Dhanbad: लोकसभा चुनाव की समीक्षा करेगी कांग्रेस, तीन जुलाई की बैठक में हंगामे के आसार

कांग्रेस ने धनबाद में लोकसभा चुनाव परिणाम की समीक्षा के लिए तीन जुलाई को बैठक बुलायी है। चुनाव परिणाम समीक्षा समिति बैठक में नेताओं से बातचीत कर चुनावी समीक्षा करेगी। इस बैठक में हंगामे की आशंका है।  

Dhanbad: लोकसभा चुनाव की समीक्षा करेगी कांग्रेस, तीन जुलाई की बैठक में हंगामे के आसार
चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में रार।

धनबाद। कांग्रेस ने धनबाद में लोकसभा चुनाव परिणाम की समीक्षा के लिए तीन जुलाई को बैठक बुलायी है। चुनाव परिणाम समीक्षा समिति बैठक में नेताओं से बातचीत कर चुनावी समीक्षा करेगी। इस बैठक में हंगामे की आशंका है।  

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कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व एक्स एमपी प्रदीप बलमुचू की अध्यक्षता में लोकसभा चुनाव परिणाम समीक्षा कमेटी बनाई गई है। प्रदीप तुलस्यान, भीम कुमार व सुल्तान अहमद कमेटी के सदस्य हैं। कमेटी पहले 21 जून को धनबाद आनेवाली थी। बैठक की तिथि में परिवर्तन किया गया है। अब तीन जुलाई को कमेटी धनबाद पहुंचेगी।

जिलाध्यक्ष के बूथ पर पिछड़ गयी कांग्रेस

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संतोष सिंह तीन जुलाई की प्रस्तावित समीक्षा बैठक की तैयारियों में जुटे हैं। वहीं उनका विरोधी खेमा भी अपनी रणनीति बना रहा है। ऐसे में बैठक में हंगामे से इनकार नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि पार्टी में गुटगुबाजी तो हर समय रही है। चुनाव के पहले विरोधी खेमा ज्यादा सक्रिय नहीं था। पार्टी के अंदर ही विरोध के स्वर उठते थे। चुनाव परिणाम के बाद यह हुआ कि विरोध के स्वर तेज हो गये हैं। विरोध में इस बार सीधे जिलाध्यक्ष को निशाने पर रखा जा रहा है।
दबंग घराना व नाराज बीजेपी नेताओं के बूथों का भी बुरा हाल
बताया जाता है कि किस सीनीयर नेताओं के बूथ पर पार्टी के कितने वोट मिले सबकी लिस्ट विरोधी खेम के नेताओं ने तैयार कर रखआ है। एक-दो को छोड़ जिला अध्यक्ष समेत जिला कमेटी व प्रदेश कमेटी के नेताओं के बूथ पर भी कांग्रेस कैंडिडेट को सौ वोट भी नहीं मिले हैं। सोर्सेज का कहना है कि जिला अध्यक्ष व कैंडिडेट के समर्थक हारी की ठीकरा एक जाति विशेष के सीनीयर नेताओं पर फोड़ कार्रवाई करवाने की प्लान में थे। लेकिन जिला अध्यक्ष व कैंडिडेट के स्वजातीय नेताओं के बूथ पर वोट के आंकड़ों से उनकी योजना फेल हो गयी है।
जानकार सर्सेज का कहना है कि चुनाव में दूसरे दल के नेताओं व स्वजातीय लोगों पर भरोसा का रियक्शन,बूथ लेवल पर प्लानिंग नहीं होने व संगठन से जुड़े जमीन नेताओं की अनदेखी के कारण कांग्रेस कैंडिडेट को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है। ये लोग कांग्रेस कैंडिडेट के लिए वोट मांग रहे थे। सोसळ मीडिया पर अपनी एक्टिविटी दिखा रहे थे। नतीजा सबसे सांमने है।
सोर्सेज का कहना है कि सिंह मेंशन के मनीष सिंह व रघुकुल के लोगों के बूथ पर भी कांग्रेस कैंडिडेट बीजेपी कैंडिडेट से पीछे रहे हैं। झरिया में भी बीजेपी कैंडिडेट को लीड मिली है। ऐसी परिस्थिति में कैंडिडेट के समर्थक किसी खास पर आरोप लगा फायदा नहीं ले सकते हैं। धनसार,सरायढेला व बोर्रागढ के बूथों पर भी बीजेपी कैंडिडेट को भारी बढ़त मिली है। झरिया शहरी इलाके में भी बुरा हाल रहा है। कैंडिडेट के आगे पीछे घूमने वाले लीडर भी अपने बूथों पर एक सौ वोट नहीं दिला पाये हैं।
बोकारो में भी होगी समीक्षा बैठक
कांग्रेस की समीक्षा बैठक जिला स्तर पर हो रही है। धनबाद लोकसभा में धनबाद के चार तथा बोकारो के दो विधानसभा क्षेत्र आते हैं। ऐसे में धनबाद लोकसभा चुनाव परिणाम पर बोकारो जिला मेंभी चर्चा होगी। कमेटी तीन जुलाई को ही बोकारो में बैठक करेगी। पहले बोकारो में बैठक होगी। इसके बाद कमेटी धनबाद पहुंचेगी। दोनों जिलों की बैठक के आधार पर समीक्षा रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश अध्यक्ष तथा प्रदेश संगठन प्रभारी को सौंपा जायेगा।