धनबाद: जज मर्डर केस के आरोपी लखन और राहुल को रिमांड पर ले सकती है CBI, SIT ने केस डायरी व एवीडेंस सौंपे
पुलिस की एसआइटी ने गुरुवार को जज उत्तम आनंद मर्डर मामले संबंधित केस का रिकार्ड सीबीआई को हैंडओवर कर दिया। एसआईटी ने गुरुवार की रात सीबीआई टीम को बक्सा भर कर एवीडेंस व कागजात सौंपा।
धनबाद। पुलिस की एसआइटी ने गुरुवार को जज उत्तम आनंद मर्डर मामले संबंधित केस का रिकार्ड सीबीआई को हैंडओवर कर दिया। एसआईटी ने गुरुवार की रात सीबीआई टीम को बक्सा भर कर एवीडेंस व कागजात सौंपा।
इससे पहले दिल्ली से पहुंची सीबीआई की टीम और एसआईटी के मेंबरों के बीच दिनभर धनबाद पुलिस स्टेशन व सर्किट हाउस में बैठकों का दौर चला। एसआईटी ने अभी तक की जांच का डिटेल सीबीआई को सौंप दिया है। सीबीआई ने गुरुवार को एसडीजेएम सह सीबीआई के स्पेशल जज शिखा अग्रवाल की कोर्ट में एफआइआर की एक कॉपी सौंपी।
सीबीआइ का पहलादिन एसआईटी के साथ बैठक और केस से जुड़े कागजात और एवीडेंस लेने में ही बीत गया। सीबीआई अफसर शुक्रवार को फोरेंसिक टीम के साथ घटना स्थल पहुंच कर जांच शुरू करेगी। मामले की जांच के लिए दिल्ली से सीबीआई के एएसपी विजय कुमार शुक्ला सहित अन्य अफसरों और फोरेंसिक की टीम बुधवार की रात धनबाद पहुंची है। सीबीआइ एएसपी ने गुरुवार की रात धनबाद एसएसपी संजीव कुमार के साथ बैठक कर केस से संबंधित जानकारी ली।
ऑटो ड्राइवर को रिमांड पर लेगी सीबीआई
सीबीआइ जज मर्डर मामले की घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज के सत्यापन और ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और राहुल वर्मा के घटना से जुड़े होने संबंधी एवीडेंस की रिव्यू करेगी। इसके बाद सीबीआई दोनों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अरजी देगी। सोर्सेज का कहना है कि CBI आरोपियों की ब्रेन मैपिंग व नार्को टेस्ट भी करा सकती है। हालांकि, अभी तक पुलिस की SIT की टीम फस्ट फेज में इसे दुर्घटना मान कर ही चल रही थी।सीबीआइ टीम के आरोपियों से पूछताछ होने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है। दोनों से पूछताछ के बाद भी जांच में आगे के लिए कार्रवाई की जायेगी।
सीबीआई की कई टीमें एक साथ मामले की जांच कर रही हैं। जल्द ही ऑटो मालकिन, जज के परिजन सहित अन्य पक्षों से भी पूछताछ होगी। सीबीआई एडीजे-8 उत्तम आनंद के न्यायालय में चल रहे मामलों का अध्ययन करेगी। सीबीआइ सर्किट हाउस में SIT अफसरों के साथ बैठक की। इससे पहले धनबाद पुलिस स्टेशन में केस से संबंधित कागजात व सबूतों की जांच, शहर में लगे CCTV और पाथरडीह में लगे CCTV फुटेज की जांच की। CBI की टीम ने आरोपियों से जब्त मोबाइल को लेकर उसकी जांच जांच शुरू कर दी है। मामले में एसआइटी की ओर से किये गये अब तक की जांच की कागजात व केस डायरी लिये हैं। SIT की ओर से बनायी गयी अब तक कि रिपोर्ट ले लिया। इस संबंध में धनबाद पुलिस स्टेशन में ही एक जेरोक्स मशीन मंगायी गयी। लगभग एक हजार पन्नों की केस डायरी की जेरोक्स कॉपी CBI ने निकाली। फोरेंसिक टीम व फिंगर प्रिंट टीम ने भी आरोपियों के कपड़े और जूते का मिलान करवाया।
