद संदिग्ध यूरेनियम कोर्ट के एक कमरे में सीजीएम देव्या मिश्रा, फस्ट क्लास ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट निभा रंजना लकड़ा, डीसी, एनआइए व बोकारो एसपी की देखरेख में पदार्थ को तीन डिब्बा में पैक किया गया।
- भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, इंदिरा गांधी एटॉमिक रिसर्च सेंटर कलपक्कम व राजा रमन्ना रिसर्च सेंटर इंदौर में होगी जांच
- पुलिस ने जब्त किया था छह किलो 300 ग्राम संदिग्ध पदार्थ
- इंटरनेशनल मार्केट में है 19 करोड़ रुपये से अधिक कीमत
बोकारो। एनआइए संदिग्ध यूरेनियम की जांच करायेगी। हाइकोर्ट के आदेश पर एनआइए एसपी की निगरानी में तीन साइंटिस्ट की टीम मंगलवार को यूरेनियम का सैंपल अफसरों की मौजूदगी में इकट्ठा कर अपने साथ ले गयी।साइंटिस्ट की टीम कैंप दो स्थित बोकारो कोर्ट पहुंच दो जून को बरामद संदिग्ध यूरेनियम कोर्ट के एक कमरे में सीजीएम देव्या मिश्रा, फस्ट क्लास ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट निभा रंजना लकड़ा, डीसी, एनआइए व बोकारो एसपी की देखरेख में पदार्थ को तीन डिब्बा में पैक किया गया।
वीडियो रिकॉर्डिंग व फोटोग्राफी
हाइकोर्ट ने बोकारो से जब्त संदिग्ध यूरेनियम के नमूने की जांच भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी), इंदिरा गांधी एटॉमिक रिसर्च सेंटर कलपक्कम व राजा रमन्ना रिसर्च सेंटर इंदौर में कराने का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश पर जांच एजेंसी जब्त सैंपल को जांच के लिए तीनों सेंटर पर भेजी है। संदिग्ध यूरेनियम की पैकिंग समेत अन्य गतिविधि की वीडियो रिकॉर्डिंग व फोटोग्राफी भी करायी गयी। हाइकोर्ट ने जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफा में भेजने का निर्देश एनआइए को दिया है।
मास्टरमाइंड की बेल पिटीशन पर सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने दिया था आदेश
संदिग्ध यूरेनियम जब्ती मामले में लोअर कोर्ट से छह आरोपियों को बेल मिल चुकी है। हालांकि कोर्ट ने मास्टरमाइंड चीरा चास के वास्तु विहार फेज दो, रोड दो निवासी कृष्णकांत राणा की बेल पिटीशन खारिज कर दी थी। राणा ने बेल के लिए हाइकोर्ट में याचिका दायर की थी। सुनवाई के दौरान हाइकोर्ट ने बोकारो एसपी को तलब किया। एसपी ने कोर्ट को बताया कि इन्विस्टीगेशन जारी है। जब्त सैंपल की जांच जादूगोड़ा स्थित यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसीआइएल) से करायी गयी थी। यूसीआइएल ने जांच रिपोर्ट में जब्त पदार्थ के यूरेनियम नहीं होने की पुष्टि की, लेकिन उसे यूरेनियम जैसा ही बताया था। जब्त पदार्थ को यूरेनियम जैसा बताने के कारण मामला फंस गया। हाइकोर्ट ने राणा की बेल पर सुनवाई के लिए 16 दिसंबर की तारीख मुकर्रर की है।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने दो जून को जैनामोड़ व चास में रेड कर छह किलो 300 ग्राम संदिग्ध यूरेनियम जब्त किया था। जब्त पदार्थ के पैकेट पर मेड इन अमेरिका लिखा हुआ था। इंटरनेशनल मार्केंट में इसकी कीमत 19 करोड़ रुपये से ज्यादा बतायी गयी है।
पुलिस ने चास मेन रोड निवासी बापी दा उर्फ बापी चंद्रा, चीरा चास के वास्तु विहार फेज -दो निवासी कृष्णकांत राणा, जरीडीह जैनामोड़-फुसरो रोड सब्जी मंडी गली निवासी अनिल सिंह, हरला के ग्राम रानीपोखर पुरनाटांड़ निवासी दीपक कुमार महतो ग्राम चौफांद निवासी पवन कुमार, बालीडीह राजेंद्र नगर हैसाबातू निवासी हरेराम शर्मा व हरला के ग्राम चिटाही निवासी महावीर महतो उर्फ बलराम महतो को अरेस्ट किया था।