Dhanbad Ashirwad Tower Fire Accident : शार्ट सर्किट से लगी थी आग, HC भेजी जायेगी जांच समिति की रिपोर्ट
कोयला राजधानी धनबाद टाउन के जोड़ाफाटक रोड स्थित आशीर्वाद टावर में 31 जनवरी की शाम हुए अग्निकांड की रिपोर्ट डीसी को सौंप दी गयी है। जांच समिति के अध्यक्ष एसपी नदंकिशोर गुप्ता ने डीसी को सौंप दिये गये रिपोर्ट में कहा है कि शार्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। शार्ट सर्किट से सेकेंड फ्लोर पर रहने वाले पंकज अग्रवाल के फ्लैट में सबसे पहले आग लगी थी।
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद टाउन के जोड़ाफाटक रोड स्थित आशीर्वाद टावर में 31 जनवरी की शाम हुए अग्निकांड की रिपोर्ट डीसी को सौंप दी गयी है। जांच समिति के अध्यक्ष एसपी नदंकिशोर गुप्ता ने डीसी को सौंप दिये गये रिपोर्ट में कहा है कि शार्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। शार्ट सर्किट से सेकेंड फ्लोर पर रहने वाले पंकज अग्रवाल के फ्लैट में सबसे पहले आग लगी थी।
हाई कोर्ट के भेजी जायेगी जांच रिपोर्ट
एसी नदं किशोर गुप्ता ने अलग-अलग सीलबंद लिफाफे में जांच रिपोर्ट और उससे संबंधित दस्तावेज डीसी ऑफिस में को दे दिए। अब इस रिपोर्ट को डीसी द्वारा हाई कोर्ट को भेजा जायेगा। रिपोर्ट सौंपे जाने की पुष्टि एसी ने भी की। हालांकि उन्होंने इस संबंध में डिटेल देने से मना किया। कहा कि हाई कोर्ट के आदेश पर इस मामले की जांच की जा रही है इसलिए वह इस संबंध में कुछ नहीं कह सकते।
पहले अपार्टमेंट के सेकेंड फ्लोर पर लगी थी आग
एसी ने बताया कि समिति में शामिल अफसरों ने कई बिंदुओं पर जांच की। इस क्रम में वे कई बार घटनास्थल पर भी गये। बिजली और अग्निशमन विभाग के विशेषज्ञों से आग लगने के कारणों को जानने का प्रयास किया गया। कई लोगों के बयान लिए गए। उनसे जो इनपुट मिला, उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है। जानकार सोर्सेज ने बताया कि शार्ट सर्किट के कारण दूसरे फ्लोर पर रहने वाले पंकज अग्रवाल के फ्लैट में सबसे पहले आग लगी।भवन निर्माण विभाग ने अपनी जांच रिपोर्ट में अपार्टमेंट की बनावट में किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने की बात कही है। तीन मंजिलों को छोड़ बाकी फ्लोर पर आग के कारण दीवारें खराब हो गई हैं। उन्होंने अपार्टमेंट को रहने के लिए उपयुक्त बताया।
fire fighting equipment के काम नहीं करने से बड़ा हादसा हो गया
आशीर्वाद टावर में शार्ट सर्किट से निकली चिंगारी ने सबसे पहले वहां प्लाइवुड की सेल्फ के ऊपर रखे किसी अति ज्वलनशील पदार्थ को चपेट में लिया। इसके बाद सेल्फ भी जलने लगा। यहीं से आग भड़क गई जिसमें 14 लोगों की जान चली गई। जांच रिपोर्ट में आपात स्थिति में अपार्टमेंट में लगाये गये fire fighting equipment के काम नहीं करने की भी बात कही गई है। रिपोर्ट के अनुसार, न स्मोक डिटेक्टर काम कर रहे थे, न वाटर स्प्रिंकलर। फायर फाइटिंग के लिए बने टैंक में पानी नहीं होने से भी आग पर समय रहते काबू नहीं पाया जा सका।
हादसे में गई थी 14 लोगों की जान
टाउन के जोड़ाफाटक रोड स्थित 11 मंजिल की आशीर्वाद टावर में गत 31 जनवरी की शाम लगी आग में 14 लोगों की मौत हो गयी थी। वहीं दो दर्जन से ज्यादा घायल भी हुए थे। इनमं से आधा दर्जन अभी भी विभिन्न हॉस्पिटल में अपना इलाज करा रहे हैं। डीसी ने जांच टीम गठित कर चार दिनों के अंदर जांच कर पूरी रिपोर्ट में जमा करने का आदेश दिया था।