धनबाद:बीसीसीएल श्रमिकों को वेतन के लिए करना पड़ेगा दो माह का इंतजार
कोल इंडिया की मिनी रत्न कंपनी बीसीसीएल की बैंक की फिक्स डिपोजिट जीरो हो गई है। कंपनी ने दो हजार करोड़ का लोन लिया है। वर्तमान स्थिति से साफ लग रहा है कि बीसीसीएल श्रमिकों को वेतन के लिए एक दो माह लंबा इंतजार करना पड़ेगा। पावर प्लांट से अब तक पूरी राशि नहीं मिला पा रही है।
- मिनी रत्न कंपनी बीसीसीएल की बैंक की फिक्स डिपोजिट जीरो हुई
- कंपनी ने लिया है दो हजार करोड़ का लोन
धनबाद। कोल इंडिया की मिनी रत्न कंपनी बीसीसीएल की बैंक की फिक्स डिपोजिट जीरो हो गई है। कंपनी ने दो हजार करोड़ का लोन लिया है। वर्तमान स्थिति से साफ लग रहा है कि बीसीसीएल श्रमिकों को वेतन के लिए एक दो माह लंबा इंतजार करना पड़ेगा। पावर प्लांट से अब तक पूरी राशि नहीं मिला पा रही है।
सीएमपीएफ व टीडीएस को लेकर लेकर सेलरी मद में कंपनी 480 करोड़ पेमेंट करती है। इसके अलावा 700 करोड़ अन्य खर्च हैं। जिसमें माडा व राज्य सरकार को राजस्व की देनदारी 270 करोड़, आउटसोर्सिंग व सिविल वर्क 240 करोड़, कैपिटल बजट 50 करोड़, स्टोर व संसाधन में 50 करोड़ आदि शामिल है।
पावर प्लांट पर करीब 36 करोड़ का बकाया है। डीवीसी पर 1700, डब्ल्यूपीडीसीएल पर 750, उत्तर प्रदेश पावर 200, डीटीपीएस 200 सहित अन्य पावर प्लांट पर 600 करोड़ बकाया है। बीसीसीएल हर माह औसतन हजार करोड़ का कोयला सप्लाई हर माह करती है लेकिन उसके अनुपात में 35-40 परसेंट राशि बीसीसीएल को मिल रही है।
हालांकि राहत की बात यह है कि अक्टूबर से दिसंबर के बीच कंपनी पिछले साल से कोल प्रोडक्शन व डिस्पैच अधिक करने में सफल रही है। कंपनी तृतीय तिमाही ( दिसम्बर ) में घाटा को पाटने के संकेत मिल रहे है। दूसरे तिमाही में कंपनी को लगभग 650 करोड़ का घाटा हुआ है।