धनबाद: कोरोना संक्रमित हैं तो कॉल करें, Railway कैंटीन से घर पहुंच जायेगा ब्रेकफास्ट व लंच डिनर

रेलवे ने कोयला राजधानी धनबाद में रहने वाले अपने कोरोना संक्रमित स्टाफ के लिए नई सुविधा शुरु की है। संक्रमित स्टाफ जिनके घर पर खान-पान सुविधा में परेशानी हो रही है उन्हें एक कॉल करना होगा। रेलवे की कैंटीन से सुबह का ब्रेकफास्ट, दोपहर का लंच और रात का डिनर सब कुछ घर पर ही पहुंच जायेगा। 

धनबाद: कोरोना संक्रमित हैं तो कॉल करें, Railway कैंटीन से घर पहुंच जायेगा ब्रेकफास्ट व लंच डिनर

धनबाद। रेलवे ने कोयला राजधानी धनबाद में रहने वाले अपने कोरोना संक्रमित स्टाफ के लिए नई सुविधा शुरु की है। संक्रमित स्टाफ जिनके घर पर खान-पान सुविधा में परेशानी हो रही है उन्हें एक कॉल करना होगा। रेलवे की कैंटीन से सुबह का ब्रेकफास्ट, दोपहर का लंच और रात का डिनर सब कुछ घर पर ही पहुंच जायेगा। 

रेलवे की ओर से अपने स्टाफ के लिए शुरू की गई सुविधा फ्री है। इसके लिए उन्हें कोई पेमेंट नहीं देना होगा। घर पर खान-पान सुविधा लेने के लिए संबंधित स्टाफ को वेलफेयर इंस्पेक्टर को एक दिन पहले कॉल करना होगा। सुबह से शाम 4:00 बजे तक कॉल करने की सुविधा दी गई है। जिस दिन कॉल करेंगे, उसके दूसरे दिन से घर पर खान-पान सेवा उपलब्ध करा दी जायेगी। 

ईसीआर जीएम के साथ 15-20 दिन पहले हुई डीआरएम की वर्चुअल मीटिंग में यह तय हुआ था कि कोरोना संक्रमित स्टाफ के लिए सामुदायिक किचन की व्यवस्था की जाए। वैसे स्टाफजो संक्रमित हैं और उन्हें समय पर भोजन नहीं मिल पा रहा है। उन्हें घर पर ही भोजन उपलब्ध कराया जा सके। जीएम की बैठक के बाद दानापुर रेल डिवीजन ने सामुदायिक किचन की शुरुआत कर दी थी। पर वहां खान-पान शुल्क 250 रुपए तय किया गया था। धनबाद में शुरू की गई व्यवस्था पूरी तरह फ्री है। रेलवे ने कर्मचारी कल्याण कोष से खान-पान व्यवस्था लागू किया है।  

बड़े स्टेशनों पर भी जल्द शुरू होगी व्यवस्था

फस्ट फेज में सिर्फ धनबाद में फ्री खानपान व्यवस्था बहाल हुई है। झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश तक फैले धनबाद रेल डिवीजन के अन्य बड़े रेलवे स्टेशनों पर भी इसे लागू करने की तैयारी चल रही है। इनमें वैसे स्टेशनों की सूची प्राथमिकता के साथ तैयार की जा रही है, जहां अधिक स्टाफ हैं और अधिक संक्रमित भी हैं।