धनबाद जिला पुलिस एसोसिएशन चुनाव : सार्जेंट मेजर अध्यक्ष व गोपनीय रीडर लडेंगे सचिव पोस्ट का चुनाव
धनबाद पुलिस एसोसिएशन चुनाव में सार्जेंट मेजर अवधेश अध्यक्ष और SSP के गोपनीय रीडर सर्वेश सचिव पद की रेस में। संगठन में लॉबिंग तेज, मुकाबला दिलचस्प।

धनबाद। झारखंड पुलिस एसोसिएशन की धनबाद जिला शाखा पर कब्जे का खेल शुरु हो गया है। सार्जेंट मेजर अवधेश कुमार अध्यक्ष व एसएसपी के गोपनीय रीडर सर्वेश कुमार सचिव पद का चुनाव लड़ेंगे। दोनों की ओर से चुनावी तैयारी शुरु कर दी गयी है।
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जानकार सोर्सेज का कहना है कि सार्जेंट मेजर व रीडर द्वारा ने अपने टाइसीट में उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव व कोषाध्यक्ष पद के लिए दलित व आदिवासी जूनियर अफसर को झांसे में लेकर जोड़ने की कोशिश की जा रही है। इन दोनों अफसरों ने अपना चुनाव प्रचार शुरु कर दिया है। जिले के थानेदारों से संपर्क कर प्रेशर पॉलिटिक्स शुरु कर दी गयी है। लंच व डीनर पॉलिटिक्स चल रहा है।
सार्जेट मेजर व रीडर बाबू के लिए गोपनीय शाखा में तैनात एक-दो पुलिसकर्मी के साथ-साथ लाईन एसडीपीओ ऑफिस के रीडर, थानों के मुंशी लॉबिंग कर रहे हैं। हालांकि सार्जेट मेजर व रीडर के लिए लॉबिंग करने वाले पुलिसकर्मी को वोटिंग का अधिकार नहीं है। कहा जा रहा है कि जिले के आधा दर्जन थाना व ओपी के प्रभारी रीडर बाबू के खासमखास हैं। वहीं तीन थानेदार सार्जेंट मेजर के करीबी हैं। ये थाना व ओपी प्रभारी दोनों अफसरों के लिए दारोगा जमादार से अभी से ही संपर्क साधना शुरु कर दिया है। हालांकि इतना तय है कि पुलिस एसोसिएशन की सेंट्रल कमेटी की तरह धनबाद में समीकरण के अनुसार पैनल बना तो सार्जेट मेजर व रीडर बाबू के लिए चुनाव में जीत की मंशा विफल हो जायेगी।
चर्चा में सार्जेट मेजर व गोपनीय रीडर की जोड़ी
धनबाद जिला बल में सार्जेट मेजर व गोपनीय रीडर की जोड़ी चर्चा में है। आरोप है कि रीडर बाबू के टीम के पुलिस सब इंस्पेक्टर से लेकर एएसआइ व कांस्टेबल तक के पुलिसकर्मी जिले के सभी थाना ओपी, एसडीपीओ, पुलिस इंस्पेक्टर ऑफिस में कार्यरत हैं। संबंधित ऑफिस की एक-एक सूचना रीडर बाबू तक पहुंच जाती है। एएसआइ रीडर कैडर से जिला बल में आये सर्वेश कुमार प्रमोशन पाकर सब इंस्पेक्टर बन गये हैं। कार्यकाल भी छह साल हो गया है। योजना है कि जिला पुलिस एसोसिएशन का चुनाव जीत पदाधिकारी बन तीन साल तक जिला बल में बन रहे। हालांकि प्रमोशन पाकर सामान्य दारोगा बन जाने के बाद अभी भी वे रीडर का काम कर रहे हैं।
झारखंड में धनबाद समेत लगभग दर्जन भर जिला शाखा का कार्यकाल समाप्त हो गया है। केंद्रीय कमेटी की ओर से जिला शाखा के चुनाव करायी जा रही है। धनबाद के चुनाव की घोषणा अभी नहीं हुई है। दुगार्पूजा के बाद धनबाद शाखा का चुनाव कराये जाने की संभावना है। पुलिस एसोसिएशन के चुनाव में पुलिस इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, एएसआइ, सार्जेंट मेजर, सार्जेंट, सिविल जमादार वोटर होते हैं। ऐसे में जिले में लगभग साढ़े नौ सौ से ज्यादा पुलिस अफसर जिला पुलिस एसोसिएशन के लिए वोटिंग कर सकते हैं।
सार्जेंट मेजर अवधेश कुमार को पूर्व एसएसपी का करीबी माना जाता है। श्री कुमार भी पूर्व एसएसपी के साथ साहिबगंज जिला बल में भी रह चुके हैं। धनबाद जिलाबल से 57 पुलिसकर्मियों का प्रशासनिक दृष्टिकोण से ट्रांसफर के मामले में सार्जेट मेजर की भूमिका काफी विवादास्पद रही है। मामला अभी हाईकोर्ट में चल रहा है। विवादास्पद पुलिस वालों का नाम के बदले निर्विवाद पुलिसकर्मियों का नाम ट्रांसफर लिस्ट में शामिल कर दिया गया था। मामले की कंपलेन पुलिस हेडक्वार्टर तक पहुंची थी।