नई दिल्ली। चीनी, जापान, अमेरिका, साउथ कोरिया और ब्राजील समेत वर्ल्ड के 10 देशों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं।इसे देखते हुए सेंट्रल गवर्नमेंट अलर्ट हो गई है। सेंट्रल हेल्थ सेकरेटरी राजेश भूषण ने सभी स्टेट और केंद्र शासित प्रदेशों को जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने का निर्देश दिया है।
सेंट्रल हेल्थ सेकरटेरी की ओर से सभी स्टेट, केंद्र शासित प्रदेश, NCDC और ICMR को चिट्ठी लिखी गई है।भेजे पत्र में कहा गया है कि सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के नए वैरिएंट का पता लगाया जा सके। चीन में कोरोना प्रतिबंधों में ढील के बाद वहां संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। हॉस्पिटल के बाहर लंबी लाइन लग गई हैं। पेसेंट के लिए बेड नहीं मिल रहे हैं। दवाएं नहीं हैं, जहां हैं भी वहां लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। श्मशान में शवों की लाइन लगी हुई है।
अमेरिका समेत 10 से ज्यादा देशों में कोरोना के पेसेंट की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है। यहां मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। अमेरिका में सोमवार को 19 हजार 893 नये केस सामने आये हैं। वहीं 117 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा 55 हजार केस जर्मनी में मिले हैं। यहां 161 लोगों की जान गई है। जापान में 72,297 केस और 180 सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं। ब्राजील में 29,579 केस और 140 मौतें। दक्षिण कोरिया में 26,622 केस और 39 मौतें। फ्रांस में 8,213 केस और 178 मौतें शामिल हैं।
हेल्थ सेकरेटरी ने NCDC और ICMR को भेजे गये पत्र में कहा है कि अगर कोरोना के नए वैरिएंट्स की समय रहते पहचान करनी है, इसके लिए जीनोम सीक्वेंसिंग जरूरी है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे पत्र में कहा गया है कि जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया, ब्राजील और चीन में मामलों में अचानक तेजी को देखते हुए देश में पाये जाने वाले पॉजिटिव केसों के सैंपल्स की की जीनोम सिक्वेंसिंग कराना जरूरी है। हेल्थ सेकरटेरी ने पत्र में कहा है कि इस कवायद से हमें समय रहते नये वैरिएंट्एंट्स के बारे में जानकारी मिल जायेगी। फिर उसके हिसाब से देश के अंदर जरूरी सुविधाओं में इजाफा हो सकेगा। लोगों के स्वास्थ्य के लिए अहम कदम उठाये जा सकेंगे।
बदलते स्वरूप की निगरानी
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इंडियन सार्सकोव-2 जीनॉमिक्स संघ (आईएनएसएसीओजी) नेटवर्क को ताकीद की गई है। आईएनएसएसीओजी 50 से ज्यादा लैबोरेट्रीज का नेटवर्क है जो कोविड-19 वायरस के बदलते स्वरूप की निगरानी करता है।जीनोम सीक्वेंसिंग वह प्रक्रिया है, जिसके जरिए नये वायरस के नये स्ट्रेन और उसके बारे में विस्तार से जानकारी मिलती है। कोरोना की पिछली हिस्ट्री बताती है कि इस वायरस ने नये-नये रूप बदलकर लोगों को खूब छकाया था।
चीन में कोरोना ब्लास्ट
चीन की राजधानी बीजिंग शहर की आबादी लगभग 2.2 करोड़ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि राजधानी की 70 फीसदी आबादी कोरोना वायरस की चपेट में आ चुकी है। इस कारण लाखों लोग अपने घरों में कैद हैं। चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों से हाहाकार मचा हुआ है। स्थिति हाथों से फिसलती नजर आ रही है। रोजाना सैकड़ों लोग कोरोना के शिकार होकर मौत की नींद सो रहे हैं। आलम यह हो गया है कि कोरोना से मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए लोगों को लाइन लगानी पड़ रही है। हालांकि एक्सपर्ट का कहना है कि घबराने की कोई बात नहीं है। चीन में कोरोना सेहाल बेहाल है। चीन में कोविड प्रतिबंधों में छूट दिए जाने के बाद से यहां पर संक्रमण दर बहुत तेजी से बढ़ी है। इसके चलते बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। मुर्दाघरों में जगह कमपड़ जा रही है। अस्पतालों और दवा की दुकानों पर भी हालात बेहद बदतर हैं।
इंडिया में घट रहे केस
वर्ल्ड में जहां कोरोना केस बढ़े हैं, वहीं इंडिया में एक्टिव केस की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के अनुसार, 20 दिसंबर को सुबह 8 बजे तक की स्थिति में देश में कुल तीन हजार 490 एक्टिव केस थे, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम हैं। हेल्थ मिनिस्टर ने 19 दिसंबर को संसद में बताया था कि भारत में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 220 करोड़ को पार कर चुका है। यह संख्या कोरोना की सभी उपलब्ध वैक्सीन की पहली, दूसरी और प्रिकॉशन डोज को मिलाकर है। देश में 18 जनवरी 2021 को दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था।
हिमाचल के CM सुक्खू कोरोना पॉजिटिव
हिमाचल के सीएम खविंदर सिंह सुक्खू कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। CM के पॉजिटिव आने के बाद विधानसभा का शीतकालीन सत्र स्थगित कर दिया गया है। सुखविंदर सुक्खू ने अपने आपको दिल्ली के हिमाचल भवन में क्वारैंटाइन कर लिया है।वह अगले तीन चार दिन दिल्ली में ही रुकेंगे। उन्हें हल्के लक्षण बताए जा रहे हैं। बीच बीच में हल्की खांसी हो रही है। CM के पॉजिटिव आने के बाद 21 दिसंबर को धर्मशाला में उनका अभिनंदन कार्यक्रम भी कैंसिल हो गया है। यह जानकारी सीएम के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने दी। इं
इंडिया में खतरा नहीं, क्योंकि वैक्सीनेशन के चुके हैं तीन राउंड
एक्सपर्ट के अनुसार इंडिया जैसे देश को खतरा नहीं है, क्योंकि हमारे देश में वैक्सीनेशन के तीन राउंड हो चुके हैं। लोगों में इम्यूनिटी डेवलप हो चुकी है। कोरोना तो इंडिया में भी हर जगह होगा, लेकिन वह अब हम पर इसीलिए असर नहीं कर रहा। अब कोरोना का इंडिया में खतरा नहीं है।