धनबाद: बीसीसीएल सुदामडीह वाशरी के लापता स्टाफ बॉडी गैराज के सायरा में मिला
सुदामडीह कोल वाशरी के स्टाफ जोड़ापोखर सुंदरनगर निवासी वसीम अंसारी (40) की बॉडी शुक्रवार को गैराज के पास सायरा में मिला। गोताखोरों ने वाशरी के एक नंबर गैराज के पास से सायरा से बॉडी को निकाला। वसीम गुरुवार की शाम से लापता था।
धनबाद। सुदामडीह कोल वाशरी के स्टाफ जोड़ापोखर सुंदरनगर निवासी वसीम अंसारी (40) की बॉडी शुक्रवार को गैराज के पास सायरा में मिला। गोताखोरों ने वाशरी के एक नंबर गैराज के पास से सायरा से बॉडी को निकाला। वसीम गुरुवार की शाम से लापता था।
यूनियन व परिजनों आश्रित को मुआवजा व नियोजन देने की मांग को लेकर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। सुदामडीह कोल वाशरी प्रोजेक्ट ऑफिसर के ऑफिस में प्रबंधन व यूनियन के नेताओं के बीच वार्ता हुई। मृतक वसीम के परिजन भी शामिल हुए। घंटों चली वार्ता के बाद प्रबंधन ने मृतक वसीम की पत्नी संजीदा बानो को बीसीसीएल में तत्काल नियोजन देने, बीसीसीएल के लोदना रीजनल हॉस्पीटल में पदभार देने, एक्सीडेंट बेनिफिट के तहत पांच लाख मुआवजा व दाह संस्कार के लिए 50 हजार कैश देने का आश्वासन दिया। मैनेजमेंट की ओर से वसीन की पत्नी संजीदा को नियोजन पत्र दिया गया।
वार्ता में वाशरी डिवीजन के जीएम एसबी मिश्रा, जीएम ईडब्ल्यूजेड हरेंद्र मिश्रा, सुदामडीह वाशरी के पीओ देवचंद्र, पीएम अमरनाथ पांडेय, अतुल शर्मा के अलावा यूनियन की ओर से निताई महतो, संजय सिंह, सुभाष सिंह, पंकज मिश्रा,अमित सिंह, झरिया एमएलए के प्रतिनिधि केडी पांडेय, सूरज सिंह, बेलाल खान, शमशेर आलम, फुलबदन धोबी आदि उपस्थित थे।
यह है मामला
सुदामडीह कोल वाशरी स्टाफ मो वसीम अंसारी गुरुवार की शाम को रहस्यमय ढंग से वाशरी के एक नंबर गैराज कार्यस्थल से लापता हो गया। कार्यस्थल के पास ही उनकी बाइक व उसपर बैग व हेलमेट टंगा था। सूचना पाकर वाशरी मैनेजमेंट, सुदामडीह पुलिस, सीआइएसएफ के जवान, वसीम के सहकर्मी व परिवार के लोग रात भर खोजबीन में लगे रहे। सीआइएसएफ की ओर से खोजी कुत्ता विक्की भी मंगाया गया। वसीम की बाइक व बैग को सूंघकर कुत्ता हर बार गैराज के समीप सायरा की ओर जा रहा था। इसके आधार पर सायरा में खोजबीन की गई तो सुबह में बॉडी मिला।सुदामडीह रिवर साइड चटाइ धौड़ा के गोताखोर युवाओं की 10 सदस्यीय टीम मौके पर पहुंचकर सायरा की गहराई से वसीम का बॉडी निकाला। टीम में विजय यादव, बबलू रविदास, साधन दास, दिलीप यादव, विशु सहिस, विनोद दास, किशोर दास, चौपण रजवार, रमेश दास व मधुसूदन दास थे। मैनजमेंट ने बॉडी निकालने के लिए टीम को 10 हजार इनाम भी दिया। इनयुवकों ने रोजगार की मांग की तो मैनेजमेंट ने सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया।