झारखंड सचिवालय में कोरोना विस्फोट,एक साथ मिले 49 पॉजिटिव, मचा हड़कंप
झारखंड सचिवालय में शुक्रवार को कोरोना विस्फोट हुआ है। यहां एक साथ 49 नये संक्रमित मिले हैं। राजधानी रांची के सदर अस्पताल के सात डॉक्टर समेत 10 लोग पॉजिटिव पाये गये हैं। वहीं रिम्स के डेंटल डिपार्टमेंट में चार स्टूडेंट संक्रमित मिले हैं।
रांची। झारखंड सचिवालय में शुक्रवार को कोरोना विस्फोट हुआ है। यहां एक साथ 49 नये संक्रमित मिले हैं। राजधानी रांची के सदर अस्पताल के सात डॉक्टर समेत 10 लोग पॉजिटिव पाये गये हैं। वहीं रिम्स के डेंटल डिपार्टमेंट में चार स्टूडेंट संक्रमित मिले हैं।
सचिवालय के किस विभाग में कितने संक्रमित मिले
कार्मिक विभाग : दो कोरोना पॉजिटिव, चार सस्पेक्टेड
खाद्य आपूर्ति विभाग : दो कोरोना पॉजिटिव
गृह विभाग : पांच कोरोना पॉजिटिव, सातसात7 सस्पेक्टेड
ग्रामीण विभाग : सात सस्पेक्टेड
ऊर्जा विभाग : एक सस्पेक्टेड
वन विभाग : दो कोरोना पॉजिटिव
पेयजल विभाग : नौ कोरोना पॉजिटिव, आठ सस्पेक्टेड
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा : पांच कोरोना पॉजिटिव, एक सस्पेक्टेड
माध्यमिक शिक्षा : एक कोरोना पॉजिटिव, दो सस्पेक्टेड
योजना विभाग : चार कोरोना पॉजिटिव, चार सस्पेक्टेड
पंचायती राज विभाग : चार सस्पेक्टेड
पशुपालन विभाग : एक कोरोना पॉजिटिव
खनन विभाग : दो कोरोना पॉजिटिव, सात सस्पेक्टेड
स्वास्थ्य विभाग : सात कोरोना पॉजिटिव
विजिलेंस विभाग : एक कोरोना पॉजिटिव, तीन सस्पेक्टेड
जी पी एफ : एक कोरोना पॉजिटिव
वित्त अंकेक्षण विभाग : एक कोरोना पॉजिटिव
नगर विकास विभाग : एक कोरोना पॉजिटिव
परिवहन विभाग : एक कोरोना पॉजिटिव
विदित हो कि एक सप्ताह के अंदर की बात करे तो झारखंड सचिवालय में काम करने वाले लगभग 100 से अधिक स्टाफ कोरोनासे संक्रमित हो चुके हैं। इतनी ही संख्या में लोगों का कोरोना रिपोर्ट आना अभी बाकी है। अभी कुछ दिन पहले ही कोरोना के संक्रमण से एक अफसर की मौत भी हो गई है।
साप्ताहिक रोस्टर के तहत काम लेने की मांग
सचिवालय में कोरोना ब्लास्ट से अलग - अलग विभागों में कार्यरत कर्मचारियों में ख़ौफ़ का माहौल है। झारखंड सचिवालय सेवा संघ ने मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कर्मियों की सुरक्षा की मांग की है। संघ ने राज्य सरकार से कार्य स्थल पर लगातार सेनिटाइजेशन की व्यवस्था करने, साप्ताहिक रोस्टर के तहत काम लेने, सचिवालयकर्मियों के लिये टीकाकरण की व्यवस्था करने, कोरोना से संक्रमित कर्मियों के लिये बेड की व्यवस्था करने के साथ - साथ यदि संभव हो तो 10 से 15 दिनों के लिये लॉकडाउन घोषित करने की मांग की है।