CBI की टीम दोपहर 12 बजे सर्किट हाउस में SIT के साथ बैठक की। बैठक में DIG कन्हैया मयूर पटेल, SSP संजीव कुमार, City SP आर रामकुमार, ASP मनोज स्वर्गीयारी शामिल थे। इंस्पेक्टर सह धनबाद थानेदार व केस के IO विनय कुमार को बुलाया गया। सीबीआइ ने उनसे पूछा गया कि घटना की जानकारी बड़े अफसरों को लेट से क्यों दी गयी। घटना की जानकारी मिलने के बाद क्या- क्या कार्रवाई की गयी। इसके पहले दिन में CBI टीम द्वारा धनबाद पुलिस स्टेशन पहुंचकर जांच की। इसके बाद शाम को CBI एएसपी विजय शुक्ला भी पुलिस स्टेशन पहुंचे। उन्होंने केस संबंधित जानकारी ली। केस से संबंधित रिकार्ड लिये।
कोयलांचल में 18 साल बाद किसी मामले में CBI की हुई एंट्री
धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत मामले में बुधवार को CBI ने दिल्ली के क्राइम ब्रांच में एफआइआर दर्ज कर ली है। कोयलांचल धनबाद में 18 साल बाद CBI की टीम ने धनबाद में एंट्री ली है। सीबीआइ धनबाद पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआइआर को ही CBI ने आधार बनाया है।धनबाद में तीसरी बार एंट्री हुई है। इससे पहले भी दिल्ली और लखनऊ की CBI की क्राइम ब्रांच ने धनबाद के क्राइम से संबंधित केस में काम किया है।
CBI ने धनबाद के जिन मामलों में की जांच
सुशांतो सेनगुप्ता मर्डर केस
वर्ष 2002 की पांच अक्टूबर को निरसा एमएलए अपर्णा सेनगुप्ता के हसबैंड सुशांतो सेनगुप्ता, उसके भाई संजय सेनगुप्ता और ड्राइवर डीडी पाल की गोली मार कर मर्डर कर दी गयी थी। इस मामले की जांच लखनऊ CBI ने की थी। मामले में हलधर महतो, ठाकुर बनर्जी और प्रशांतो बनर्जी को आरोपी बनाया गया था।
कोयला व्यवसायी प्रमोद सिंह मर्डर केस
वर्ष 2003 की अक्टूबर में कोयला व्यवसायी प्रमोद सिंह मर्डर केस की जांच दिल्ली CBI ने की थी। धनसार में कोल कारोबारी प्रमोद सिंह पर फायरिंग की गयी थी। CBI जांच के बाद जब इसमें दिवंगत कोल व्यवसायी सुरेश सिंह समेत अन्य का नाम आया था। दिल्ली CBI की टीम ने अरेस्ट किया था। अभी यह मामला धनबाद में CBI के स्पेशल कोर्ट में चल रहा है।
माले एमएलए महेंद्र सिंह मर्डर केस
वर्ष 2005 की 16 जनवरी को माले एमएलए महेंद्र सिंह की मर्डर केस की जांच लखनऊ CBI की क्राइम ब्रांच ने की थी। बगोदर से सभा कर वापस लौट महेंद्र सिंह को एक गांव के समीप बाइक सवार दो युवक बाइक गोली मारकर मर्डर कर थी। लगभग पांच साल तक जांच के बाद लखनऊ CBI की स्पेशल क्राइम डिवीजन ने धनबाद स्पेशल कोर्ट ने चार्जशीट दायर किया था। इसमें हार्डकोर नक्सली साकीम उर्फ रमेश मंडल उर्फ उदय और रामचंद्र महतो उर्फ प्रमोद महतो को मुख्य आरोपी बनाया था।