धनबाद: एक्स डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह ने कोल बिजनसमैन से मांगी रंगदारी,जान मारने की दी धमकी
झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह के देवर व एक्स डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह ने कोल बिजनसमैन मिथिलेश कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह से रंगदारी मांगी है। पांच लाख रुपये रंगदारी नहीं देने पर जान मारने की धमकी दी है।
- घर में घुसकर रघुकुल के गुर्गों ने पिस्टल
- बिजनसमैन ने झरिया एमएलए पूर्णिमा सिंह के देवर एकलव्य, गुड्डू व हर्ष सिंह पर लगाया आरोप
धनबाद। झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह के देवर व एक्स डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह ने कोल बिजनसमैन मिथिलेश कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह से रंगदारी मांगी है। पांच लाख रुपये रंगदारी नहीं देने पर जान मारने की धमकी दी है। तपोवन कॉलोनी निवासी सोनू सिंह ने शुक्रवार की रात सरायढेला पुलिस स्टेशन में कपलेन की है।
इंस्पेक्टर सह सरायढेला पुलिस स्टेशन के ओसी किशोर तिर्की ने कहा कि सोनू सिंह ने फोन पर धमकी दिये जाने और रंगदारी मांगने की कंपलेन की है। एकलव्य सिंह, गुड्डू सिंह और हर्ष सिंह के खिलाफ कंपलेन है। मामले की जांच की जा रही है।
एना कोलियरी पर वर्चस्व से जुड़ा है विवाद
जानकार सोर्सेज का कहना है कि सोनू व रघुकुल के बीच कई माह से टेंशन चल रहा है। टेंशन का मुख्य कारण कोल बिजनस व रंगदारी है। अभी तक यह मामला अंदर था। आज बाहर आकर पुलिस तक पहुंच गया। सोनू के पिता धर्मराज सिंह झरिया के बड़े कांग्रेसी लीडर रहे हैं। वब बीसीसीएल में नौकरी करते थे। सोनू अभी कोल बिजनस व ट्रांसपोर्टिंग का काम करता है। सोनू को सिंह मेैशन समर्थक बताया जा रहा है। वह एक्स एमएलए संजीव का काफी करीबी है।
क्या है आरोप
सरायढेला तपोवन कॉलोनी निवासी भगवती ट्रांसपोर्टिंग कंपनी के प्रोपराइटर सोनू सिंह उर्फ मिथिलेश सिंह ने आरोप लगाया है कि एकलव्य सिंह के गुर्गों ने शुक्रवार की रात घर में घुस कर पिस्टल सटाकर धमकी दी। एकलव्य सिंह ने फोन कतर पैसा नहीं देने पर फोन से जान से मारने की धमकी दी। घटना से कारोबारी व उनके परिजन दहशत में हैं। एसएसपी असीम विक्रांत मिंज को भी कंपलेन की गयी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। सोनू सिंह उर्फ ने पुलिस को दिये गये कंपलेन में कहा है कि वह भगवती ट्रांसपोर्टिंग कंपनी के माध्यम से कोल बिजनस का काम करता है। पिछले एक माह से एकलव्य सिंह के मौसेरे भाई हर्ष सिंह द्वारा फोन से से पांच लाख रुपये पर मंथ रंगदारी मांग की जा रही थी। इसकी वह अनदेखी कर रहे थे।
सीसीटीवी फुटेज से खुलेगा राज
सोनू का कहना है कि वह शुक्रवार की रात लगभग पौने आठ घर के नजदीक अपने ऑफिस में बैठा हुआ था। ऑफिस के बाहर एक काले रंग की स्कॉर्पियो बाहर जाकर रुकी। स्कॉर्पियो से चार युवक उतर कर उनके ऑफिस में आ धमके। उन लोगों ने स्टाफ से कहा कि सोनू सिंह से मिलवाओ। स्टाफ ने कहा कि वह ऑफिस में नहीं हैं। चारों युवक आपस में बात कर थे कि भईया का आदेश है, सोनू को लेकर ही जाना है। ऑफिस से बाहर निकल कर वे लोग उनके घर में घुस गये। वह सीसीटीवी से यह सब देख घर के अंदर स्कॉर्पियो में बैठाने की कोशिश की। सोनू का कहना है कि उनके फैमिली के लोग चारों से जबरदस्ती नहीं ले जाने की विनती की। उसमें से एक शेखर तिवारी ने एकलव्य सिंह से फोन पर बात करवायी। एकलव्य सिंह ने कहा कि हर्ष इतने दिनों से तुमसे पैसे की मांग कर रहा है, क्यो नहीं दे रहे हो। अब बहुत हो गया।गुड्डू भईया का आदेश है कि तुम्हें माफ नहीं किया जाए। कल तक अगर पांच लाख रुपये नहीं दोगे तो जान से चले जाओगे। इसके बाद वे लोग वहां से चले गये।