नेशनल खेल घोटाले में बंधु तिर्की के आवास समेत देश के 16 ठिकानों पर CBI का रेड
सीबीआइ ने झारखंड के बहुचर्चित 34वें नेशनल खेल घोटाले में गुरुवर को तत्कालीन खेल मंत्री बंधु तिर्की के रांची के मोरहाबादी व बनहौरा स्थित आवास में रेड की। सीबीआई की रेड नेशननल खेल घोटाले में सभी आरोपितों के पूरे देश में लगभग 16 से अधिक ठिकानों पर हुई है। सीबीआइ ने झारखंड में 12, पटना में दो और दिल्ली में दो ठिकानों पर रेड किया है।
रांची। सीबीआइ ने झारखंड के बहुचर्चित 34वें नेशनल खेल घोटाले में गुरुवर को तत्कालीन खेल मंत्री बंधु तिर्की के रांची के मोरहाबादी व बनहौरा स्थित आवास में रेड की। सीबीआई की रेड नेशननल खेल घोटाले में सभी आरोपितों के पूरे देश में लगभग 16 से अधिक ठिकानों पर हुई है। सीबीआइ ने झारखंड में 12, पटना में दो और दिल्ली में दो ठिकानों पर रेड किया है। रेड में सीबीआइ को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, जिसकी समीक्षा चल रही है।
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सीबीआई पटना की टीम द्वारा रांची में रेड की गई है। सीबीआई ने झारखंड के एक्स खेल मिनिस्टर बंधु तिर्की के रांची बनहोरा आवास पर रेड की है। झारखंड कबड्डी एसोसिएशन सचिव विपिन कुमार सिंह के बोकारो आवास पर भी सीबीआई ने रेड की है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में सजा होने के बाद विधानसभा की सदस्यता गंवा चुके बंधु तिर्की फिलहाल दिल्ली में हैं। उनकी सदस्यता खत्म होने के बाद मांडर विधानसभा सीट पर 23 जून को उपचुनाव की घोषणा भी हो चुकी है।
आयोजन के दौरान घोटाले का है मामला
नेशनल खेल घोटाले में सीबीआइ की रांची स्थित एसीबी में 22 अप्रैल को दो अलग-अलग FIR दर्ज की गईं थीं। दोनों ही FIR के IO सीबीआइ के पटना स्थित एसीबी के दो अफसरों को बनाया गया था। 34वां नेशनल खेल झारखंड में वर्ष 2011 में 22 फरवरी से 26 फरवरी तक हुआ था। इसी आयोजन के दौरान घोटाले का मामला है।पूरा घोटाला 28.34 करोड़ रुपये का है, इसमें ऊंची कीमत पर बिना टेंडर खेल सामग्री की खरीद सहित कई अन्य मामले शामिल हैं। वहीं दूसरा मामला मेगा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के निर्माण में अनियमितता का है, जिसका बजट 206 करोड़ से 424 करोड़ रुपये हो गया था।
सीबीआइ ने 2019 में किया था अरेस्ट
रांची में हुए 34 वें नेशनल खेल में घोटाले की बात सामने आयी थी। इसके बाद कार्रवाई करते हुए झारखंड के खेल मंत्री रहे बंधु तिर्की को तीन सितंबर 2019 अरेस्ट किया गया था। एसीबी ने तब खेल घोटाला मामले में बंधु तिर्की को रांची के सिविल कोर्ट कैंपस से अरेस्ट किया था।इसके पहले एसएम हाशमी और पीसी मिश्रा को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया था। एसीबी ने बंधू तिर्की को नन FIR एक्युज्ड बनाया था।
खेल घोटाले में बंधु तिर्की पर आरोप
तत्कालीन खेल मंत्री बंधु तिर्की पर धनबाद में दो स्क्वैश कोर्ट के निर्माण में वित्तीय अनियमितता बरतने के आरोप हैं।स्क्वैश कोर्ट के निर्माण की जिम्मेदारी मुंबई की कंपनी जाइरेक्स इंटरप्राइजेज को दी गयी थी। कंपनी ने 1,44,32,850 रुपये का एस्टीमेट दिया था। आयोजन समिति के महासचिव एसएम हाशमी और तत्कालीन खेल निदेशक तथा सचिव की अनुशंसा के बाद इस प्रोपोजल की फाइल तत्कालीन विभागीय मंत्री (खेल मंत्री) बंधु तिर्की के पास भेजी गयी थी।बंधु तिर्की ने नीतिगत निर्णय लेते हुए 20 अक्टूबर, 2008 को इसे अनुमोदित कर दिया। इसमें कंपनी को एडवांस 50 लाख रुपये का पेमेंट कर दिया गया। लेकिन बाद में बिना स्वीकृति के भुगतान के कारण वित्तीय अनियमितता की पुष्टि हुई।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई कर रही जांच
नेशनल खेल घोटाले मामले में हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने बहुचर्चित राष्ट्रीय खेल घोटाले जांच की प्रक्रिया शुरू की थी। सीबीआइ पटना की टीम ने मामले में दर्ज कांड संख्या 49/10 को टेकओवर किया है। सीबीआइ ने झारखंड पुलिस के एसीबी से भी घोटाले से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं। पूर्व में मामले की जांच एसीबी कर रही थी। एसीबी के पास भी आयोजन में गड़बड़ी किये जाने से संबंधित साक्ष्य की उपलब्धता बतायी जाती है।